
कोई एक पर्यावरणीय त्रासदी हमें जलवायु सहनक्षमता और पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के बारे में क्या सिखा सकती है!
'समन्दर का फूल' नाम से लोकप्रिय एक छोटा कैरिबियाई द्वीप, 2020 में तूफ़ान आयोटा से नष्ट हो गया था. इसमें वैसे तो जीवन का ज़्यादा नुक़सान नहीं हुआ था, मगर लेकिन क़ीमती पारिस्थितिक तंत्र पर हुए असर को देखकर यहाँ के निवासियों का नज़रिया पूरी तरह बदल गया. दो साल बाद, अब वो अपने पर्यावरणीय ख़ज़ाने को बहाल करने के लिये काम में लगे हैं और जलवायु परिवर्तन के कारण आकस्मिक घटनाओं से निपटने की तैयारी कर रहे हैं.
प्रोविडेंसिया का पहाड़ी कोलम्बियाई द्वीप - जो कोस्टा रीका और जमाइका को अलग करने वाले कैरिबियन सागर के विस्तार में मध्य में स्थित है - समुद्र के आश्चर्यजनक रंगों, हरे-भरे पानी के नीचे के परिदृश्य, व्यापक मैन्ग्रोव वन और उष्णकटिबन्धीय शुष्क जंगलों का घर है.
समुद्री पारिस्थितिक तंत्र और आसपास के प्राकृतिक अजूबों की विविधता, जिसमें हर साल हज़ारों दुर्लभ काले केकड़ों का पहाड़ों से उतरकर, अण्डे सेने के लिये समुद्र में जाने का अभूतपूर्व दृश्य, और समुद्री जीवों को सहारा देने वाली दुनिया की सबसे बड़ी चट्टानें शामिल है – इनके कारण यूनेस्को ने इसे Seaflower UNESCO Biosphere Reserve घोषित किया है.
हालाँकि, दुनिया के सभी द्वीपों की तरह, प्रोविडेंसिया के अद्वितीय प्राकृतिक ख़ज़ाने को जलवायु परिवर्तन एवं समुद्री स्तर में वृद्धि से अत्यधिक ख़तरा है, ऐसे ख़तरे जो दूर क्षितिज पर दिखने वाले 'सिद्धान्त' नहीं, बल्कि वो भयानक तथ्य हैं, जो वर्तमान में जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर रहे हैं.
इसके 6,000 निवासी, 16 नवम्बर की वो रात कभी नहीं भुला सकेंगे, जब उस समय श्रेणी 5 में गिना जाने वाला, 2020 अटलान्टिक तूफ़ानी मौसम के आख़िरी और सबसे भयंकर तूफ़ान आयोटा ने उनकी प्यारी भूमि को नष्ट कर दिया.
प्रोविडेंसिया के पर्यावरणीय खज़ाने को संरक्षित करने के कार्य को अपने जीवन का मिशन बना लेने वाली एक जीवविज्ञानी और लम्बे समय से क्षेत्र के निवासी, मार्सेला कैनो याद करती हैं, "सबसे चौंकाने वाली उसी तेज़ आवाज़ थी. हमारे लोग कहते हैं कि तूफ़ान शैतानी था क्योंकि उसकी ध्वनि बहुत अजीब और डरावनी थी."
लेकिन वो रात उन्होंने घण्टों तूफ़ान से बचने के लिये संघर्ष करने में गुज़ारी.
वह अपने घर में सो रही थीं कि आधी रात के क़रीब उन्हें अजीब सी आवाज़ें सुनाई देने लगीं. 155 मील प्रति घण्टे से अधिक गति के हवा के झोंकों के रूप में, यह तूफ़ान पूरे द्वीप को चीर गया.
बिजली और संचार माध्यम शीघ्र ही बन्द हो गए.

मार्सेला कैनो ने बताया, “मैंने खड़े होकर देखा कि मेरी छत की बत्तियाँ ऐसी लग रही थीं मानो वे सामान्य से अधिक ऊँची हों. तभी मुझे अहसास हुआ कि मेरी छत का हिस्सा उड़ गया है." उन्होंने कहा कि कुछ ही मिनटों के बाद उन्होंने अपने कमरे से दो ज़ोरदार धमाकों की आवाज सुनी और दीवारों से पानी गिरते देखा.
