वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

नई भ्रष्टाचार-विरोधी पहल का स्वागत – 'भरोसे और न्याय' को मिलेगा बढ़ावा

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भ्रष्टाचार एक अपराध है, अनैतिक और लोकविश्वास के साथ धोखाधड़ी है.
UN News/Daniel Dickinson
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भ्रष्टाचार एक अपराध है, अनैतिक और लोकविश्वास के साथ धोखाधड़ी है.

नई भ्रष्टाचार-विरोधी पहल का स्वागत – 'भरोसे और न्याय' को मिलेगा बढ़ावा

क़ानून और अपराध रोकथाम

​संयुक्त राष्ट्र ने भ्रष्टाचार की विकराल चुनौती से निपटने के लिये गुरुवार को एक नए नैटवर्क (GlobE) की शु​​रुआत की है, जिसके ज़रिये इस समस्या के व्यावहारिक समाधानों को ढूँढना सम्भव होगा और भ्रष्टाचार के मामलों की निगरानी, जाँच व दोषियों पर कार्रवाई की जा सकेगी. यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने आगाह किया है कि भ्रष्टाचार के दोषियों की जवाबदेही तय ना होने से, लोगों में नाउम्मीदी व निराशा घर करती है और लोकतंत्र कमज़ोर होता है.

यूएन महासचिव ने गुरुवार को भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ महासभा के पहले विशेष सत्र को अपने वीडियो सन्देश के ज़रिये सम्बोधित किया.

महासचिव ने कहा कि भ्रष्टाचार-विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसियों का वैश्विक नैटवर्क (Global Operational Network of Anti-Corruption Law Enforcement Authorities/GlobE) सही दिशा में उठाया गया क़दम है.

Tweet URL

"यह नैटवर्क, क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों को, सीमाओं से परे, अनौपचारिक सहयोग के ज़रिये क़ानूनी प्रक्रियाओं से निपटने के लिये सक्षम बनाएगा, और भरोसे का निर्माण करने व भ्रष्टाचार के दोषियों की जवाबदेही तय करने में मदद करेगा."

इस पहल को पेश करते हुए, भ्रष्टाचार विरोधी विशेषज्ञों ने GlobE नैटवर्क की भूमिका पर चर्चा की.

उनका मानना है कि इसके ज़रिये, सभी देशों और उनकी स्वतंत्र भ्रष्टाचार-विरोधी एजेंसियों के पास सीमा-पार भ्रष्टाचार के मामलों की निगरानी, जाँच और अभियोजन के लिये सम्पर्क व औज़ार सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

उन्होंने ध्यान दिलाते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी से पहले, दुनिया के अनेक हिस्सों में देशों को व्यापक पैमाने पर सरकार-विरोधी प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा था.

"भ्रष्टाचार, प्रदर्शनकारियों की मुख्य शिकायतों में से एक था. हम निश्चित रूप से यह बात कह सकते हैं कि वे प्रदर्शनकारी अब हमें नज़दीक से देख रहे हैं. पुनर्बहाली में ख़रबों डॉलर का निवेश हुआ है."

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि भ्रष्टाचार अक्सर व्यवस्थागत और संगठित होता है. यह एक ऐसा अपराध है जो सीमाओं को पार करता है और समुदायों व लोकतंत्रों को धोखा देता है.

"यह दुनिया भर में लोगों से ख़रबों डॉलर को चुराता है – आमतौर पर उनसे, जो सबसे अधिक ज़रूरतमन्द होते हैं, चूँकि यह टिकाऊ विकास के लिये संसाधनों को चपत लगाता है."

उन्होंने कहा कि जब ताकतवर लोगों को, भ्रष्टाचार की जवाबदेही नहीं होती तो नागरिकों का शासन संस्थाओं से भरोसा ख़त्म हो जाता है, और नाउम्मीद व निराशावाद की वजह से लोकतंत्र कमज़ोर होता है.

महासचिव ने स्पष्ट किया कि, "टिकाऊ विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिये भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ बहाव को मोड़ना अहम है."

इस क्रम में उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ाई के लये राजनैतिक संकल्प में नए सिरे से ऊर्जा भरने, चुराई गई सम्पत्तियों को वापिस लाने के लिये अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को मज़बूती प्रदान करने और अपराधियों व उनके धन की शरणगाहों पर नकेल कसने की ज़रूरत रेखांकित की है.

यूएन प्रमुख के मुताबिक उनका संगठन, इस विषय में सभी सरकारों को तकनीकी सहायता मुहैया कराना जारी रखेगा. साथ ही, यूएन प्रमुख ने नैटवर्क का पूर्ण रूप से इस्तेमाल करने और भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिये प्रयासों को प्रोत्साहन देने की पुकार लगाई है.

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के लिये दण्डमुक्ति को समाप्त करना और चुराई गई सम्पत्तियों को उनके मालिकों तक पहुँचाना बेहद महत्वपूर्ण क़दम हैं.

भरोसे, सत्यनिष्ठा और न्याय के मूल्यों पर आधारित एक नए सामाजिक अनुबन्ध की दिशा में आगे बढ़ने के लिये यह अहम होगा.