वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

'हम आपके साथ मुस्तैद हैं', यूक्रेन में बाँध आपदा से निपटने के लिए, तीन चरणों वाली कार्रवाई

संयुक्त राष्ट्र की आपदा राहत एजेंसी - OCHA के मुखिया, अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफ़िथ्स, यूक्रेन की ताज़ा स्थिति पर, यूएन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत करते हुए (9 जून 2023).
UN Photo/Evan Schneider
संयुक्त राष्ट्र की आपदा राहत एजेंसी - OCHA के मुखिया, अवर महासचिव मार्टिन ग्रिफ़िथ्स, यूक्रेन की ताज़ा स्थिति पर, यूएन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत करते हुए (9 जून 2023).

'हम आपके साथ मुस्तैद हैं', यूक्रेन में बाँध आपदा से निपटने के लिए, तीन चरणों वाली कार्रवाई

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने शुक्रवार को, यूएन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत में कहा है कि यूक्रेन में पिछले दिनों कख़ोवका बाँध ध्वस्त हो जाने के बाद, लोगों की मदद करने की योजनाएँ, तत्काल “उन्हें बचाने” पर केन्द्रित हैं.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा, “हमें बिल्कुल अभी मुहैया कराई जाने वाली आपात राहत कार्रवाई पर ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है.”

Tweet URL

उन्होंने यूक्रेन में इस बाँध विध्वंस से प्रभावित हुए तमाम लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराने की तीन चरणों वाली एक योजना का ख़ाका पेश किया.

ग़ौरतलब है कि यूक्रेन में लाखों लोग, फ़रवरी 2022 में शुरू हुए रूसी आक्रमण के बाद, एक साल से भी ज़्यादा समय से युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हैं.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा, “हमें लोगों की ज़िन्दगियाँ बचानी होंगी और उन्हें ऐसे स्थानों पर ले जाना होगा जो सुरक्षित हों, जहाँ वो भोजन खा सकें और उन्हें पीने का सुरक्षित पानी मिल सके.”

नवीनतम स्थिति रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय आपदा राहत समन्वय कार्यालय -OCHA के अनुसार, यूक्रेन के दक्षिणी हिस्से में स्थित इस बाँध के विध्वंस के चार दिन बाद, अब बाढ़ का पानी उतरने लगा है, अलबत्ता, इस आपदा के कारण, लोगों का विस्थापन भी हो रहा है और मानवीय सहायता की ज़रूरतें भी बढ़ी हैं.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स, इस एजेंसी -OCHA के मुखिया हैं.

यूक्रेन के नियंत्रण वाले ख़ेरसॉन क्षेत्र में, अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने ख़बर दी है कि पिछले 24 घंटों के दौरान 320 लोग विस्थापित हुए हैं, जिन्हें मिलाकर अपने घर छोड़ने वाले लोगों की कुल संख्या ढाई हज़ार से भी ज़्यादा हो गई है.

यूएन राहत एजेंसी ने अपनी नवीनतम स्थिति रिपोर्ट में कहा है कि ख़ेरसॉन के यूक्रेन के नियंत्रण वाले तमाम इलाक़ों में, लगभग 40 गाँव और क़स्बे, बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, और अभी तक तीन हज़ार 620 से ज़्यादा घरों को क्षतिग्रस्त दर्ज किया गया है. यह रिपोर्ट शुक्रवार, दोपहर बाद जारी की गई.

तीन चरणों वाली सहायता योजना

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने तीन चरणों वाली सहायता योजना के बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि आपदा कार्रवाई में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना, जीवनरक्षक सामग्री मुहैया कराना, और दीर्घकालिक परिणामों का आकलन करना शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि एक आपदा सहायता अपील भी तैयार की जा रही है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की द्वारा, यूएन सहायता एजेंसियों की धीमी कार्रवाई सम्बन्धी टिप्पणियों के बारे में मीडिया ख़बरों पर, मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि तत्काल कार्रवाई, सदैव ही एक प्राथमिकता थी.

उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रपति की हताशा समझ सकता हूँ. हम जिस चीज़ पर ध्यान केन्द्रित कर रहे थे वो, सहायता कार्रवाई को यथाशीघ्र सचल बनाने की कोशिशें थीं.”

