'रवांडा जनसंहार से सबक़ सीखें'

रवांडा में 1994 में हुए जनसंहार में जान बचाकर भागे कुछ लोग जो 2005 में अपने घरों को वापिस लौट सके.
UN Photo/John Isaac
रवांडा में 1994 में हुए जनसंहार में जान बचाकर भागे कुछ लोग जो 2005 में अपने घरों को वापिस लौट सके.

'रवांडा जनसंहार से सबक़ सीखें'

मानवाधिकार

रवांडा में 1994 में तुत्सियों के ख़िलाफ़ हुए जनसंहार में केवल 100 दिनों के भीतर दस लाख से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने 7 अप्रैल को इस जनसंहार की वर्षगाँठ पर अपने संदेश में इस दुखद अध्याय से सबक़ लेने और राष्ट्रवाद व ध्रुवीकरण की ताक़तों को नकार देने की पुकार लगाई है...