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पाकिस्तान: मॉनसून मौसम में भीषण वर्षा से भारी तबाही

पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में बाढ़ के बाद मलेरिया और अन्य बीमारियाँ बढ़ रही हैं.
© UNICEF/Saiyna Bashir
पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में बाढ़ के बाद मलेरिया और अन्य बीमारियाँ बढ़ रही हैं.

पाकिस्तान: मॉनसून मौसम में भीषण वर्षा से भारी तबाही

जलवायु और पर्यावरण

संयुक्त राष्ट्र की आपदा राहत मामलों की एजेंसी – OCHA ने कहा है कि पाकिस्तान में, 25 जून से 30 जुलाई तक मॉनसून मौसम में हुई लगातार भारी बारिश के कारण, 179 लोगों की मौत हो गई है और 264 लोगों को दार्घकालिक की चोटें पहुँची हैं.

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यूएन एजेंसी ने पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (NDMA) के आँकड़ों का हवाला देते हुए मंगलवार को जारी नवीनतम जानकारी में कहा है कि इस अवधि में भारी बारिश के कारण डेढ़ हज़ार से अधिक घरों को नुक़सान पहुँचा है और देश भर में 480 मवेशियों की भी जानें चली गई है.

25 से 30 जुलाई के बीच, भीषण मानसूनी वर्षा और त्वरित बाढ़ से, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रान्त में व्यापक विनाश हुआ है.

बलूचिस्तान के प्रान्तीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (PDMA) के मुताबिक़, प्रान्त में भारी बारिश और तेज़ी से आई बाढ़ के कारण पाँच लोगों की मौत हो गई, चार लोग घायल हुए हैं.

131 घरों को नुक़सान पहुँचा है और 315 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.

वर्तमान स्थिति

25 से 30 जुलाई तक ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रान्त को मॉनसून की भीषण वर्षा और त्वरित बाढ़ के कारण, अभूतपूर्व विनाश का सामना करना पड़ा.

प्रान्तीय आपदा जोखिम प्रबन्धन (PDMA) द्वारा जारी किए गए आँकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान, भीषण बारिश से सम्बन्धित घटनाओं में, 16 लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हुए हैं.

बचाव कार्य

प्रान्तीय सरकार ने राहत उपायों के तहत, ऊपरी और निचले चित्राल ज़िलों में आपातकाल की स्थिति की घोषिणा की है, जो 23 जुलाई से 15 अगस्त तक लागू रहेगी.

यूएन आपदा राहत समन्वय एजेंसी (OCHA) ने बलूचिस्तान के प्रान्तीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के हवाले से बताया है कि प्रदेश में भारी बारिश और तीव्र बाढ़ के कारण, पाँच लोगों की मौत हो गई और चार जन घायल हुए हैं. 

प्राधिकरण के अनुसार, 131 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और 315 घरों को आंशिक क्षति हुई है. वाशुक और ख़ारन ज़िले सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं.

इसके अतिरिक्त, प्रभावित ज़िलों में जलजनित बीमारियों के मामले भी सामने आए हैं.