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इथियोपिया: टीगरे संघर्ष सुलझाने के लिये अब 'बेहतर स्थिति', आमिना जे मोहम्मद

संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव, अमीना मोहम्मद ने इथियोपिया की यात्रा के दौरान आदीस अबाबा में पत्रकारों से बातचीत की.
UNECA/Daniel Getachaw
संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव, अमीना मोहम्मद ने इथियोपिया की यात्रा के दौरान आदीस अबाबा में पत्रकारों से बातचीत की.

इथियोपिया: टीगरे संघर्ष सुलझाने के लिये अब 'बेहतर स्थिति', आमिना जे मोहम्मद

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने इथियोपिया की पाँच दिवसीय यात्रा के अन्तिम दिन कहा है कि यह पूर्वी अफ़्रीकी देश, उत्तरी क्षेत्र टीगरे में 15 महीने पहले भड़के संघर्ष का समाधान निकालने के लिये "बेहतर स्थिति" में है.

उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने बुधवार को राजधानी आदिस अबाबा से रवाना होते हुए, अदिस अबाबा हवाई अड्डे पर एक सम्वाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, "राष्ट्रीय सम्वाद और शान्ति का रास्ता ढूंढने के लिये व्यापक सम्वाद, बातचीत एवं विमर्श चल रहा है."

उन्होंने संघर्ष ख़त्म करके, शान्ति का मार्ग अपनाने के महासचिव के आहवान पर ज़ोर देते हुए रेखांकित किया किस तरह "बातचीत जारी है और निश्चित रूप से पिछले कुछ महीनों की तुलना में संघर्ष कम होता नज़र आ रहा है."

उप महासचिव, आमिना जे मोहम्मद ने पिछले सप्ताह के अन्त में, अफ़्रीकी संघ ऐसेम्बली (AU) के 35वें सत्र के उद्घाटन में महासचिव का प्रतिनिधित्व किया. वहाँ उन्होंने अफ़्रीकी नेताओं के साथ, विकास और संघर्ष से लेकर महाद्वीप समेत अनेक मानवीय संकटों के मुद्दों पर बातचीत की.

बैठक के बाद, उन्होंने कहा कि "अफ़्रीका में चुनौतियों का समाधान करने के बड़े अवसर मौजूद हैं." साथ ही, उन्होंने 2030 विकास एजेण्डा और अफ़्रीकी संघ के एजेण्डा 2063 के बीच तालमेल बनाने के महत्व पर बल दिया.

महिलाएँ और बच्चे

इथियोपिया के आदीस अबाबा में, अफ़्रीकी संघ शिखर सम्मेलन के नेताओं के साथ, उप महासचिव अमीना मोहम्मद (पहली पंक्ति में बायें से तीसरीं).
UNECA/Daniel Getachaw
इथियोपिया के आदीस अबाबा में, अफ़्रीकी संघ शिखर सम्मेलन के नेताओं के साथ, उप महासचिव अमीना मोहम्मद (पहली पंक्ति में बायें से तीसरीं).

उप प्रमुख ने अपनी यात्रा के दौरान टीगरे, अमहारा, सोमाली और अफ़ार के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से मुलाकात की, जहाँ उन्होंने न केवल अपनी आँखों से संघर्ष की त्रासदियों को देखा, बल्कि साथ ही, लड़ाई ख़त्म करने के लिये इथियोपिया सरकार और लोगों के प्रयासों के बारे में भी जानकारी हासिल की.

उन्होंने कहा कि "वहाँ के नेताओं की, लोगों की बातें सुनना, और उनकी आशाओं के बारे में जानना कि वे शान्ति के इस मार्ग से कैसे जुड़ना चाहेंगे, यह सभी बहुत महत्वपूर्ण था."

आमिना जे मोहम्मद ने कहा, "संघर्ष में कभी किसी की विजय नहीं होती."

उन्होंने कहा कि उनकी सभी यात्राओं से यह स्पष्ट हो गया  कि "इस संघर्ष में सबसे बड़ी हार महिलाओं और बच्चों की है."

