Skip to main content

युद्ध

यूक्रेन में स्थित ज़ैपोरिझझिया परमाणु ऊर्जा केन्द्र पर, विशेषज्ञों की एक टीम.
© IAEA/Fredrik Dahl

यूक्रेन: युद्ध के दौरान परमाणु दुर्घटना को टालने के लिए पाँच सिद्धान्त

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के मुखिया रफ़ाएल मारियानो ग्रॉस्सी ने सुरक्षा परिषद से, यूक्रेन में युद्ध के दौरान परमाणु दुर्घटना से बचने पर लक्षित पाँच सिद्धान्तों को, स्पष्ट व निश्चित समर्थन देने का आग्रह किया है. यूक्रेन में युद्ध अब 15वें महीने में दाख़िल हो चुका है.

सीरिया में फ़रवरी 2023 में आए भीषण भूकम्प से व्यापक विनाश हुआ था.
© UNICEF/Hasan Belal

सीरिया: ‘युद्ध समाप्ति के लिए, कूटनैतिक प्रयासों के साथ, ठोस ज़मीनी कार्रवाई की दरकार’

सीरिया में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को कहा है कि देश में 12 वर्षों से जारी युद्ध की समाप्ति के लिए, कूटनैतिक प्रयासों में हुई लगातार प्रगति से मेले खाती हुई, ठोस ज़मीनी कार्रवाई की दरकार है. उन्होंने मंगलवार को सुरक्षा परिषद में कहा है कि देश में फिर से सिर उठाती हिंसा एक बार फिर आम लोगों की ज़िन्दगियाँ लील रही है.

सूडान की राजधानी ख़ारतूम के युद्धग्रस्त इलाक़ों में, यूएन एजेंसियों द्वारा खाद्य सहायता वितरण.
© Sudanese Red Crescent Society

सूडान: ख़ारतूम के युद्धग्रस्त इलाक़ों में प्रथम खाद्य वितरण

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने मंगलवार को कहा है कि सूडान में, गत 15 अप्रैल को युद्ध भड़कने के बाद से, मानवीय सहायताकर्मी, पहली बार राजधानी ख़ारतूम के युद्धग्रस्त इलाक़ों में ज़रूरतमन्द परिवारों तक पहुँच बनाने में कामयाब हुए हैं और उन्हें खाद्य सहायता वितरित की गई है.

यमन में हिंसक टकराव और आर्थिक संकट के कारण, खाद्य असुरक्षा और कुपोषण का स्तर बहुत उच्च रहा है.
© WFP/Mohammed Awadh

यमन: खाद्य सुरक्षा में मामूली बेहतरी, मगर लाखों लोग अब भी भुखमरी में

संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने शुक्रवार को एक नई रिपोर्ट में चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि यमन में सरकार के नियंत्रण वाले इलाक़ों में, इस वर्ष के पहले पाँच महीनों के दौरान, खाद्य सुरक्षा की स्थिति में मामूली बेहतरी हुई है, मगर गम्भीर कुपोषण अब भी बढ़ोत्तदरी जारी है.

चाड पहुँचे सूडानी शरणार्थियों को, WFP की खाद्य सहायता का वितरण.
© WFP/Jacques David

सूडान: नाज़ुक युद्धविराम क़ायम, यूएन एजेंसियाँ सहायता पहुँचाने में सक्रिय

संयुक्त राष्ट्र और मानवीय सहायता साझीदार, सूडान में यथासम्भव अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच बनाने में सक्रिय हैं, इस बीच कमज़ोर डोर की तस्वीर पेश करने वाले युद्धविराम पर, युद्धरत पक्ष अभी क़ायम हैं.

नाइजीरिया में, कुछ लड़कियाँ, सेव द चिल्ड्रैन द्वारा स्थापित एक कक्षालय में शिक्षा हासिल करते हुए.
© UNOCHA/Damilola Onafuwa

'हिंसक टकरावों में फँसे, आम नागरिकों की सुरक्षा का वादा निभाना होगा'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने सचेत किया है कि युद्धकाल में आम नागरिकों की रक्षा सुनिश्चित किए जाने के संकल्प को निभाने में दुनिया विफल साबित हो रही है.

चाड में पहुँचे सूडान के शरणार्थियों को, यूनीसेफ़ और उसके साझीदार संगठनों की तरफ़ से सहायता सामग्री वितरण.
© UNICEF/Donaig Le Du

सूडान में युद्धविराम, निकल सकता है शान्ति का रास्ता

सूडान में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी वोल्कर पर्थेस ने कहा है कि देश में सोमवार की शाम को लागू होने वाले एक अति महत्वपूर्ण युद्धविराम से, लगभग एक महीने पुराने इस संघर्ष को समाप्त करने की ख़ातिर, शान्ति वार्ता के लिए मार्ग प्रशस्त करना चाहिए.

यूक्रेन में ज़ैपोरिझझिया परमाणु संयंत्र.
Ⓒ IAEA

IAEA: यूक्रेन के परमाणु संयंत्र के आसपास बढ़ते तनाव की स्थिति

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी – IAEA ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान, देश के ज़ैपोरिझझिया परमाणु संयंत्र के आसपास बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, सम्भावित परमाणु जोखिम के बारे में एक बार फिर आगाह किया है.

दक्षिण सूडान की एक सीमा चौकी के पास, यूएन शरणार्थी एजेंसी के आवागमन केन्द्र एक परिवार
© UNHCR/Charlotte Hallqvist

सूडान में जारी युद्ध में, विस्थापितों की संख्या हुई 10 लाख

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने, सूडान में युद्ध जारी रहने के मद्देनज़र, शुक्रवार को आगाह करते हुए कहा है कि देश में सुरक्षा की ख़ातिर पलायन करने वाले लोगों की संख्या, 10 लाख से भी ज़्यादा हो गई है.

सूडान के शरणार्थी, चाड में एक सीमावर्ती गाँव में, सहायता सामग्री की प्रतीक्षा करते हुए.
© UNICEF/Donaig Le Du

सूडान: यूएन व साझीदार एजेंसियों के सहायता अभियान तेज़

संयुक्त राष्ट्र और उसके मानवीय सहायता साझीदारों ने, मंगलवार को, सूडान भर में लाखों लोगों के लिए अपने सहायता अभियान तेज़ किए. इस बीच राजधानी ख़ारतून और पड़ोसी इलाक़ों में, राष्ट्रीय सेना व प्रतिद्वन्द्वी आरएसएफ़ लड़ाकों के बीच लड़ाई सघन होने की ख़बरें हैं.