मध्य अफ़्रीकी गणराज्य: घात लगाकर किये गए हमले में दो शान्तिरक्षकों की मौत
मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (Central African Republic) में संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षकों के काफ़िले पर यूनिटी फ़ॉर पीस इन सैन्ट्रल अफ़्रीका (यूपीसी) और बलाका-विरोधी सशस्त्र गुटों के लड़ाकों ने घात लगाकर हमला किया है जिसमें दो शान्तिरक्षकों की मौत हो गई. यूएन मिशन ने इस हमले की कड़ी निन्दा करते हुए दोषियों की जवाबदेही तय किये जाने की माँग की है. जनवरी 2021 में हिंसा के कारण अब तक नौ शान्तिरक्षकों की मौत हो चुकी है.
यह हमला म्बोमू प्रान्त की राजधानी बन्गास्सू से 17 किलोमीटर दूर स्थित इलाक़े में हुआ है.
दो सप्ताह पहले सरकार विरोधी हथियारबन्द गुटों ने चुनाव के दौरान फैली अशान्ति के दौरान इस शहर पर क़ब्ज़ा कर लिया था.
इसके बाद यूएन शान्तिरक्षकों ने शुक्रवार को इस शहर को फिर से अपने नियन्त्रण में ले लिया था.
मध्य अफ़्रीका गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन (MINUSCA) ने इस हमले की कड़ी निन्दा की है.
यूएन मिशन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों और इस युद्धापराध में उनके सहयोगियों को गिरफ़्तार करने और कृत्यों की जवाबदेही तय किये जाने में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम किया जाएगा.
मृतक शान्तिरक्षक गैबॉन और मोरक्को के नागरिक थे.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने दोनों देशों की सरकारों, जनता और मृतक शान्तिरक्षकों के परिजनों के प्रति गहरी सम्वेदना व्यक्त की है.
उन्होंने कहा है कि मध्य अफ़्रीकी गणराज्य में बढ़ती हिंसा चिन्ता का कारण है और शान्तिरक्षकों पर हमलों को युद्धापराध की श्रेणी में रखा जा सकता है.
भारी क़ीमत
मध्य अफ़्रीकी गणराज्य में यूएन महासचिव के विशेष प्रतिनिधि मैन्कर न्दीआए ने कहा कि शान्ति की सेवा में यूएन मिशन को भारी क़ीमत चुकानी पड़ी है.
हाल के सप्ताहों में बलाका-विरोधी, 3आर, एमपीसी और यूनिटी फ़ॉर पीस इन सैन्ट्रल अफ़्रीका (UPC) सशस्त्र गुटों द्वारा किये गए समन्वित हमलों में MINUSCA के सात शान्तिरक्षकों की मौत हुई है.

यूएन मिशन इन चुनौतियों के बावजूद नागरिक आबादी की रक्षा करने और सुरक्षित ढंग से चुनाव आयोजित कराने के अपने दायित्व को निभाने के लिये संकल्पबद्ध है.
यूएन मिशन ने सोमवार को बताया कि बन्गास्सू में फिर नियन्त्रण और सुरक्षा स्थापित करने के लिये अभियान जारी है. यह इलाक़ा देश की राजधानी बान्गी से 750 किलोमीटर दूर स्थित है.
इस क्रम में शहर में गश्त लगाई जा रही हैं, सुरक्षा हालात शान्तिपूर्ण हैं और लोगों ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है.
नागरिकों की रक्षा अहम
इस बीच, जनसंहार की रोकथाम और रक्षा के दायित्व पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकारों - एलिस वैरिमू न्देरितू और कैरेन स्मिथ ने हिंसा में आई तेज़ी पर गहरी चिन्ता जताई है.
हाल के दिनों में हिंसा के कारण एक लाख 20 हज़ार लोगो को अपने घर छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ा है.
दोनों अधिकारियों ने कहा, “हम इस हमले के लिये ज़िम्मेदार लोगों को मज़बूती से ध्यान दिलाना चाहेंगे कि उनके कृत्य नृशंस अपराध हैं और राजनैतिक हस्तियों समेत सर्वोच्च दायित्वों वाले लोगों की जवाबदेही तय होगी.”
यूएन सलाहकारों ने देश की सरकार को आगाह किया है कि उसका दायित्व, आबादी की जनसंहार, युद्धापराध, जातीय सफ़ाए और मानवता के ख़िलाफ़ अपराध से रक्षा करने का है.
उन्होंने स्थानीय प्रशासन से आग्रह किया है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की मदद से देश में असुरक्षा और नागरिकों की रक्षा करने के लिये तत्काल उपाय किये जाने होंगे.