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने हाल के प्रयासों के बारे में ताज़ा जानकारी देते हुए बताया कि गुरूवार को रवाना हुए दो क़ाफ़िले, ख़ेरसॉन में, 30 हज़ार लोगों तक पहुँचे हैं. इसके अलावा एक अन्य क़ाफ़िला शुक्रवार को भी पहुँचा है, “इंजिन चालू है.”

उन्होंने बताया कि पहले चरण में, आने वाले दिनों में प्राथमिकता – लोगों को बचाने और उन तक चिकित्सा व खाद्य सहायता की आपूर्ति जारी रखने पर रहेगी. इसमें विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की नावों द्वारा सहायता भी शामिल होगी.

अगले चरण में, ज़रूरतमन्द लोगों तक पहुँच बनाने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा, जिनमें वो सात लाख लोग भी शामिल होंगे, जिनके पास पीने का सुरक्षित पानी उपलब्ध नहीं हैं, और साथ ही, आजीविका सम्बन्धी सहायता भी मुहैया कराई जाएगी.

यूएन आपदा राहत एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि तीसरे चरण में, पर्यावरणीय और आर्थिक परिणामों का आकलन शामिल होगा.

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र की रैज़िडैंट कोऑर्डिनेटर डेनिज़ ब्राउन (दाएँ से दूसरी), सहायता कार्यों में शिरकत करते हुए.
© UNOCHA

उन्होंने चेतावनी के अन्दाज़ में कहा कि ये स्थिति निसन्देह, यूक्रेन और वैश्विक दक्षिण क्षेत्र के लोगों के लिए तो बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि इसके बहुत व्यापक प्रभाव, खाद्य सुरक्षा पर पड़ने वाले हैं. और निश्चित रूप से यूक्रेन की “रोटी टोकरी” क्षमता, प्रभावित होने वाली है.

रूसी अधिकारियों से सम्पर्क के प्रयास

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि पिछले आधे घंटे में रूसी अधिकारियों के साथ सम्पर्क बनाए रखा गया है, और उनका आपदा राहत कार्यालय, सुरक्षित रास्ता मुहैया कराए जाने के लिए अनुमति की प्रतीक्षा कर रहा है.

कख़ोवका बाँध किन परिस्थितियों में ध्वस्त हुआ और इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है, इस बारे में भ्रामक और दुस्सूचना का प्रचार चल रहा है.

यूएन अवर महासचिव ने कहा कि, “हमारा दायित्व आवश्यकताओं के बारे में सच बताने और उसे पूरा करने का है.”

“क्षेत्र के लिए हमारा सन्देश एकजुटता और सहानुभूति का है.”

उन्होंने क्षोभ प्रकट किया कि एक साल से अधिक समय तक युद्ध से गुज़रने के बाद, अचानक आधी रात में विस्फोट की आवाज़ से जागना और फिर जल का तेज़ प्रवाह देखना, जो आपके भविष्य को ही बहा ले जाए, इन हालात में, दुनिया का सन्देश स्पष्ट है: हम आवश्यकता की इस घड़ी में आपके साथ हैं.

सूडान में संकट

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने सूडान संकट के मुद्दे पर आशा जताई कि इस शनिवार को शुरू होने वाला युद्धविराम कारगर होगा और यह एक अवसर प्रदान करेगा.

ग़ौरतलब है कि सूडान में परस्पर विरोधी, सशस्त्र सेना और अर्द्धसैनिक बलों के बीच, मध्य-अप्रैल से ही भीषण युद्ध जारी है.

अवर महासचिव ने कहा कि चाड से पश्चिमी दारफ़ूर में सीमा-पार अभियान पर सहमति बनी है, जिससे आवश्यकता के स्तर का आकलन किया जा सकेगा.

“बुनियादी रूप से एक प्रक्रिया का आरम्भ होना महत्वपूर्ण है, जोकि इस युद्ध पर विराम लगाए, जो उन कारणों से निपटे, जिनकी वजह से इसकी शुरुआत हुई, जो [सूडान] को फिर से नागरिक शासन की ओर ले जाए...”

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने कहा कि सभी मानवीय राहतकर्मी यही चाहते हैं. इस संकट के निपटारे से उनका काम ख़त्म हो जाए.