वह कहती हैं कि उनकी पहली प्रतिक्रिया थी घर से बाहर निकलने की, जो अब सोचने पर निश्चित रूप से सबसे अच्छा निर्णय था. क्योंकि न केवल छत बल्कि उनके घर की अधिकाँश दीवारें भीषण बारिश के कारण अन्धेरे और हवा से ढह गईं थीं.
“बहुत तेज़ बारिश हो रही थी; मैं अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रही थी क्योंकि हवा के वेग के कारण दरवाज़ा नहीं खुल पा रहा था. मैं किसी तरह अपनी मुला [मोटर चालित गोल्फ़ कार्ट] खड़ा करने की जगह पर पहुँची. मैं पूरी तरह से भीग चुकी थी, मैं बस वहीं बैठी रही."
उन्होंने अपनी गोल्फ़ कार्ट में इस उम्मीद पर 10 घण्टे से अधिक समय बिताया कि उसके पास स्थित दीवार और एक बड़ा चीड़ का पेड़ उन्हें सुरक्षित रखेगा.
“हर बार जब ज़ोर के धमाके की आवाज़ आती, तो मैं अपनी टॉर्च की रोशनी से पेड़ को देखती. अगर वो टूट जाता, तो यह मेरे लिये ख़तरे की घण्टी होती."
यह प्रोविडेंसिया की अब तक की सबसे लम्बी रात थी. और सूर्योदय के बाद भी, तूफ़ान के कारण बमुश्किल थोड़ी बहुत रोशनी ही हुई.
"घण्टों तक बहुत तेज़ हवा के झोंके आते और जाते रहे, और मैं बस यही प्रार्थना करती रही कि 'कृपा करके ईश्वर इसे रोक दें, यह बहुत लम्बा खिंच गया है, बस अब इसे रोक दें. मुझे अपने जीवन का यह सबसे लम्बा समय लगा. अन्त में, लगभग 11 बजे के आसपास हालात थोड़े बेहतर हुए, लेकिन अभी भी बहुत भीषण बारिश हो रही थी.”
तभी उन्होंने देखा कि सड़क पर उनके पड़ोसी उन्हें बुला रहे हैं. उन्होंने, मलबा-बिखरे हुई छोटी पहाड़ी पर चढ़ने का साहस जुटाया, तो पाया कि उनके पड़ोसियों का घर भी पूरी तरह नष्ट हो चुका था.
लेकिन मार्सेला के लिये यह क्षति अभी और भी दर्दनाक होने वाली थी.
जीवन-रक्षक प्रवृति

मार्सेला कैनो ‘Old Providence McBean Lagoon Natural National Park’ की निदेशक हैं, जो द्वीप का एक अद्वितीय और अत्यधिक महत्वपूर्ण संरक्षित स्थल व Seaflower UNESCO Biosphere Reserve है. उन्होंने इसकी रक्षा के लिये, 30 से अधिक वर्षों तक काम किया है, और अपनी टीम के साथ, पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली एवं पारिस्थितिक पर्यटन में अग्रणी रही है.
वह याद करती है, "मैंने चारों ओर देखा और द्वीप के सभी पेड़-पौधे नष्ट हो चुके थे. सब कुछ कालिमा छाई थी, और सभी पेड़ पत्ता-विहीन हो चुके थे. ऐसा लग रहा था जैसे सब कुछ जल गया हो, और समुद्र का स्तर ऊँचा हो गया हो. मुझे वहाँ से सांता कैटालिना द्वीप नज़र आ रहा था; जो पहले कभी नहीं दिखा. और मैं देख सकती थी कि वह कितना क्षतिग्रस्त हो चुका था.” उन्होंने यूएन न्यूज़ को बताया कि हर बार जब वह यह कहानी बयाँ करती हैं तो मुश्किल से ही अपने आँसू रोक पाती हैं.