"महिलाओं और बच्चों के साथ जो त्रासदी हुई है, मुझे उम्मीद है कि इथियोपिया के पुरुष उसे ठीक करने के प्रयासों की अगुवाई करेंगे."

संयुक्त राष्ट्र की उप प्रमुख ने अन्य अत्याचारों के साथ-साथ, यौन और लिंग आधारित हिंसा को तत्काल समाप्त करने का आहवान किया व व्यापक स्तर पर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया.

उन्होंने अधिकारियों से समस्त पुनर्बहाली और पुनर्निर्माण प्रयासों में, महिलाओं को सार्थक रूप से शामिल करने का भी आग्रह किया.

क्षमा करने का समय

उन्होंने बुधवार को, अपनी यात्रा के अन्तिम दिन, अफ़ार का दौरा किया, जहाँ उन्होंने क्षेत्र के राष्ट्रपति, क़बायली नेताओं और अन्य लोगों से मुलाक़ात की. उनके साथ इथियोपिया के राष्ट्रपति, सहले-वर्क ज़्यूडे भी शामिल हुए.

आमिना जे मोहम्मद ने अधफटे आयुधों से घायल युवा पीड़ितों से मिलने के लिये, सेमेरा के एक अस्पताल के दौरे के दौरान, बच्चों पर संघर्ष के विनाशकारी प्रभाव को ख़ुद देखा.

उन्होंने कहा कि भले ही घरों, स्कूलों और अस्पतालों के पुनर्निर्माण के लिये संसाधन मौजूद हों, लेकिन इस नुक़सान की भरपाई करने व "दोबारा विश्वास जगाने” एवं "समाज का ताना-बाना” बनाने में जीवन लग जाता है."

उन्होंने कहा, "क्षमा करने में समय लगता है. निश्चित रूप से, हमारी उम्मीद भी यही है कि इसे कोई भूल न सके.”

सोमाली में सूखे का क़हर

यूएन उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने इथियोपिया की राजधानी अदिस अबाबा में, AU शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.
UNECA/Daniel Getachaw
यूएन उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने इथियोपिया की राजधानी अदिस अबाबा में, AU शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.

उप महासचिव ने लम्बे समय से सूखे से प्रभावित क्षेत्रों में से एक सोमाली का, सोमवार को दौरा किया.

उन्होंने जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जलवायु कार्रवाई टिकाऊ विकास लक्ष्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने अधिक बान्ध बनाने और जल परियोजनाएँ विकसित करने के लिये, प्रधानमंत्री की योजना की सराहना भी की.

उन्होंने कहा, "फ़िलहाल शायद हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या यही है कि मानवीय सहायता जल्दी से जल्दी वहाँ पहुँचाई जा सके - ख़ासतौर पर प्रभावित महिलाओं और बच्चों की ज़रूरतें तत्काल पूरी करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है."

इथियोपिया में संयुक्त राष्ट्र की रैज़िडेण्ट व मानवीय सहायता संयोजक कैथरीन सोज़ी भी प्रतिनिधिमण्डल का हिस्सा रहीं. उन्होंने कहा कि 2021 में, संगठन ने सोमाली के सबसे अधिक ज़रूरतमन्द लोगों को सहायता के लिये एक करोड़ 80 लाख  डॉलर से अधिक की सहायता प्रदान की है. इसके अलावा, अतिरिक्त 20 करोड़ डॉलर अभी आबण्टित किये जाने हैं.

एकजुटता की यात्रा

आमिना मोहम्मद ने अपनी यात्रा की समाप्ति पर कहा कि पिछले पाँच दिन "इथियोपिया के लोगों के साथ एकजुटता की यात्रा" के रहे हैं. 

"आप [शान्ति के लिये] एक रास्ता खोज लें, और हम उस शान्ति पथ पर इथियोपिया के लोगों के साथ चलेंगे."

उन्होंने कहा, "जब शान्ति होती है, तो हम आर्थिक सुधार, गरिमा और आजीविका बहाली की यात्रा शुरू कर सकते हैं."