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CAR: तंज़ानियाई शान्तिरक्षकों पर यौन शोषण के आरोप, होगी स्वदेश वापसी

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में यूए मिशन मे तैनात, तज़ानिया व अन्य देशों के कुछ शान्तिरक्षक.
MINUSCA/Leonel Grothe
मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में यूए मिशन मे तैनात, तज़ानिया व अन्य देशों के कुछ शान्तिरक्षक.

CAR: तंज़ानियाई शान्तिरक्षकों पर यौन शोषण के आरोप, होगी स्वदेश वापसी

मानवाधिकार

संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को घोषणा की है कि मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) के पश्चिमी हिस्से में तैनात रही, तंज़ानिया के 60 शान्तिरक्षकों की पूरी यूनिट, यौन शोषण व दुर्व्यवहार के गम्भीर आरोप लगने के बाद, स्वदेश भेजी जा रही है.

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संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने शुक्रवार को नियमित प्रैस वार्ता में बताया कि तंज़ानिया के शान्तिरक्षकों की यूनिट को, स्वदेश वापिस भेजने का निर्णय, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में यूएन शान्तिरक्षा मिशन (MINUSCA) के साथ विचार-विमर्श के बाद, न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में लिया गया है.

‘विश्वसनीय साक्ष्य’

प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा, “ये निर्णय एक प्रारम्भिक जाँच के बाद लिया गया है जिसमें ऐसे विश्वसनीय सबूत पाए गए हैं कि तंज़ानिया की यूनिट के 11 सदस्य, चार पीड़ितों के कथित यौन शोषण और दुर्व्यवहार में संलिप्त थे.”

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य में यूएन शान्तिरक्षा मिशन – MINUSCA के एक वक्तव्य में कहा गया है कि इन आरोपों की जाँच के लिए, एक त्वरित कार्रवाई दल, तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया गया है.

यूएन शान्तिरक्षा मामलों के मुखिया ज्याँ पियर लैक्रोआ ने इन समाचारों पर अपने एक ट्वीट सन्देश में कहा है कि इस अभिशाप की, उनके विभाग के किसी भी हिस्से में कोई जगह नहीं है.

उन्होंने कहा कि सम्बद्ध यूनिट को स्वदेश भेजा जाना, “पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, और इन ग़लतियों को, शान्तिरक्षकों का योगदान करने वाले देश के साथ निपटने के लिए, त्वरित कार्रवाई करने का हमारा संकल्प दिखाने का एक सटीक उपाय है.”

पीड़ितों की देखभाल व समर्थन

ज्याँ पियर लैक्रोआ ने कहा, “शिनाख़्त किए गए पीड़ितों को, मिशन के मानवीय सहायता साझीदारों की तरफ़ से, देखभाल व समर्थन मुहैया कराया जा रहा है. मिशन ने, स्थानीय समुदाय के साथ अतिरिक्त सम्पर्क साधने के लिए भी एक टीम तैनात की है.”

यूएन प्रवक्ता ने बताया कि तंज़ानिया की सरकार को, इस निर्णय के बारे में पहले ही, औपचारूक रूप से सूचित कर दिया गया है, और उन्होंने भी अपनी एक राष्ट्रीय जाँच टीम, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य के लिए रवाना की है.

तंज़ानिया द्वारा कार्रवाई का संकल्प

प्रवक्ता ने कहा, “तंज़ानिया सरकार ने, यौन शोषण व दुर्व्यवहार के लिए शून्य सहिष्णुता की प्रतिबद्धता पुष्ट करते हुए, इन आरोपों की गम्भीरता को दर्ज किया है और इन मामलों से निपटने के लिए, आवश्यक कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताई है.”

स्तेफ़ान दुजैरीक ने कहा कि सम्बद्ध यूनिट को, उस क्षेत्र से हटा दिया गया है जहाँ ये तथाकथित दुर्व्यवहार हुआ और” पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने व जाँच की विश्वसनीयता की ख़ातिर, उस यूनिट को अब बैरकों तक सीमित कर दिया गया है.”

“जाँच कर्ताओं के लिए जब यूनिट की मौजूदगी की ज़रूरत ख़त्म हो जाएगी, तो उसे तंज़ानिया वापिस भेज दिया जाएगा.”

शून्य बर्दाश्त

यूएन प्रवक्ता ने कहा कि सचिवालय का ये निर्णय, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 2272 के अनुरूप है, जिसमें यूएन महासचिव के ऐसे निर्णयों को स्पष्ट समर्थन मुहैया कराया गया है जिनमें वो, किसी विशेष सैन्य यूनिट या पुलिस यूनिट द्वारा व्यापक रूप में या व्यवस्थागत तौर पर, यौन शोषण और दुर्व्यवहार किए जाने के विश्वसनीय सबूत मौजूद होने के बाद, उस यूनिट के शान्तिरक्षकों को स्वदेश लौटाने का फ़ैसला करते हैं.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, अपने कार्यकाल के आरम्भ में ही, यूएन कर्मियों द्वारा यौन दुर्व्यवहार के लिए, शून्य सहिष्णुता की एक कड़ी और ठोस नीति घोषित की थी.

उन्होंने 2017 में ही सदस्य देशों से, इस अभिशाप को रोकने और इससे निपटने के लिए, एक स्वैच्छिक कॉम्पैक्ट पर दस्तख़त करने की पुकार भी लगाई थी.

यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने ज़ोर देकर कहा कि संयुक्त राष्ट्र, शून्य सहिष्णुता की यह नीति, सभी स्तरों पर ठोस रूप में लागू करने के लिए, पूरी तरह प्रतिबद्ध है.