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अफ़ग़ानिस्तान: कॉलेज पर हमला, यूएन मिशन ने जताया क्षोभ

अफ़ग़ानिस्तान के हेरात में धूल भरी आँधी से बचने की कोशिश करता हुआ एक परिवार. वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है.
UNAMA/Fraidoon Poya
अफ़ग़ानिस्तान के हेरात में धूल भरी आँधी से बचने की कोशिश करता हुआ एक परिवार. वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है.

अफ़ग़ानिस्तान: कॉलेज पर हमला, यूएन मिशन ने जताया क्षोभ

शान्ति और सुरक्षा

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA) ने राजधानी काबुल में एक आत्मघाती हमले में एक कॉलेज को सुनियोजित ढँग से निशाना बनाए जाने पर गहरा क्षोभ व्यक्ति किया है. ख़बरों के अनुसार शनिवार रात को हुए इस हमले में कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है और अनेक अन्य घायल हुए हैं जिनमें बड़ी संख्या युवाओं की है. 

यूएन मिशन ने ट्विटर पर अपने सन्देश में इस हमले की निन्दा करते हुए इसे एक निरर्थक और सम्वेदनहीन युद्धापराध क़रार दिया है. 

यूएन मिशन ने इस हमले में जान गँवाने वाले और घायलों के परिजनों के प्रति अपनी सम्वेदनाएँ व्यक्त की हैं और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की माँग की है. 

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“इस अपराध के लिये ज़िम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय की जानी होगी. उनकी हिंसा को जीतने की अनुमति नहीं दी जा सकती.”

“हाल के दिनों में हुई हिंसा पर रोक लगाने के लिये हर किसी को दोगुने प्रयास करने होंगे, विशेषत: जिस हिंसा से अफ़ग़ानिस्तान के आम नागरिकों पर असर हो रहा है.”

साथ ही राजनैतिक समाधान की दिशा में वार्ता पर ध्यान केन्द्रित करने की अपील की गई है. 

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन प्रमुख और यूएन की विशेष प्रतिनिधि डेबराह लियोन्स ने रविवार को अपने एक ट्वीट में कहा कि एक ऐसे समय जब अफ़ग़ान नागरिकों को आशान्वित महसूस करना चाहिये, हिंसा में भयावह बढ़ोत्तरी उस भावना को नुक़सान पहुँचाती है. 

“इस हिंसा के लिये ज़िम्मेदार लोगों को यह जानने की ज़रूरत है कि ना तो अफ़ग़ान नागरिक और ना ही उनके क्षेत्रीय व अन्तरराष्ट्रीय साझीदार उस आशा को धूमिल होने देंगे.”

समाचारों के अनुसार इस्लामिक स्टेट (दाएश) ने इस हमले की ज़िम्मेदारी लेने का दावा किया है जबकि तालेबान ने किसी भी तरह शामिल होने से इनकार किया है. 

ग़ौरतलब है कि क़तर की राजधानी दोहा में तालेबान और अफ़ग़ान सरकार के बीच ऐतिहासिक शान्ति वार्ता कुछ ही हफ़्तों पहले शुरू हुई थी.

लेकिन ख़बरों के मुताबिक दोनों पक्षों में आपसी सहमति के लिये हो रही बातचीत में अवरोध आ गया है. इसके बाद हाल के दिनों में हमलों में तेज़ी आई है.  

इससे कुछ ही दिन पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने घ़ोर प्रान्त में एक प्रान्तीय पुलिस मुख्यालय पर अन्धाधुन्ध गोलीबारी की घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की थी. इस घटना में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई थी और अनेक लोग घायल हुए थे.