वैश्विक संकटों के बीच, आर्थिक प्रगति लम्बे समय तक धीमी रहने का जोखिम
संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग (UNDESA) का एक नया आकलन दर्शाता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में मज़बूत सुधार की सम्भावनाएँ फ़िलहाल क्षीण हैं, जिसकी वजह मुद्रास्फीति, ब्याज़ दरों में वृद्धि और गहराती अनिश्चितता बताई गई है. मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि वित्त पोषण में आवश्यकता और उपलब्धता की खाई बढ़ने, निवेश के कमज़ोर होने और क़र्ज़ के बढ़ते बोझ के कारण, टिकाऊ विकास पर प्रगति पटरी से उतर सकती है.