'रूसी हमलों से दुनियाभर के सबसे कमज़ोर वर्ग प्रभावित'
संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेनी बन्दरगाहों पर हमले के मामले इक्के-दुक्के नहीं हैं. उन्होंने सोमवार को कहा कि रूस द्वारा काला सागर अनाज निर्यात पहल से बाहर होने के कारण, वैश्विक खाद्य क़ीमतों पर असर पड़ रहा है, जिससे सर्वाधिक कमज़ोर वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं.
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के उप प्रवक्ता, फ़रहान हक़ ने, न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में, नियमित प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए ये बात कही.
ओडेसा क्षेत्र में इज़मेल के डेन्यूब बन्दरगाह पर 2 अगस्त को हमला किया गया था. हमले में हज़ारों टन खाद्यान्न भंडार करने वाली सुविधाएँ नष्ट हो गई थीं.
उन्होंने बताया, "महासचिव ने रूस द्वारा यूक्रेनी बन्दरगाहों पर हमले तेज़ करने की निन्दा की है और यूक्रेन में नागरिकों व नागरिक संरचनाओं के ख़िलाफ़ हमले, तत्काल रोकने का आहवान किया है."
काला सागर पहल के ज़रिए, यूक्रेनी बन्दरगाहों से लाखों मीट्रिक टन भोजन का निर्यात सम्भव हो रहा था. इसके साथ ही, भोजन एवं उर्वरक के निर्यात पर रूस के साथ हुआ संयुक्त राष्ट्र का समानान्तर समझौता, वैश्विक खाद्य सुरक्षा व मूल्य स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण था – ख़ासतौर पर अफ़ग़ानिस्तान, हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका और यमन जैसे संघर्ष एवं भुखमरी से गम्भीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों के लिए.
6.6 करोड़ लोगों का भोजन
यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी समन्वयक डेनीज़ ब्राउन ने हमले के तीन दिन बाद शनिवार को, इज़मेल बन्दरगाह का दौरा किया.
उन्होंने कहा, "नष्ट हुए हज़ारों टन अनाज से, लगभग 6.6 करोड़ लोगों को एक दिन का भरपेट भोजन खिलाया जा सकता था."
उन्होंने कहा, "यूक्रेन में अनाज भंडारों और बन्दरगाह संरचनाओं पर रूसी सेना द्वारा लगातार हमले, नुक़सान का बेहद ख़तरनाक चलन बना रहे हैं, जो अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के गम्भीर हनन के अन्तर्गत रखे जा सकते हैं."
मानवीय ज़रूरतें बढ़ने की सम्भावना
उप प्रवक्ता फ़रहान हक़ ने कहा कि मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA), यूक्रेन के सभी हिस्सों में, पहले से ही गम्भीर स्थिति का सामना कर रहे नागरिकों की दुर्दशा के बारे में लगातार चेतावनी जारी कर रहा है.
उन्होंने कहा कि देश के महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढाँचों पर हमलों की तीव्रता से, मानवीय ज़रूरतों की स्थिति बदतर होती जाएगी.
कार्यालय के अनुसार, इस साल की शुरुआत में, 2023 के लिए जारी 3.9 अरब डॉलर की मानवीय प्रतिक्रिया योजना का लक्ष्य, पूरे यूक्रेन में लगभग एक करोड़ 11 लाख लोगों तक सहायता पहुँचाना है.
हालाँकि, जुलाई के अन्त तक इसके लिए केवल 30 प्रतिशत वित्त पोषण ही प्राप्त हुआ है, जिससे ज़रूरतमन्द लोगों को राहत सहायता प्रदान करने के मानवतावादी प्रयासों पर असर पड़ रहा है.