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खाद्य सामग्री

काला सागर अनाज निर्यात के तहत, यू्क्रेन के अनाज का लगभग 26 हज़ार टन भण्डार लेकर पहला जहाज़ को, लेबनान में अपनी की तरफ़ बढ़ने के लिये मंज़िल के लिये, हरी झण्डी मिल गई है.
© UNOCHA

यूक्रेन के अनाज निर्यात जहाज़ - रज़ोनी को मंज़िल के लिये हरी झण्डी

काला सागर अनाज निर्यात समझौते के अन्तर्गत यूक्रेन का लगभग 26 टन अनाज लेकर रवाना हुआ – रज़ोनी नामक व्यासायिक जहाज़, तुर्की के इस्तान्बूल में निर्धारित निरीक्षण के लिये कुछ समय रुकने के बाद, बुधवार को अपनी मंज़िल लेबनान के लिये रवाना हो गया है.

संयुक्त राष्ट्र व रैड क्रॉस के नेतृत्व में मारियुपोल के स्टील प्लांट से आमजन को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है.
© UNOCHA/Kateryna Klochko

यूक्रेन: मारियुपोल से आमजन की सुरक्षित निकासी से जागी आशा की किरण

संयुक्त राष्ट्र में मानवीय राहत मामलों (UNOCHA) की उप प्रमुख जॉयस म्सूया ने कहा है कि यूक्रेन पर बर्बरतापूर्ण रूसी आक्रमण से प्रभावित आमजन तक पहुँचने के लिये हर विकल्प पर विचार किया जा रहा है. इस क्रम में, मारियुपोल व आसपास के इलाक़ों से आमजन को सुरक्षित निकालने में मिली सफलता से उम्मीद जगी है.

एक पाँच वर्षीय बच्ची मैडागास्कर में दोपहर का भोजन कर रही है.
© WFP/Sitraka Niaina Raharinaiv

खाद्य असुरक्षा हालात चिन्ताजनक, बुनियादी कारणों से निपटने पर बल

संयुक्त राष्ट्र और साझीदारों की एक नई रिपोर्ट दर्शाती है कि अचानक खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे लोगों की संख्या में, चिन्ताजनक ढँग से वृद्धि जारी है और पीड़ितों तक तत्काल जीवनरक्षक खाद्य व आजीविका सहायता पहुँचाने के लिये तत्काल प्रयास किये जाने होंगे.

फ़िलिपीन्स के पुरोक ज़िले में तूफ़ान प्रभावित इलाक़े में एक बच्चा.
© UNICEF/David Hogsholt

फ़िलिपीन्स: सुपर टाइफ़ून ‘राई’ के बाद हालात बदतर होने की आशंका

फ़िलिपीन्स के अनेक इलाक़ों को अपनी चपेट में लेने वाले चक्रवाती तूफ़ान, सुपर टाइफ़ून ‘राई’ के गुज़र जाने के कई दिन बाद भी, वहाँ हालात बेहद चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं. प्रभावित समुदाय सुपर टाइफ़ून के असर से उबर नहीं पाए हैं और विशाल स्तर पर उत्पन्न हुईं बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. 

इथियोपिया के अफ़ार क्षेत्र में महिलाओं को आपात खाद्य सहायता प्रदान की जा रही है.
© WFP/Claire Nevill

इथियोपिया: सहायता धनराशि की क़िल्लत, मानवीय राहत अभियान के लिये जोखिम 

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आगाह किया है कि पर्याप्त सहायता धनराशि के अभाव में इथियोपिया में ज़रूरतमन्दों तक मानवीय राहत पहुँचाने के प्रयासों के लिये जोखिम पैदा हो सकता है, जिससे अगले छह महीनों में लाखों लोगों के भुखमरी के गर्त में धँसने की आशंका है.

दक्षिणी मैडागास्कर को पिछले चार दशकों में सबसे गम्भीर सूखे का सामना करना पड़ रहा है.
© UNICEF/Lalaina Raoelison

मैडागास्कर: कुछ इलाक़े अकाल से प्रभावित, बच्चों के लिये बढ़ा जोखिम

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने मंगलवार को कहा है कि दक्षिणी मैडागास्कर के कुछ इलाक़ों को अकाल के हालात का सामना करना पड़ रहा है. यूएन एजेंसी के देशीय उपनिदेशक एरडुइनो मैनगोनी के अनुसार यह जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाला, शायद पहला अकाल है. 

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त की राजधानी क्वेटा का एक इलाक़ा. (फ़ाइल फ़ोटो)
UNICEF/Asad Zaid

पाकिस्तान: बलूचिस्तान में भूकम्प से अनेक लोग हताहत

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में आए एक शक्तिशाली भूकम्प में, कम से कम 41 लोगों की मौत होने और 300 से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बरें हैं. मानवीय राहत मामलों में समन्वय के लिये यूएन कार्यालय (UNOCHA), राहत एवं बचाव कार्य में सम्भावित मदद के लिये स्थानीय प्रशासन के साथ सम्पर्क में है. 

मानवीय राहत यात्री विमान ने इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से टीगरे के लिये उड़ान भरी.
© WFP/Photolibrary

इथियोपिया: मानवीय राहत यात्री विमान पहुँचा टीगरे, राहतकार्य में तेज़ी की उम्मीद

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत वायु सेवा (UNHAS) के यात्री विमान की पहली उड़ान इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र में स्थित मैकेल्ले के अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुँची है. यह उड़ान संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) द्वारा संचालित है. 

इथियोपिया के टीगरे क्षेत्र में, लड़ाई भड़कने के कारण बाधित हुए मानवीय सहायता अभियान फिर से शुरू कर दिये हैं.
WFP/Rein Skullerud

टीगरे में लाखों प्रभावितों तक सहायता पहुँचाने के लिये निर्बाध पहुँच की दरकार

संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने इथियोपिया के युद्धग्रस्त इलाक़े टीगरे में सहायता अभियान फिर से शुरू कर दिये हैं. उस क्षेत्र में पिछले सप्ताह लड़ाई भड़कने के बाद सहायता अभियान रोकने पड़े थे, हालाँकि यूएन एजेंसी ने शुक्रवार को आगाह भी किया है कि वहाँ सम्पूर्ण मानवीय सहायता कार्य करने के रास्ते में “गम्भीर चुनौतियाँ” दरपेश हैं.