उस रात, उन्होंने 10 परिवारों के साथ एक कंक्रीट के छज्जे के नीचे शरण ली, जो हवाओं और बारिश से पूरी तरह सुरक्षित था. यह वास्तव में एक निर्माणाधीन घर की दूसरी मंज़िल पर था.
मार्सेला कैनो कहती हैं, “हमने एक अस्थाई बिस्तर बनाया. उस समय कोलम्बिया में कोविड-19 भी शिखर पर था, लेकिन उस समय इसकी परवाह करना नामुमकिन था.”
अभी भी बारिश हो रही थी, और द्वीप आठ घण्टे से अधिक समय तक संचार के बिना रहा था. कोलम्बिया के सभी लोग लगभग एक दिन तक यही सोचते रहे कि प्रोविडेंसिया तूफ़ान आयोटा से बच भी पाया था या नहीं.
बाद में, जैसे ही मदद पहुँची, स्थानीय लोगों ने बताया कि कैसे लोग भोजन और आश्रय की तलाश में "ज़िन्दा लाशों" की तरह घूम रहे थे. चमत्कारिक रूप से, उस रात केवल चार लोगों की ही जानें गईं, लेकिन द्वीप का 98 प्रतिशत से अधिक बुनियादी ढाँचा नष्ट हो गया और 6,000 लोग बेघर हो गए.
"मैं नेशनल पार्क में अपनी टीम के बारे में पूछने के लिये गई. हम सब ठीक तो थे, लेकिन हमने वो सब कुछ खो दिया जिसके लिये हमने काम किया था. हमारा कार्यालय, हमारा पुस्तकालय, हमारे कम्प्यूटर में संग्रहीत अनुसंधान डेटा, सब कुछ खो गया था.”
एक पर्यावरणीय त्रासदी

कुछ समय बाद, मार्सेला कैनो, बोगोटा में अपने परिवार के साथ समय बिताने और तूफ़ान से प्रभावित परिवारों के लिये घरेलू सामान एवं बुनियादी आवश्यकताओं को इकट्ठा करके प्रोविडेंसिया लौटीं.
वापस आकर उन्होंने राष्ट्रीय उद्यान के अन्दर पर्यावरणीय क्षति का मूल्याँकन किया.
"मैंने अपना अधिकाँश जीवन यहाँ प्रोविडेंसिया में बिताया है और यह देखना कि राष्ट्रीय उद्यान को बनाए रखने के हमारे सभी प्रयास एक दिन के अन्दर मिट्टी हो गए, दिल दहला देने वाला था."
कोलम्बिया के राष्ट्रीय प्राकृतिक उद्यानों के अनुसार, पार्क के लगभग 90 प्रतिशत मैन्ग्रोव और जंगल एवं उथले पानी में मौजूद प्रवाल भित्तियाँ प्रभावित हुईं, जिनमें से कई नर्सरी में चल रहे बहाली प्रयास का हिस्सा थीं.
कभी प्रोविडेंसिया में सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र रहे क्रैब-के घाट के बाईं ओर इशारा करते हुए मार्सेला कैनो बताती, “हम पेड़-पौधों और खारे पानी की संरचनाओं को बहाल करने के लिये काम कर रहे हैं. हमने तूफ़ान से उखड़ गई प्रवाल कॉलोनियों का बचाव और पुनर्रोपण भी किया है.”
फ़िरोज़ी पानी से घिरे तट पर छोटा सा यह द्वीप नाटकीय रूप से उभरता है. सभी पर्यटक, पार्क के 360 डिग्री दृश्यों के लिये पहले ऊपर चढ़कर जाते थे. लेकिन अब एक नया ‘व्यूइंग डेक’ और घाट बनाया जा रहा है, और पिछले साल रोपित पेड़-पौधों भी उगने लगे हैं.
शैवाल से ढके धातु के मलबे की ओर इशारा करते हुए वो अपनी टीम से पूछती हैं, "क्या यह यहाँ तूफ़ान से पहले था?"

