क्योटो काँग्रेस: 'विभाजनों व विषमताओं' का एकजुटता से मुक़ाबला करने की पुकार

विश्व भर में, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय पर सबसे बड़ी सभा क्योटो काँग्रेस, जापान में सम्पन्न हो गई. संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अपराध रोकथाम अधिकारी ग़ादा वॉली के अनुसार, इस काँग्रेस में, दुनिया भर में, कोविड-19 के कारण उजागर हुए विभाजनों और विषमताओं का मुक़ाबला, वैश्विक एकजुटता के साथ करने का आहवान किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र के ड्रग्स व अपराध रोकथाम कार्यालय – UNODC की कार्यकारी निदेशक ग़ादा वॉली ने इस अवसर पर कहा है कि हमने, “आज की ज़रूरतों और भविष्य का सामना करने के लिये, अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय को मज़बूत किया है... जिसमें किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाए.“
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UNODC
ग़ादा वॉली, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में आयोजित 14वीं अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय काँग्रेस की महासचिव भी हैं.
यह काँग्रेस संयुक्त राष्ट्र के ड्रग्स व अपराध रोकथाम कार्यालय (UNODC) के सहयोग से, जापान के क्योटो शहर में आयोजित की गई, जिसमें 152 देशों, 114 ग़ैर-सरकारी संगठनों, 37 अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों और 600 निजी विशेषज्ञों व अन्य यूएन संस्थाओं ने शिरकत की.
इस काँग्रेस में, टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति और अधिक न्यायसंगत दुनिया बनाने के लिये, ज़्यादा मज़बूत अन्तरराष्ट्रीय साझेदारियों की पुकार लगाई गई है.
रविवार को शुरू हुई क्योटो काँग्रेस में, सदस्य देशों ने क्योटो घोषणा-पत्र जारी किया जिसमें, सरकारों ने अपराध रोकथाम, आपराधिक न्याय, क़ानून के शासन सम्बन्धी चिन्ताओं, और अन्तरराष्ट्रीय सहयोग के लिये ठोस कार्रवाई करने पर सहमति व्यक्त की.
सदस्य देश, ये संकल्प, विएना में मई 2021 में होने वाले, अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय के, 30वें सत्र में भी आगे बढ़ाएंगे.
क्योटो काँग्रेस की अध्यक्षा, जापान की न्याय मन्त्री योको कामीकावा ने प्रतिभागियों को बताया, “टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये, हमारी प्रतिबद्धता को, क्योटो घोषणा-पत्र के रूप में वजूद मिला है.”
उन्होंने क्योटो घोषणा-पत्र को केवल एक लक्ष्य ना मानकर, शुरुआत क़रार देते हुए ध्यान दिलाया कि ये समय कार्रवाई करने का है: हमारा अगला क़दम इस घोषणा-पत्र को लागू करके, न्यायसंगत, शान्तिपूर्ण समावेशी समाजों को मूर्त रूप देना है.
इस बीच ग़ादा वॉली ने कहा कि क्योटो घोषणा-पत्र में, अपराध की, देशों की सीमाओं के आर-पार होने, संगठित और जटिल प्रकृति को स्वीकार किया गया है.
साथ ही, क़ानून लागू करने और आपराधिक न्याय संस्थाओं की क्षमताएँ बढ़ाने व अन्तरराष्ट्रीय सहयोग मज़बूत करने के लिये, फिर से समर्थन व्यक्त करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.
क्योटो काँग्रेस में, प्रतिभागियों ने छह दिन तक जिन विषयों पर चर्चा की, उनमें प्रमुख थे – अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय को कैसे आगे बढ़ाया जाए, विधि का शासन कैसे प्रोत्साहित किया जाए और टिकाऊ विकास लक्ष्य किस तरह हासिल किया जाएँ.
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क्योटो काँग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि ये ऐसे माहौल में और भी ज़्यादा महत्वपूर्ण हो गया है जबकि कोविड-19 के कारण, समाजों का ताना-बाना बिखर रहा है, क्योंकि बहुत कमज़ोर हालात वाले लोग अत्यधिक प्रभावित हुए हैं.
जापान की न्याय मन्त्री ने कहा कि ये काँग्रेस, 65 वर्ष पहले शुरू की गई थी जिसमें भिन्न पृष्ठभूमियों वाले लोग शिरकत करते हैं... क्योंकि अपराध का मुक़ाबला करने, न्याय सुनिश्चित करने, और क़ानून का शासन लागू करने में, कोई भी एक पक्ष अकेले कामयाबी हासिल नहीं कर सकता.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ये समय एकजुटता दिखाने का है. कोविड-19 के बाद की दुनिया में, न्यायसंगत, शान्तपूर्ण और समावेशी समाजों का निर्माण करने के लिये, बहुतपक्षीय साझेदारियाँ बनानी होंगी.
15वीं अपराध निरोधक काँग्रेस, 2025 में प्रस्तावित है.