इथियोपिया: मानवीय राहत यात्री विमान पहुँचा टीगरे, राहतकार्य में तेज़ी की उम्मीद

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत वायु सेवा (UNHAS) के यात्री विमान की पहली उड़ान इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र में स्थित मैकेल्ले के अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुँची है. यह उड़ान संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) द्वारा संचालित है.
विश्व खाद्य कार्यक्रम के मुताबिक़ इथियोपिया के उत्तरी क्षेत्र में 40 लाख से अधिक लोगों को आपात भोजन सहायता की आवश्यकता है.
The first @WFP_UNHAS passenger flight to #Tigray has touched down, carrying more than 30 employees from humanitarian organisations working to deliver urgently needed assistance to conflict-affected communities across Tigray.🆕🗞️Operational update: https://t.co/jzplPuuF5o pic.twitter.com/TCuBsqgUQA
WFP
पिछले आठ महीनों से टीगरे क्षेत्र में, केन्द्रीय सरकारी सुरक्षा बलों और क्षेत्रीय गुट, ‘टीगरे पीपल्स लिबरेशन फ्रण्ट’ (TPLF) के वफ़ादार लड़ाकों में लड़ाई चल रही है.
हिंसा की वजह से बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए हैं और वहाँ अकाल का ख़तरा मंडरा रहा है.
24 जून को वाणिज्यिक उड़ानों पर रोक लगाने के बाद यह पहली बार है जब किसी यात्री विमान ने क्षेत्र के लिये उड़ान भरी.
इस विमान में विभिन्न मानवीय राहत संगठनों के 30 से अधिक कर्मचारी सवार थे, ताकि टीगरे में हिंसक संघर्ष प्रभावित समुदायों को तत्काल सहायता प्रदान करने के प्रयास आगे बढ़ाए जा सकें.
पूर्वी अफ़्रीका के लिये विश्व खाद्य कार्यक्रम के क्षेत्रीय निदेशक माइकल डनफ़र्ड ने बताया कि इस उड़ान को वहाँ पहुँचते देखना राहत भरा है.
उन्होंने कहा कि इस विमान से उन सहकर्मियों को लाया गया है जो मानवीय राहत अभियानों का स्तर बढ़ाने के लिये सामूहिक प्रयासों का हिस्सा हैं.
उम्मीद जताई गई है कि उनकी मदद से 21 लाख लोगों तक जीवनदायक भोजन सहायता पहुँचाना सम्भव होगा.
गुरूवार से मानवीय राहत वायु सेवा (United Nations Humanitarian Air Service) की उड़ानें सप्ताह में दो बार चलेंगी.
इस सेवा की मदद से टीगरे से मानवीय राहतकर्मियों की आवाजाही भी सम्भव होगी.
मगर, पर्याप्त भोजन व मानवीय राहत सामग्री के अभाव की वजह से, हिंसा प्रभावित क्षेत्र में मानवीय राहत अभियान एक बड़ी चुनौती बना हुआ है.
संचार सुविधाओं के सीमित होने और वाणिज्यिक आपूर्ति श्रृंखला उपलब्ध ना होने की वजह से हालात और ज़्यादा कठिन हो गए हैं.
इस बीच, अफ़ार सहित आस-पास के इलाक़ों में हिंसा तेज़ हो रही है, जिसके मद्देनज़र, टीगरे तक मानवीय राहत सामग्री लेकर आने वाले काफ़िले पहुँचा पाना, यूएन एजेंसी के लिये एक बड़ी चिन्ता है.
ग़ौरतलब है कि 18 जुलाई को विश्व खाद्य कार्यक्रम के एक काफ़िले पर उस समय हमला किया गया था, जब अतिआवश्यक मानवीय राहत सामान को टीगरे भेजे जाने का प्रयास किया जा रहा था.
यूएन एजेंसी के नेतृत्व में भोजन और अन्य मानवीय राहत सामग्री को लेकर 200 से अधिक ट्रक फ़िलहाल सेमेरा में तैयार हैं.
सुरक्षा सम्बन्धी अनुमति मिलने के बाद उनके जल्द ही टीगरे की ओर प्रस्थान करने की आशा है.
क्षेत्रीय निदेशक माइकल डनफ़र्ड ने बताया कि अकाल की रोकथाम की जा सकती है और सभी सम्बद्ध पक्षों में इसे रोकने की सामर्थ्य है.
यूएन एजेंसी ने सभी युद्धरत पक्षों से युद्धविराम की पुकार लगाई है ताकि मानवीय राहत कार्रवाई का दायरा व स्तर तत्काल बढ़ाया जा सके और उन सभी रास्तों का इस्तेमाल किया जा सके, जिनके ज़रिये ज़रूरतमन्दों तक पहुँचा जा सकता है.
तमाम चुनौतियों के बावजूद, विश्व खाद्य कार्यक्रम ने दक्षिण और पश्चिमोत्तर के कुछ हिस्सों में सवा सात लाख से अधिक लोगों तक खाद्य सामग्री वितरित की है.