भ्रष्टाचार का मुक़ाबला करना, ‘समावेशी, टिकाऊ विकास’ के लिये अहम
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को कहा है कि भ्रष्टाचार तमाम समाजों में फैला हुआ है और इससे नेतृत्वकर्ताओं व संस्थानों में लोगों का भरोसा कमज़ोर होता है. उन्होंने मिस्र में हो रहे एक भ्रष्टाचार निरोधक सम्मेलन में ज़ोर देकर कहा कि “आवश्यकता पर लालच को प्राथमिकता देने से, हम सभी का नुक़सान होता है”.
यूएन प्रमुख ने भ्रष्टाचार निरोधक कन्वेन्शन के पक्ष देशों (CoSP9) के शर्म अल शेख़ (मिस्र) में शुरू हुए सम्मेलन को सम्बोधित, एक वीडियो सन्देश में चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि कोविड-19 महामारी से उबरने के प्रयासों में संसाधन निवेश करने वाले देशों को, महत्वपूर्ण संसाधन, आपराधिक अवसरवादियों के हाथों में पड़ने से बचाने के लिये पुख़्ता इन्तेज़ाम करने होंगे.
“Integrity is found in diversity. Empowering women empowers us all. The world needs women to help lead the fight against corruption.” said UNODC Executive Director @GhadaFathiWaly in the #CoSP9 side-event on gender-inclusive recovery from #COVID19. pic.twitter.com/l2DDkVJwFH
UNODC
अहम क़दम
यूएन प्रमुख ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण विषमताएँ और ज़्यादा गहरी होती हैं, कुटिलता को खाद मिलती है और महिलाओं व लड़कियों के सामने दरपेश बाधाएँ और ज़्यादा मज़बूत होती हैं.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का मुक़ाबला करना, समावेशी व टिकाऊ विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम है.
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस सम्मेलन को, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ वैश्विक सहयोग को मज़बूत करने और कार्रवाई तेज़ करने का एक अवसर क़रार दिया.
उन्होंने कहा, “आइये, हम उम्मीदों में फिर से जान फूँकें व संस्थाओं में भरोसा फिर से बहाल करें...एक ज़्यादा सुरक्षित, ज़्यादा समृद्ध व न्यायसंगत भविष्य की ख़ातिर, कार्रवाई करने के लिये, अभी बिल्कुल सटीक समय है.”
एक सुर में बोलना
संयुक्त राष्ट्र के ड्रग्स व अपराध निरोधक कार्यालय (UNODC) की मुखिया ग़ादा वॉली ने इस सम्मेलन में कहा कि भ्रष्टाचार को रद्द करने की ख़ातिर, एक सुर में आवाज़ बुलन्द करने के लिये, हम यहाँ, इस अति महत्वपूर्ण क्षण में मौजूद हैं.
उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार से विकास, सुरक्षा, और हर किसी के अधिकारों की अहमियत कम होती है. भ्रष्टाचार से व्यवस्थाओं व संस्थाओं में लोक विश्वास कमज़ोर होता है.”
ग़ादा वॉली ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण, हर साल दुनिया को खरबों डॉलर की रक़म का नुक़सान होता है, वो भी ऐसे दौर में जब, सार्वजनिक निवेश बढ़ाने के लिये, एक-एक डॉलर की अहमियत और ज़रूरत है.
केवल अफ़्रीका में ही, धन-सम्पदा के ग़ायब हो जाने के रूप में, साल भर में, 88 अरब डॉलर से ज़्यादा का नुक़सान होता है.
यूएन अपराध निरोधक एजेंसी की प्रमुख ने कहा, “संस्थाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही के अभाव के कारण लोग, न्याय, स्वास्थ्य, संरक्षण, और अन्य सेवाओं तक, लोगों की समान पहुँच से वंचित होते हैं”, इससे प्रतिस्पर्धा का विनाश होता है, क़ीमतें बढ़ती हैं, और सेवाओं की उपलब्धता पर नकारात्मक असर पड़ता है.
उससे भी ज़्यादा, भ्रष्टाचार के कारण, अपराधियों, तस्करों और आतंकवादियों को, अपराध के ज़रिये इकट्ठा किये गए धन को छुपाने के लिये, सुरक्षित ठिकाने तलाश करना आसान हो जाता है, इससे तस्करी के लिये मार्ग भी आसान होते हैं.
कोविड-19 महामारी ने समाजों पर भ्रष्टाचार के प्रभावों को रेखांकित किया है – जिससे कमज़ोर हालात में बढ़ोत्तरी हुई है और जवाबी कार्रवाइयों के लिये, जोखिम उत्पन्न हुए हैं.
उन्होंने कहा, “यहाँ, शर्म अल शेख़ में, विश्व, इस चुनौती का सामना करने के लिये उठ-खड़े होने का फ़ैसला कर सकता है और कार्रवाई कर सकता है.”
महत्वपूर्ण क़दम
ग़ादा वॉली ने कहा कि भ्रष्टाचार सीमाओं से परे का एक अपराध है और इसका सामना करने के लिये, अन्तरराष्ट्रीय सहयोग की ज़रूरत है जिसमें, परिणामों को लगातार बाधित करने वाली समस्याओं को दूर करना होगा.
उन्होंने कहा कि सदस्य देश, हाल ही में शुरू किये गए, ग्लोब-ई नैटवर्क GlobE network में शामिल होकर, क़ानून लागू करने में एक त्वरित सहयोग वाले वैश्विक मंच से लाभ उठा सकते हैं.
इस नैटवर्क में 48 देशों के 80 प्राधिकरण पहले ही शामिल हो चुके हैं.
उन्होंने प्रतिभागियों से, चोरी की गई सम्पदा की बरामदगी के लिये, विश्व बैंक और यूएन ड्रग्स व अपराध निरोधक कार्यालय (UNODC) द्वारा चलाई जा रही पहल - StAR के साथ जुड़ने का भी आग्रह किया.