मूंगे की चट्टानें
पिछले दशक में अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य व रीफ़ बहाली के अनुभव की वजह से, ‘मैकबीन लैगून नेशनल पार्क’ ने वर्तमान में कोलम्बिया की राष्ट्रव्यापी परियोजना ‘वन मिलियन कोरल’ के लिये, नर्सरी में 55,000 से अधिक कोरल टुकड़े और 6,000 प्रतिरोपित कर, 200 हेक्टेयर से अधिक कोरल रीफ़ बहाल करने वाला सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन गया है.
यूएन न्यूज ने कुछ प्रतिरोपित कालोनियों का दौरा किया और मूंगे के टुकड़ों को एक-दूसरे में समाकर, युवा मछलियों को आकर्षित करने का चमत्कार देखा, जिससे वो समुद्री जीवन वापस आ रहा है, जो वर्तमान में समुद्री तापमान बढ़ने व चरम मौसम की घटनाओं से ख़तरे में है.
पार्क में मार्सेला कैनो की टीम का एक सदस्य, युवा समुद्री जीवविज्ञानी, वायोलेटा पोसाडा बताती हैं, "पानी का तापमान बढ़ रहा है, इसलिये शैवाल कॉलोनियाँ फैल रही हैं और संसाधनों के लिये प्रवाल भित्तियों से लड़ रही हैं."

उन्होंने रेखांकित किया कि पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का काम एक दैनिक प्रयास है, क्योंकि टीम को लगातार, शैवाल व अन्य ख़तरों से कॉलोनियों को लगातार साफ़ करते रहना पड़ता है, जो उनके विकास में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं.
प्रोविडेंसिया में जन्मी और पली-बढ़ी वायोलेटा पोसाडा, बहाली के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम देख पा रही हैं.
“मेरे पिताजी भी इस पार्क में काम करते थे. ये नई कॉलोनियाँ जो आप यहाँ देख रहे हैं, उन कोंपलों से बनी हैं, जिन्हें मेरे पिता ने 12 साल पहले नर्सरी में लगाया था.'
वो कहती हैं, “वे हमें भोजन, आश्रय और सुरक्षा देते हैं. वे पर्यटकों को भी आकर्षित करते हैं, जिस पर यह द्वीप निर्भर करता है.”

जीवनरक्षक मैन्ग्रोव
हालाँकि मूंगे फिर से पनपने लगे हैं और सूखे जंगल में भी सुधार देखा गया है, लेकिन प्रोविडेंसिया का दौरा करते समय लगभग 60 हैक्टेयर मैन्ग्रोव की क्षति बहुत स्पष्ट दिखाई देती है, जो कि समुदाय के लिये एक बड़ी चुनौती बन गई है.
मार्सेला कैनो बताती हैं, "हमारे सामने विशेष रूप से तट पर उगने वाले रेड मैन्ग्रोव को लेकर एक बड़ी चुनौती है. इस प्रजाति के 95 प्रतिशत से अधिक मैनेग्रोव तूफ़ान के दौरान नष्ट हो गए, और यह अपने-आप से दोबारा नहीं उगता."
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूनेप) के अनुसार, मैन्ग्रोव समृद्ध जैव विविधता संरक्षण में सहायक होते हैं और मछली व शंखमछली को आवास प्रदान करते हैं. साथ ही, बड़ी संख्या में पक्षियों के बैठने और घोंसला बनाने का क्षेत्र भी प्रदान करते हैं. उनकी जड़ें सरीसृप और उभयचरों की शरणस्थली भी हैं.
उनका पारिस्थितिकी तंत्र, उष्णकटिबंधीय जंगलों की तुलना में पाँच गुना अधिक कार्बन सोख सकता है, और उनकी मिट्टी भी बेहद प्रभावी तरीक़े से कार्बन सोखती हैं, जिससे वो हमारे गर्म हो रहे ग्रह के साँस लेने के लिये, अहम 'फेफड़े' का काम करते हैं.
मैन्ग्रोव तूफ़ान, सुनामी, समुद्री स्तर में वृद्धि और कटाव के ख़िलाफ़ एक प्राकृतिक तटीय रक्षक के रूप में भी कार्य करते हैं - एक पुल द्वारा प्रोविडेंसिया के उत्तर से जुड़े एक छोटा से द्वीप, सांता कैटालिना के निवासियों ने ख़ुद यह देखा व समझा है.
