लीबिया के निकट नौका दुर्घटना में 130 प्रवासियों की मौत, मदद की पुकार अनसुनी
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन एजेंसी (IOM) ने शुक्रवार को बताया कि लीबियाई तट के निकट जलक्षेत्र में एक जहाज़ दुर्घटना ने कम से कम 130 लोगों की मौत हो गई है, हालाँकि मदद के लिये बेतहाशा पुकारें लगाई गईं.
ख़बरों में, ये हादसा गुरूवार की रात को हुआ बताया गया है जब एक स्वैच्छिक बचाव नाव – ओशियन वाइकिंग ने, राजधानी त्रिपोली को पूर्वोत्तर इलाक़े वाले जल क्षेत्र में अनेक लोगों के शव तैरते देखे.
ग़ैरसरकारी संगठन ने एक वक्तव्य में कहा है कि वो बुधवार सुबह से मदद के लिये पुकारें लगाता रहा है.
प्रवासी संगठन की प्रवक्ता सफ़ा म्सेहली ने जिनीवा में पत्रकारों को बताया कि इस हादसे में हताहत लोग दो दिन पहले एक रबर नाव पर सवार हुए थे जो केन्द्रीय भूमध्य सागर में डूब गई.
प्रवक्ता ने कहा, “क्षेत्र में सम्बन्धित व प्रासंगिक समुद्री बचाव केन्द्र को मुसीबत की पुकार भेजने के लिये ज़िम्मेदार एनजीओ – अलार्म फ़ोन ने दो दिन तक, देशों को इन लोगों के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने और उनकी मदद के लिये नावें या जहाज़ भेजे जाने की पुकार लगाई. दुर्भाग्य से, समय पर कोई भी मदद नहीं पहुँच सकी.”
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, वर्ष 2021 के शुरू से अभी तक, मध्य भूमध्य सागर में, 500 से ज़्यादा लोगों की मौत, डूबकर हो चुकी है. पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में, ये संख्या लगभग तीन गुना ज़्यादा है.
अन्य भी मुसीबत में
प्रवक्ता ने बताया कि पिछले तीन दिनों के दौरान, कम से कम दो अन्य नावों में प्रवासियों के सवार होने की ख़बरे हैं जो मध्य भूमध्य सागर में यात्रा कर रहे हैं.
एक नाव को लीबिया तटरक्षक बल ने पकड़ लिया और 103 से ज़्यादा लोगों को लीबियाई वापिस पहुँचाकर हिरासत में ले लिया गया, जबकि एक माँ और बच्चे को, नाव पर मृत पाया गया.
प्रवक्ता ने बताया कि एक अन्य तीसरी नाव में, 40 लोगों के सवार होने की ख़बरें हैं और ये तीन दिनों से सागर में यात्रा कर रही हैं, और अब भी लापता है.
“हमें, इन नावों की स्थिति और मौजूदा हालात को देखते हुए, कोई अनहोनी होने का डर है. साथ ही ये देखते हुए भी कि ये लोग ऐसे समुद्र में यात्राएँ करने के लिये इतना लम्बा समय गुज़ार रहे हैं जोकि दुनिया में सबसे ख़तरनाक समुद्री रास्तों में से एक समझा जाता है.”
प्रवासन संगठन के आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 के शुरू से अब तक, लगभग 16 हज़ार 700 लोग, भूमध्य सागर को पार कर चुके हैं, और तक़रीबन 750 की मौत हो गई है. इनमें गुरूवार को मारे गए 130 लोग भी शामिल हैं.