पाकिस्तान: बाढ़ प्रभावितों के लिए जलवायु वित्त को बढ़ावा देने की पुकार
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की अध्यक्ष, इन्गेर एंडरसन ने कहा है कि पाकिस्तान की सर्वाधिक निर्धन आबादी के लिए जलवायु वित्त लाए जाने की ज़रूरत है.
Seeing effects of 2022 floods in Pakistan, @andersen_inger highlighted critical need for climate finance & protection of vulnerable communities saying, “millions in Pakistan and beyond bear the brunt of the #ClimateCrisis that they did little to cause.”
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UNEP
यूएन पर्यावरण कार्यक्रम - यूनेप की कार्यकारी निदेशिका इन्गेर एंडरसन ने, बाढ़ से प्रभावित पाकिस्तान के ख़ैरपुर ज़िले में ख़ादिम हुसैन के गाँव का हाल ही में दौरा किया है.
उन्होंने ध्यान दिलाते हुए कहा है कि जनवरी 2023 में, पाकिस्तान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ मिलकर जिनीवा में आयोजित एक सम्मेलन में देश में बाढ़ प्रभावितों के लिए, सात अरब डॉलर की वित्त मदद के लिए प्रतिबद्धता दिखाने का आग्रह किया था.
इन्गेर एंडरसन ने कहा, “सर्वाधिक निर्धन लोग जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों से सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं, जो इससे पहले कभी भी इतना आवश्यक नहीं था.”
पाकिस्तान में जुलाई और अगस्त 2022 में, मूसलाधार बारिश के बाद आई, इस प्राकृतिक आपदा से, सवा तीन करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
ख़ैरपुर ज़िला अब भी जलवायु परिवर्तन के कारण आई बाढ़ से उबर नहीं पाया है और इस आपदा के दुष्प्रभावों से लगातार जूझ रहा है.
बड़ी संख्या में स्कूलों, स्वास्थ्य केन्द्रों, बिजली, पीने योग्य स्वच्छ पानी की आपूर्ति सेवाओं और बुनियादी ढाँचे को क्षति पहुँची है.
इस क्षेत्र में प्रभावित लाखों लोगों की स्थिति देखकर, जलवायु वित्त सहायता की आवश्यकता स्पष्ट देखी जा सकती है.