मार्सेला कैनो कहती हैं, "सांता कैटालिना द्वीप के तट के किनारे के मैन्ग्रोव ने आयोटा तूफ़ान के दौरान इस समुदाय की जीवन रक्षा की. मैन्ग्रोव और उनकी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के बिना, मछली व जैव विविधता [जिससे आजीविका प्रभावित होगी] में कमी हो जाएगी, और अगर हम इसे बहाल नहीं करते हैं, तो फिर यह हमारी रक्षा करने के लिये मौजूद नहीं होगा."

उसी गोल्फ़ कार्ट में, जिसने तूफ़ान के दौरान उनकी जान बचाई थी, मार्सेला कैनो, यूएन न्यूज़ की टीम को पार्क की मैन्ग्रोव नर्सरी तक ले गई, जहाँ 4,000 से अधिक पौधे उगाये जा रहे हैं.
वह बताती हैं, “हमारे यहाँ लाल और काले मैन्ग्रोव पाये जाते हैं. हम जाकर बीज ढूँढते हैं और उन्हें पानी की बाल्टी में डाल देते हैं. जब उनकी जड़ें निकल आती हैं, तो हम उन्हें रेत के थैलों में डाल देते हैं. चार से पाँच महीने बाद, वो अपने प्राकृतिक आवास में रोपने लायक हो जाते हैं.”
लेकिन, बहाली चुनौतियों के बिना नहीं आती. उन्होंने बताया कि लाल मैन्ग्रोव के बीजों की कमी तो है ही, साथ ही, केकड़ों की दो प्रजातियाँ छोटे पौधे खाना पसन्द करती हैं, और कुछ इगुआना उनकी पत्तियों को चबाकर ख़त्म कर देते हैं.
वह कहती हैं, "तो, हमें उनकी रक्षा के लिये, कुछ रचनात्मक तरीक़े अपनाने पड़ते हैं, जैसेकि पानी की बोतलें, टोकरियाँ जैसे अस्थाई समाधान.
राष्ट्रीय उद्यान बहाली रणनीति में समुदाय भी पूर्णत: शामिल है, और मैन्ग्रोव के पास रहने वाले छोटे बच्चों को पार्क यह शिक्षा दे रहा है कि इन पारिस्थितिक तंत्रों को कैसे विकसित किया जाए और किस तरह उनकी देखभाल की जाए.
विशेषज्ञ ज़ोर देकर कहते हैं, "तूफ़ान से पहले की मैन्ग्रोव संरचना प्राप्त करने में हमें लगभग 10 साल लगेंगे. ये दीर्घकालिक बहाली प्रक्रियाएँ हैं, सरकारों के लिये इसे समझना महत्वपूर्ण है.”

पर्यटन और स्थानीय व्यवसाय
द्वीप की स्थानीय आबादी में, अफ़्रीकी दासों के वंशज और ब्रिटिश नाविक, रायज़ल शामिल हैं, जो अंग्रेज़ी क्रियोल भाषा बोलते हैं, हालाँकि उनमें से कई स्पेनिश भी बोलते हैं. मुख्य भूमि में "प्रवासियों" की एक छोटी आबादी भी है, जो प्रोविडेंसिया को अपना घर कहते हैं.
स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यटन और पारम्परिक मछली पकड़ने व शिकार के इर्द-गिर्द घूमती है. कोविड-19 की पाबन्दियों और तूफ़ान से हुई तबाही के कारण पिछले दो साल से पर्यटन क्षेत्र सुस्त पड़ा हुआ है.
2022 के मध्य में ही द्वीप जनता के लिये वापस खोला गया, लेकिन आज तक भी, उसकी 2019 के मुक़ाबले हर महीने औसतन 3,000 आगन्तुकों रखने की क्षमता पूरी नहीं हो पाई हैं.
पुनर्निर्माण के प्रयासों में भाग लेने वाले सरकारी अधिकारियों, ठेकेदारों और स्वयंसेवकों के कार्यों के कारण बन्द हुए कई होटलों और व्यवसायों का काम जारी है.

