अफ़्रीका में पशु से मानव को लगने वाली बीमारियों में उछाल
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा गुरूवार को जारी विश्लेषण के अनुसार, अफ़्रीका में पिछले एक दशक के दौरान, उससे पिछले दशक की तुलना में, पशुओं से मानव में फैलने वाली बीमारियों के मामलों में 63 प्रतिशत का उछाल आया है.
अफ़्रीका के लिये यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की क्षेत्रीय निदेशिका डॉक्टर मैतशीदीसो मोएति ने प्रैस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि उभरती संक्रामक बीमारियों के 75 प्रतिशत से ज़्यादा मामले, ऐसे रोगजनकों (विषाणु, वायरस इत्यादि) से फैलते हैं जो जंगली और पालतू पशुओं में पाए जाते हैं.
#Africa 🌍 is facing a growing risk of outbreaks caused by zoonotic pathogens. There has been a 63% increase in the number of zoonotic outbreaks in the region in the decade from 2012-2022 compared to 2001-2011, according to a @WHO analysis ➡️ https://t.co/b6mnJVKydw pic.twitter.com/V6QEPSSSQB
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बीमारियों में उछाल
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के विश्लेषण में पाया गया है कि वर्ष 2001 के बाद से, अफ़्रीका क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य के 1,843 महत्वपूर्ण घटनाक्रम दर्ज किये गए, जिनमें से 30 प्रतिशत पशुओं से इनसानों में बीमारी फैलने के मामले थे.
वैसे तो पिछले दो दशकों के दौरान इस संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है, मगर वर्ष 2019 और 2020 में विशेष रूप से उछाल देखा गया है.
इन बीमारियों में ईबोला, मंकीपॉक्स, डेंगी बुख़ार, ऐन्थ्रेक्स और हैज़ा जैसी बीमारियाँ भी शामिल हैं.
स्वागत योग्य गिरावट
वैसे तो इस वर्ष अप्रैल के बाद से मंकीपॉक्स के संक्रमण मामलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है, मगर वर्ष 2021 की इसी अवधि की तुलना में देखा जाए तो, ये संख्या वर्ष 2020 में आए उछाल से भी कम है, जब क्षेत्र में मासिक स्तर पर सर्वाधिक उच्च स्तर दर्ज किया गया था.
वर्ष 2021 में त्वरित गिरावट के बाद, वर्ष 2022 के शुरू से लेकर अभी तक मंकीपॉक्स के 203 मामले दर्ज किये गए हैं, और पशुओं से इनसानों में फैलने वाली इस बीमारी के मामले कुछ ऐसे देशों में भी फैल गए हैं जहाँ ये कोई चिन्ता की बात नहीं थी.
अफ़्रीका में इस वर्ष हुए 175 संक्रमण मामलों के आँकड़ों से संकेत मिलता है कि औसतन आधे से अधिक मरीज़ 17 वर्षीय पुरुष थे.
डॉक्टर मोएती का कहना है, “अफ़्रीका को उभरती संक्रामक बीमारियों का विस्फोटक केन्द्र नहीं बनने दिया जा सकता है.”
टीम भावना
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अफ़्रीका को एक ऐसी बहुक्षेत्रीय कार्रवाई की आवश्यकता है जिसमें मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के विशेषज्ञ शामिल हों और जो एक टीम के रूप में समुदायों के साथ भी मिलकर काम करें.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), पूरे अफ़्रीका महाद्वीप में पशुओं से मानव में फैलने वाली बीमारी का मुक़ाबला करने के लिये, वर्ष 2008 के बाद से ही खाद्य और कृषि संगठन (FAO) और विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर काम करता रहा है.
डॉक्टर मोएती ने कोविड-19 की स्थिति के बारे में कहा कि अफ़्रीका महाद्वीप में इस महामारी के मामले, गत सप्ताह कुछ कम तो हुए हैं, मगर कुल मिलाकर अभी ये संक्रमण जारी है, जिसमें उत्तर अफ़्रीका में लगातार आठवें सप्ताह में मामलों की बढ़ोत्तरी का भी बड़ा हाथ है.
उन्होंने कहा कि अफ़्रीका में कोरानावायरस संक्रमण मामलों में बढ़ोत्तरी, मुख्य रूप से मोरक्को और ट्यूनीशिया की भड़काऊ स्थिति के कारण भी हो रही है, जिसने उत्तर अफ़्रीका में नए मामलों में, पिछले सप्ताह की तुलना में, 17 प्रतिशत वृद्धि कर दी है.
हालाँकि उन्होंने ये भी बताया कि मोरक्को में पहले ही कुछ गिरावट देखी जा रही है.