इसराइल-फ़लस्तीन: हिंसा में हुई मौतों और बदले की भावना से किए गए हमलों पर चिन्ता

मध्य पूर्व के लिए संयुक्त राष्ट्र दूत टॉर वैनेसलैंड ने इसराइलियों और फ़लस्तीनियों के बीच हाल के दिनों में हिंसा में आई तेज़ी के मद्देनज़र, दोनों पक्षों से उन बुनियादी मुद्दों को सुलझाने की अपील की है, जो उनके टकरावों को भड़का रहे हैं.
1/ Gravely concerned by the deteriorating security sit. in #WestBank, particularly the violence witnessed in the past 24 hrs in Huwwara. Security forces have the responsibility to maintain security & prevent individuals from taking the law into their own hands.
Full Statement👇 https://t.co/3vHRfbqz1Z
TWennesland
यूएन दूत ने सोमवार को जारी अपने एक वक्तव्य में, इसराइल के क़ब्ज़े वाले फ़लस्तीनी इलाक़े पश्चिमी तट में बद से बदतर होते सुरक्षा हालात पर चिन्ता व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि हव्वारा में पिछले 24 घंटों के दौरान भड़की हिंसा विशेष रूप से चिन्ता का विषय है.
टॉर वैनेसलैंड ने एक फ़लस्तीनी व्यक्ति द्वारा गोलीबारी में मारे गए दो इसराइली भाईयों के परिजनों, और इसराइली बस्तियों के निवासियों द्वारा बदले की भावना से किए गए उपद्रव में मारे गए एक फ़लस्तीनी के परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
इस घटना में अनेक फ़लस्तीनियों के घायल हुए हैं और हव्वारा में कई घरों को आग लगा दी गई है.
अन्तरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, सोमवार को एक फ़लस्तीनी ने ज़ेरिखो में एक 25 वर्षीय इसराइली पर गोली चला दी है, जिससे वो गम्भीर रूप से घायल हुआ है.
यूएन दूत और मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए विशेष समन्वयक टॉर वैनेसलैंड ने ज़ोर देकर कहा कि सुरक्षाबलों का दायित्व, सुरक्षा बनाए रखना और लोगों को क़ानून अपने हाथों में लेने से रोकना है.
“आतंकवाद को किसी भी रूप में न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता, और ना ही आगजनी और आम लोगों के विरुद्ध बदले की भावना से अंजाम दिए गए कृत्यों को.”
“हिंसा के लिए ज़िम्मेदार सभी दोषियों की जवाबदेही तय की जानी होगी. हिंसा, उकसाने और भड़काव की कोशिशों को तत्काल रोका जाना होगा और सभी को बिना किसी लागलपेट के इसकी निन्दा करनी होगी.”
ग़ौरतलब है कि जॉर्डन ने रविवार को इसराइल और फ़लस्तीन के राजनैतिक व सुरक्षा अधिकारियों को अक़ाबा में आमंत्रित किया, जिसका उद्देश्य, बढ़ती हिंसा पर रमदान के पवित्र महीने से पहले रोक लगाना है.
अमेरिका और मिस्र के प्रतिनिधियों ने भी इस बैठक में शिरकत की.
यूएन दूत ने कहा कि अक़ाबा में बैठक के बाद जो जानकारी जारी की गई है, उसमें दोनों पक्षों ने तनाव में कमी लाने का संकल्प व्यक्त किया है, जोकि उत्साहजनक है.
उन्होंने दोनों पक्षों से प्रासंगिक यूएन प्रस्तावों, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून और अतीत में किए गए समझौतों के अनुरूप, टकराव के लिए ज़िम्मेदार बुनियादी मुद्दों को सुलझाने के लिए, हरसम्भव प्रयासों का आग्रह किया है.
टॉर वैनेसलैंड ने फ़लस्तीन और इसराइल के बीच न्यायोचित व स्थाई शान्ति के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और कहा कि शान्ति को पाने के लिए कोई छोटा रास्ता (शॉर्टकट) नहीं है.