होटल Cabañas de Agua Dulce की सह-मालिक, जुआनिता एन्जेल ने अपने पारिवारिक व्यवसाय को तूफ़ान से नष्ट होते देखा.
"सबसे पहले मैंने सोचा, 'कोई भी इसे दोबारा बहाल नहीं कर सकता.' हम महामारी के कारण एक साल के लिये बन्द थे और छतों की मरम्मत के लिये कर्ज़ लेना पड़ा था. तूफ़ान के दौरान जब मैंने छतों की टाइलें उड़ते हुए देखती, तो बस यही दिमाग में आता कि 'हमारा धन और हमारी उम्मीदें स्वाहा हो रही हैं."
जुआनिता एन्जेल का कहना है कि द्वीप पर किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि आयोटा इस तरह की तबाही मचाएगा क्योंकि अन्य तूफ़ानों में ऐसा कुछ नहीं हुआ था.
उन्होंने कहा, "इसलिये किसी ने भी इसे गम्भीरता से नहीं लिया, हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे साथ ऐसा कुछ हो सकता है ... हम इतने छोटे द्वीप हैं, नक्शे में केवल एक बिन्दु समान, लेकिन हमें भविष्य के लिये तैयार रहना ज़रूरी है."
इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेन्ज (IPCC) के विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे कई तरीक़े हैं, जिनसे छोटे द्वीपों को जलवायु-अनुकूल बनाया जा सकता है, जिसमें सामाजिक आर्थिक सम्वेदनशीलता कम करना, अनुकूलन क्षमता का निर्माण, आपदा जोखिम प्रबन्धन क्षमता बढ़ाना और दीर्घकालिक जलवायु सहनसक्षमता हासिल करना शामिल है.
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कैरेबियाई क्षेत्र को "जलवायु आपातकाल के लिये ग्राउण्ड ज़ीरो" के रूप में वर्णित किया और विकसित देशों से संकट के पैमाने और तात्कालिकता के लिये जलवायु कार्रवाई का मिलान करने का आहवान किया.
इसका मतलब होगा कि छोटे द्वीपों को वित्तीय सहायता प्रदान करना ताकि वे मज़बूत अनुकूलन क्षमता का निर्माण कर सकें, और अंततः कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकें, जो हमारे ग्रह को गर्म करने एवं जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारकों में से एक है, जिससे तूफ़ान बार-बार व अधिक तेज़ी से आ रहे हैं.

इस सब से गुज़रना ही क्यों है?
मार्सेला कैनो कहती हैं कि सहनसक्षमता और अनुकूलन हासिल करने का एक तरीक़ा है, पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली में निवेश करना.
वह बताती हैं, "एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र अधिक सहनसक्षम होता है. हमें इसे संरक्षित करना चाहिये ताकि जब आपदा आए तो पारिस्थितिकी तंत्र पर्यावरणीय वस्तुओं और सेवाओं पेश करता रहे, जो हमारी आबादी के जीवन की बेहतर गुणवत्ता में योगदान करते हैं.”
मार्सेला कैनो हमें यह भी याद दिलाती हैं कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक है, समुद्री संरक्षित क्षेत्रों की घोषणा.
ये क्षेत्र, पारिस्थितिक तंत्र और प्रजातियों पर कम दबाव डालते हैं, जिससे उन्हें प्राकृतिक प्रक्रियाओं को जारी रखने में मदद मिलती है, जिससे कार्बन भण्डारण जैसे जलवायु असर घटते हैं.
उदाहरण के लिये, यूनेप के अनुसार, व्हेल मछली की रक्षा, जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ़ प्रकृति आधारित समाधान है. व्हेल अपने लम्बे जीवन के दौरान, अपने शरीर में कार्बन जमा करती हैं. इन की आयु 200 साल तक भी होती है. जब वो मर जाती हैं, तो यह कार्बन उनके साथ ही समुद्र के तल में लीन हो जाता है.
