वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

बेहतर वैश्विक शासन व्यवस्था के लिए नया मार्ग तैयार किए जाने का ख़ाका

तन्ज़ानिया में महिला किसान, एक जलवायु स्मार्ट परियोजना के तहत समुद्री शैवाल की पैदावार कर रही हैं.
UN Women/Phil Kabuje
तन्ज़ानिया में महिला किसान, एक जलवायु स्मार्ट परियोजना के तहत समुद्री शैवाल की पैदावार कर रही हैं.

बेहतर वैश्विक शासन व्यवस्था के लिए नया मार्ग तैयार किए जाने का ख़ाका

एसडीजी

संयुक्त राष्ट्र द्वारा मंगलवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में, वैश्विक शासन व्यवस्था में व्यापक फेरबदल किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है, ताकि जलवायु संकट और बढ़ते सुरक्षा ख़तरों समेत, अन्य वैश्विक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया जा सके.

A Breakthrough for People and Planet: Effective and Inclusive Global Governance for Today and the Future’ नामक यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के उच्चस्तरीय परामर्शदाता बोर्ड ने प्रकाशित की है.

इस अध्ययन में वैश्विक शासन व्यवस्था में मूलभूत परिवर्तन के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का ख़ाका पेश किया गया है.

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यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने वर्ष 2022 में लाइबेरिया की पूर्व राष्ट्रपति ऐलेन जॉनसन सरलीफ़ और स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री स्तेफ़ान लोफ़ेवेन की सह-अध्यक्षता में, परामर्शदाता बोर्ड की नियुक्ति की थी.

इस बोर्ड का दायित्व वैश्विक चुनौतियों और मुद्दों पर सदस्य देशों को परामर्श प्रदान करना है, ताकि बेहतर शासन व्यवस्था के ज़रिए हालात मे बदलाव लाया जा सके.

स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि आज लिए गए निर्णयों के आधार पर ही, भावी पीढ़ियाँ हमारे बारे में अपनी राय क़ायम करेंगी.

“बहुपक्षवाद काम कर सकता है, लेकिन इसे बेहतर ढंग से और तेज़ी से काम करना होगा.”

“हमारी व्यक्ति-केन्द्रित सिफ़ारिशें अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को मज़बूती करने और टिकाऊ विकास लक्ष्यों और [जलवायु परिवर्तन पर] पैरिस समझौते पर त्वरित अमल किए जाने पर लक्षित हैं.”

लाइबेरिया की पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी सहमति प्रकट करते हुए भरोसा जताया कि इस रिपोर्ट से संयुक्त राष्ट्र, सदस्य देशों और अन्य हितधारकों को एक फ़्रेमवर्क प्राप्त होगा, जिससे मौजूदा व भावी पीढ़ियों के लिए अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को मज़बूती प्रदान की जा सकेगी.

वैश्विक तंत्र को मज़बूती

पूर्व राष्ट्रपति ऐलेन जॉनसन सरलीफ़ ने बताया कि रिपोर्ट को तैयार करने में एक वर्ष का समय लगा, और इस दौरान, सैकड़ों नैटवर्क, संगठनों और अन्य नागरिक समाज समूहों के साथ सम्पर्क व बातचीत की गई.

उनके अनुसार, जो समाधान साझा किए गए हैं, उनसे मौजूदा व भावी पीढ़ियों के लिए विनाशकारी हालात को टालना सम्भव होगा और एक अधिक टिकाऊ, न्यायसंगत व शान्तिपूर्ण विश्व के वादे को साकार किया जा सकेगा.

रिपोर्ट में शान्ति, सुरक्षा और वित्त पोषण के लिए मौजूदा वैश्विक तंत्र को मज़बूत बनाए जाने की अनुशंसा जारी की गई है, ताकि जलवायु परिवर्तन व डिजिटलीकरण के दौरान न्यायोचित बदलाव और वैश्विक निर्णय-निर्धारण में निष्पक्षता व समता सुनिश्चित की जा सके.

इसके अलावा, रिपोर्ट बताती है कि एक नई बहुपक्षवादी व्यवस्था में स्फूर्ति भरने के लिए यह ज़रूरी है कि उसके केन्द्र में लैंगिक समानता को रखा जाए, और प्रणाली को अधिक समावेशी, नैटवर्क-आधारित व कारगर बनाना होगा.

सर्वजन के हित के लिए

रिपोर्ट में रूपान्तरकारी बदलावों के लिए छह अहम बिन्दुओं पर बल दिया गया है:

- समावेशन व जवाबदेही के ज़रिए बहुपक्षवाद में फिर से भरोसे का निर्माण करना

- प्रकृति के साथ फिर सन्तुलन स्थापित करना और सर्वजन को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करना

- वास्तव में आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले टिकाऊ वित्त पोषण को सुनिश्चित करना

- न्यायसंगत डिजिटल बदलाव की दिशा में क़दम बढ़ाने, डेटा में निहित सम्भावनाओं को साकार करना

- कारगर, न्यायसंगत सामूहिक सुरक्षा व्यवस्थाओं को सशक्त बनाना

- मौजूदा व नए सिरे से उभरते पार-राष्ट्रीय जोखिमों का प्रबन्धन करना

दुनिया भर में लैंगिक समानता हासिल करने के लिये महिला नेतृत्व एक प्रमुख प्रोत्साहक कारक है.
UN Women

पूर्व प्रधानमंत्री लोफ़वेन ने कहा कि हमारी सामूहिक सुरक्षा के लिए बढ़ती, विविध चुनौतियों से निपटने के रास्ते में, मौजूदा दौर के भू-राजनैतिक तनावों को, उत्पन्न होने से रोकना होगा.

बेहतर तैयारी की दरकार

स्तेफ़ान लोफ़ेवेन ने अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में अधिक पारदर्शिता और भरोसा क़ायम करने की अहमियत को रेखांकित किया है.

रिपोर्ट में, यूएन सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए नए सिरे से प्रयास किए जाने, शान्तिनिर्माण के लिए यूएन तंत्र को मज़बूत करने और संयुक्त राष्ट्र व क्षेत्रीय संगठनों के बीच सम्बन्धों के विस्तार का आग्रह किया गया है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कारगर बहुपक्षवाद पर उच्चस्तरीय परामर्शदाता बोर्ड को स्थापित किया था, और यह उनके ‘हमारा साझा एजेंडा’ नामक रिपोर्ट को आगे बढ़ाता है, जिसे सितम्बर 2021 में जारी किया गया था.

सदस्य देशों के अनुरोध पर तैयार की गई इस रिपोर्ट में, पृथ्वी के लिए एक अधिक हरित, बेहतर और सुरक्षित भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने वाले तौर-तरीक़े प्रस्तुत किए गए हैं.