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SEA: यौन शोषण व दुराचार के पीड़ितों की मदद जारी रखने के लिये, ट्रस्ट कोष को निरन्तर समर्थन की पुकार

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के उत्तरी किवू में, पीड़ितों की सहायता के लिये ट्रस्ट कोष के समर्थन के माध्यम से, डोरिका - महिलाओं के यौन हिंसा पीड़ितों के समूह का हिस्सा बनीं, और अब स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिये माइक्रो-क्रेडिट ऋण प्राप्त कर रही हैं
© Finbarr O’Reilly
काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के उत्तरी किवू में, पीड़ितों की सहायता के लिये ट्रस्ट कोष के समर्थन के माध्यम से, डोरिका - महिलाओं के यौन हिंसा पीड़ितों के समूह का हिस्सा बनीं, और अब स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिये माइक्रो-क्रेडिट ऋण प्राप्त कर रही हैं

SEA: यौन शोषण व दुराचार के पीड़ितों की मदद जारी रखने के लिये, ट्रस्ट कोष को निरन्तर समर्थन की पुकार

क़ानून और अपराध रोकथाम

गुरूवार को जारी एक नई रिपोर्ट में सामने आया है कि संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों द्वारा यौन शोषण व दुराचार का शिकार हुए पीड़ितों की मदद के लिये बनाए गए, यूएन ट्रस्ट कोष द्वारा समर्थित परियोजनाओं से, किस तरह पीड़ितों को फिर से अपनी गरिमा हासिल करने, नए कौशल सीखने, और कलंकित किये जाने के माहौल से बचते हुए, अपनी आजीविकाएँ बेहतर बनाने में मदद मिल रही है.

ट्रस्ट कोष की ये चौथी वार्षिक रिपोर्ट, गुरूवार को प्रकाशित हुई है. इसमें उन परियोजनाओं, और जिन तरीक़ों से वो परियोनजाएँ पीड़ितों और यौन शोषण व दुराचार के परिणामस्वरूप पैदा हुए बच्चों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ रही हैं, उनका विवरण पेश किया गया है.

संयुक्त राष्ट्र के प्रबन्धन रणनीति, नीति और अनुपालन (DMSPC) मामलों की प्रमुख व अवर महाचिव कैथरीन पोलार्ड ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा, “हम उन 24 देशों के आभारी हैं जो ट्रस्ट कोष को समर्थन देते हैं, और उनका योगदान हासिल करने के लिये आशान्वित हैं. हम सदस्य देशों और अन्य पक्षों को ये काम जारी रखने के लिये प्रोत्साहित करते हैं.”

ज़िन्दगियों में फिर से जान फूँकना

संयुक्त राष्ट्र ने देशों से वर्ष 2024 तक इस ट्रस्ट कोष के लिये अतिरिक्त 40 लाख डॉलर की राशि दान करने की अपील की है ताकि वो रक़म 10 लाख डॉलर की शेष राशि में जुड़ सके.

यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने न्यूयॉर्क में पत्रकारों को बताया, “अतिरिक्त धनराशि से पीड़ितों और उनके बच्चों को अपनी ज़िन्दगियाँ नए सिरे से शुरू करने, कलंक की मानसिकता को तोड़ने, अपने समुदायों में फिर से घुलने-मिलने, और अपने अधिकारों का प्रयोग करने में मदद मिलेगी.”

ट्रस्ट कोष के लिये योगदान, देशों की सरकारें, अन्तर-सरकारी और ग़ैर-सरकारी संगठन, निजी संगठन, या व्यक्ति गण कर सकते हैं.

ट्रस्ट कोष ने वर्ष 2021 में, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) और हेती में छह परियोजनाएँ लागू की थीं, जिन्होंने यौन दुराचार के 400 से भी ज़्यादा पीड़ितों की ज़िन्दगियों में सकारात्मक प्रभाव छोड़े.

दक्षिण सूडान, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, लाइबेरिया और डीआरसी में कुछ अन्य परियोजनाएँ लागू करने की भी तैयारियाँ की जी रही हैं.

आय सृजन को समर्थन

यह ट्रस्ट कोष, यौन कर्मचारियों के यौन शोषण व दुराचार के शिकार हुए पीड़ितों की मदद करने के लिये, यूएन महासचिव ने 2016 में गठित किया था. इस कोष ने अब तक 21 हज़ार से भी ज़्यादा लोगों की मदद की है.

लाभार्थियों ने आय अर्जित करने वाली गतिविधियों में शिरकत की है, और मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, डीआरसी, हेती व लाइबेरिया में, उन्हें क़ानूनी सहायता, चिकित्सा सहायता भी मुहैया कराई गई है.

रिपोर्ट के अनुसार, यौन शोषण और दुराचार के पीड़ितों के परिणाम भुगतने पड़ते हैं जो उनके मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दायरे से भी परे जाते हैं. उन्हें अक्सर उनके परिवारों व समुदायों के सदस्य ही कलंकित करते हैं, और अक्सर उन्हें अपनी गुज़र-बसर करने में अक्षम, बेसहारा छोड़ दिया जाता है.

इस तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिये, ये ट्रस्ट कोष, पीड़ितों को कौशल विकास व आवश्यक उपकरण मुहैया कराकर, आय अर्जित करने में मदद करने वाली परियोजनाएँ चलाता है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से सक्रिय होने और आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है.