क्योटो काँग्रेस: अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय के लिये वैश्विक सहयोग पर ज़ोर
अपराध रोकथाम व आपराधिक न्यायालय पर संयुक्त राष्ट्र की 14वीं काँग्रेस में, टिकाऊ विकास लक्ष्य प्राप्ति व कोरोनावायरस महामारी से उबरने के प्रयासों में, अपराध के विरुद्ध वैश्विक सहयोग फिर से मज़बूत करने का आहवान किया गया है. जापान के क्योटो में, रविवार को शुरू हुई यह काँग्रेस महामारी की रोकथाम के लिये लागू उपायों के मद्देनज़र, परम्परागत और वर्चुअल मंचों के मिले-जुले रूप में आयोजित किया गया.
इस काँग्रेस के उदघाटन सत्र को जापान की राजकुमारी ताकामादो, प्रधानमन्त्री यशीहीदे सूगा, न्यायामन्त्री योको कामीकावा, यूएन महासचिव एंतोनीयो गुटेरेश और यूएन महासभा अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर और संयुक्त राष्ट्र के अपराध रोकथाम व ड्रग्स सम्बन्धित कार्यालय – UNODC की कार्यकारी निदेशक ग़ादा वॉली ने सम्बोधित किया.
The Crime Congress agreed on the #KyotoDeclaration to tackle growing crime threats and promote inclusive #COVID19 recovery. Read the story to find out what happened on the first day of the #CrimeCongress🌸 in Kyoto, Japan ➡️ https://t.co/nAClEtz2IC pic.twitter.com/UU7piehjkg
UNODC
रविवार को स्वीकृत क्योटो घोषणा-पत्र में, देशों के बीच, अपराधों की रोकथाम, आपराधिक न्याय प्रणालियों, विधि के शासन और अन्तरराष्ट्रीय सहयोग जैसे मामलों में ठोस कार्रवाई किये जाने पर सहमति हुई है.
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश, इसी तरह के संकल्प, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय आयोग के, मई 2021 में वियेना में होने वाले 30वें सत्र में, भी आगे बढ़ाएंगे.
यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने न्यूयॉर्क से अपने सीधे सम्बोधन में, वैश्विक महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में, अपराध रोकथाम काँग्रेस की महत्ता को रेखांकित किया.
उन्होंने कहा, “देशों और उनमें रहने वाली आबादियों के बीच सामाजिक संविदा को फिर से ताज़ा करने में, अपराध रोकथाम, आपराधिक न्याय प्रणालियाँ और क़ानून के शासन की अति महत्वपूर्ण भूमिका है.”
“14वीं अपराध रोकथाम काँग्रेस के एजेण्डा में, मौजूदा संकट के दौर में, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय को मज़बूत किये जाने की ज़रूरत को देखते हुए, कार्रवाई किये जाने पर ध्यान केन्द्रित किया गया है.”
यूएन महासभा अध्यक्ष वोल्कान बोज़किर ने पहले से रिकॉर्ड कराए सन्देश में कहा कि हमें ग़लतियाँ करने से बचना होगा. “अगर हम क़ानून के शासन, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय पर कार्रवाई नहीं करेंगे, तो हम 2030 का टिकाऊ विकास एजेण्डा हासिल नहीं कर सकते.”
संयुक्त राष्ट्र के ड्रग्स व अपराध निरोधक कार्यालय (UNODC) के सहयोग से आयोजित यह क्योटो काँग्रेस, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय मुद्दे पर, देशों, अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों, सिविल सोसायटी, विशेषज्ञों और विद्वानों की विशाल सभा का प्रतिनिधित्व करती है.
विशाल महफ़िल
यूएनओडीसी के अनुसार, कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र, क्योटो काँग्रेस में कड़े व उच्च दर्जे के सुरक्षा प्रबन्ध किये गए, जिनमें प्रतिभागियों की सीमित शारीरिक मौजूदगी के साथ-साथ, भारी संख्या में, प्रतिनिधियों ने, डिजिटल माध्यमों से शिरकत की.
इसमें लगभग 5 हज़ार 600 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, और उनमें से लगभग 4 हज़ार 200 ने ऑनलाइन शिरकत के लिये पंजीकरण कराया.
प्रतिभागियों में, 152 देशों, 37 अन्तर-सरकारी संगठनों, 114 ग़ैर-सरकारी संगठनों, 600 निजी विशषज्ञों और संयुक्त राष्ट्र के अनेक संगठनों व अंगों के प्रतिनिधियों ने क्योटा काँग्रेस में शिरकत की है.
यूएनओडीसी की कार्यकारी निदेशक ग़ादा वॉली ने क्योटो काँग्रेस के प्रतिभागियों के प्रयासों की यह कहते हुए सराहना की कि उन्होंने अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय को आगे बढ़ाने के वैश्विक प्रयासों और अधिक शान्तिपूर्ण व समावेशी समाजों की दिशा में, एक नया अध्याय लिखा है.
उन्होंने कहा, “ऐसे में जबकि दुनिया एक इस लम्बी अवधि के संकट में उलझी हुई है, हम तमाम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी को भी पीछे नहीं छोड़ देने की तात्कालिकता में एकजुट हैं.”
“हम समय के विरुद्ध दौड़ में शामिल हैं क्योंकि संगठित अपराध जगत ने, इस संकट की स्थिति का फ़ायदा अपने हित में उठाने में, कोई क़सर नहीं छोड़ी है, झूठी वैक्सीनें बेचने से लेकर, उन लोगों का शोषण तक करना जिनकी आवाजीकाएँ बन्द हो गई हैं, यहाँ तक कि आर्थिक पुनर्बहाली के लिये निर्धारित धन को भी कहीं और ख़र्च किया जाना शामिल हैं.”
ये 14वीं अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय काँग्रेस, मूल रूप में, अप्रैल 2020 में होनी थी लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था.
13वीं काँग्रेस क़तर की राजधानी दोहा में हुई थी.