वह ज़ोर देकर कहती हैं, "हमें इस तरह के अधिक संरक्षित क्षेत्रों की आवश्यकता है, और उनके उत्कृष्ट प्रबन्धन के लिये हमें और अधिक संसाधनों की ज़रूरत है, जिसमें स्थानीय समुदाय के ज्ञान को शामिल करना एवं उसे मूल्य देना बहुत अहम है."
मैकबीन लैगून नेशनल पार्क के प्रमुख ने रेखांकित किया कि प्रोविडेंसिया में पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करना और उनकी रक्षा करना न केवल एक स्व-सेवा कार्य है, बल्कि यह पूरे ग्रह को लाभान्वित करता है.
"हमने सोचा था कि जलवायु परिवर्तन ऐसी चीज़ है, जो किसी अन्य जगह पर हो रहा है, लेकिन इस तूफ़ान से सभी में विवेक का संचार हुआ, और हम भविष्य के लिये बेहतर तैयारी के तंत्र पर काम कर रहे हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि चरम मौसम की घटनाओं का जोखिम अभी बढ़ेगा ही."

एक सरकारी कार्यक्रम के हिस्से के तहत हाल ही में निर्मित अपने घर के डेक पर खड़े होकर, कैनो याद करती हैं कि तूफ़ान से पहले, वह इतनी आसानी से समुद्र नहीं देख पाती थीं.
“सभी ऊँचे पेड़ बह गए, जिससे अब मुझे यह सुन्दर दृश्य दिखाई देता है, लेकिन मैं उन [पेड़ों] को भी फिर से लगा रही हूँ. जरा सोचिए, हमने कितना खोया है."
वह यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि दुनिया जाने कि घरों का पुनर्निर्माण सिर्फ़ एक शुरुआत है.
"हमें अपने लोगों को इससे भी बड़ी घटनाओं के लिये तैयार रहने की आवश्यकता है, और हमें अपने द्वीप की विकास नीति में जलवायु परिवर्तन को शामिल करना होगा ताकि हम आने वाले समय के लिये तैयारी और अनुकूलन कर सकें."
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन के दौरान, मैकबीन लैगून नेशनल पार्क को पुर्तगाल के लिस्बन शहर में, असाधारण समुद्री वन्यजीव संरक्षण के लिये ब्लू पार्क पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
उन्होंने कहा, "तूफ़ान से पहले, मैं सेवानिवृत्त होने वाली थी, लेकिन अब मैं यह नहीं कर सकती. मैं यह सुनिश्चित किए बिना अपना पद नहीं छोड़ सकती कि यह पार्क मज़बूत है और भविष्य की पीढ़ियों के लिये तैयार है." जीवविज्ञानी ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने पहले सोचा था कि वो प्रोविडेंसिया में अगला नवम्बर नहीं बिताएँगी, और 2022 में अब चरम तूफ़ान का मौसम पास आने के साथ, आयोटा की डरावनी यादें दोबारा परेशान करने लगीं हैं.
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पारिस्थितिक तंत्र, पृथ्वी पर सभी जीवन का समर्थन करता है. हमारा पारिस्थितिकी तंत्र जितना स्वस्थ होगा, ग्रह और उसके लोग उतने ही स्वस्थ होंगे. पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली पर संयुक्त राष्ट्र दशक का उद्देश्य, हर महाद्वीप और हर महासागर में पारिस्थितिक तंत्र के क्षरण को रोकना व उलटना है. यह ग़रीबी को समाप्त करने, जलवायु परिवर्तन का मुक़ाबला करने और बड़े पैमाने पर विलुप्त होने को रोकने में मदद कर सकता है. यह तभी सफल होगा जब सभी अपनी भूमिका निभाएँ.
*तूफ़ान Iota को शुरूआत में 2020 में श्रेणी 5 का तूफ़ान माना गया था क्योंकि उपकरणों ने 160mph से अधिक की हवा की गति पकड़ी थी. 2021 में, Iota को यूएस नेशनल ओशनिक एण्ड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा तूफ़ान के एक विश्लेषण के बाद, श्रेणी 4 में धकेल दिया गया था, जिसके मुताबिक यह निर्धारित हुआ था कि इसकी अधिकतम वायु गति 155 मील प्रति घण्टा थी.