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यूक्रेन: यूएन मानवीय राहत प्रमुख का दौरान, बूचा जाँच की पुकार दोहराई

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स यूक्रेन के इरपिन का दौरा करते हुए (7अप्रैल 2022).
© UNOCHA/Saviano Abreu
संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स यूक्रेन के इरपिन का दौरा करते हुए (7अप्रैल 2022).

यूक्रेन: यूएन मानवीय राहत प्रमुख का दौरान, बूचा जाँच की पुकार दोहराई

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता अधिकारियों ने गुरूवार को यूक्रेन के बूचा इलाक़े का दौरा करने के बाद, वहाँ युद्ध में सैकड़ों आम लोगों की हत्याओं की जाँच किये जाने की पुकारों में अपनी आवाज़ भी शामिल की है.

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत मामलों के समन्वयक मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने गुरूवार को, राजधानी कीयेफ़ के बाहरी इलाक़ों – बूचा और इरपिन का दौरा किया, जिस दौरान देश की उप प्रधानमंत्री ओल्हा स्तेफ़ानिश्यना भी उनके साथ थीं.

सामूहिक क़ब्रें और विध्वंस

संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने, न्यूयॉर्क में दैनिक प्रेस वार्ता में बताया कि यूएन मानवीय राहत प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने इस यात्रा को “भयावह” क़रार दिया.

प्रवक्ता ने कहा, “उन्होंने एक सामूहिक क़ब्र देखी जहाँ प्लास्टिक में लिपटी लाशें थीं. बहुत सी इमारतें और मकान तबाह हुए देखे, और सड़कों पर जली हुई कारें थीं.”

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने ये ध्यान दिलाया कि दुनिया पहले ही, बूचा से निकली तस्वीरों पर सकते में है, ऐसे में उन्होंने जवाबदेही की गारण्टी सुनिश्चित करने के लिये, एक तत्काल व स्वतंत्र जाँच कराने की, यूएन प्रमुख की पुकार में अपनी आवाज़ भी शामिल की.

मानवीय युद्धविराम की ज़रूरत

यूक्रेन के बूचा इलाक़े में दो लोगों की क़ब्रें.
© ICRC
यूक्रेन के बूचा इलाक़े में दो लोगों की क़ब्रें.

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स बूचा की यात्रा करने के बाद राजधानी कीयेफ़ पहुँचे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री डेनिस श्मिहाल व अन्य सरकारी पदाधिकारियों के साथ मुलाक़ात की, जिनमें रक्षा मंत्री और विदेशी मामलों के उप मंत्री भी शामिल थे.

उन्होंने सरकारी पदाधिकारियों के विचार और चिन्ताएँ सुने और एक मानवीय युद्धविराम की सम्भावना की तरफ़ बढ़ने के लिये उनके विचार जाने. 

मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने, यूक्रेन की यात्रा करने से पहले, मॉस्को का भी दौरा किया जहाँ उन्होंने रूसी महासंघ की सरकार के पदाधिकारियों के साथ भी इन्हीं मुद्दों पर बातचीत की थी.

यूएन मानवीय सहायता मामलों के प्रमुख ने आम लोगों की रक्षा सुनिश्चित करने और तमाम ज़रूरतमन्द लोगों तक यथासम्भव शीघ्रता के साथ पहुँचने में, संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख की प्रतिबद्धता दोहराई.

यूएन प्रवक्ता के अनुसार, मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने ये भी कहा कि यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र के मौजूदगी स्थल में अस्थाई बदलाव के बाद, राजधानी कीयेफ़ में मानवीय सहायता व नेतृत्व की मौजूदगी जल्द ही फिर स्थापित की जाएगी, जिसका यूक्रेनी अधिकारियों ने स्वागत किया.

सहायता गति तेज़

यूएन एजेंसियों व मानवीय सहायता संगठनों ने यूक्रेन में पिछले छह सप्ताहों के दौरान सहायता अभियान बहुत तेज़ किये हैं. देश के तमाम 24 क्षेत्रों में इस समय लगभग 160 साझीदार मौजूद हैं.

मानवीय सहायतकर्मियों ने लगभग 20 लाख लोगों तक मदद पहुँचाई है, और सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में हज़ारों लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिये, क़ाफ़िले सक्रिय हैं. इनमें सूमी, ख़ारकीयेफ़ और अन्य इलाक़े शामिल हैं.

यूक्रेन के भीतर ज़रूरतमन्द लोगों की मदद करने के लिये, मार्च में एक अरब 10 करोड़ डॉलर की सहायता रक़म की अपील जारी की गई थी, जिसमें लगभग 60 प्रतिशत रक़म हासिल हो चुकी है.

यूक्रेन के कीयेफ़ क्षेत्र में इरपिन क़स्बा.
© ICRC
यूक्रेन के कीयेफ़ क्षेत्र में इरपिन क़स्बा.

शान्ति ही निदान है: WHO

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूक्रेन में तत्काल चुनौतियों और भविष्य की पुनर्निर्माण ज़रूरतों की पूर्ति में साथ देने के लिये, अपना संकल्प फिर दोहराया है.

संगठन के योरोप क्षेत्र के लिये निदेशक डॉक्टर हैन्स क्लूगे ने गुरूवार को, यूक्रेनी शहर लिविफ़ से, विश्व स्वास्थ्य दिवस पर एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि “यूक्रेन को इस समय जिस जीवनरक्षक औषधि की आवश्यकता है, वो है शान्ति.”

यूक्रेन के साथ एकजुटता

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूक्रेन पर 24 फ़रवरी को हमला होने के बाद से स्वास्थ्य सुविधाओं पर 100 से ज़्यादा हमलों की पुष्टि की है जिनमें कम से कम 73 लोगों की मौत हुई है और 51 लोग घायल हुए हैं. 

डॉक्टर हैन्स क्लूगे ने यूक्रेन और वहाँ के स्वास्थ्यकर्मियों के साथ एकजुटता व्यक्त की जिन्होंने भारी तकलीफ़ उठाकर भी स्वास्थ्य देखभाल मुहैया कराना जारी रखा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीमों ने सर्वाधिक प्रभावित इलाक़ों में, 185 टन चिकित्सा सामग्री मुहैया कराई है, जिसमें घेराबन्दी का शिकार हुआ सूमी शहर भी शामिल है. साथ ही लगभग पाँच लाख लोगों के लिये, आघात, सर्जरी और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में मदद करने वाली चिकित्सा सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है.

दीगर 125 टन सामग्री रास्ते में है जिसमें व्हीलचेयर, नेत्रहीनों के लिये संचार उपकरण और अन्य सहायक सामग्री शामिल हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन यूक्रेन से बाहर निकलने के लिये मजबूर होने वाले लाखों लोगों की मदद करने के लिये, पड़ोसी देशों और पूरे योरोप क्षेत्र के साथ मिलकर काम कर रहा है.