वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

रवांडा

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य के गोमा की आबादी 20 लाख से अधिक है, जिनमें कम से कम 5 लाख विस्थापित लोग हैं.
UNOCHA/Francis Mweze

DRC: बढ़ती हिंसा से युद्धविराम और शान्ति की उम्मीदों पर फिरा पानी

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में शान्ति की उम्मीदें उस समय टूट गईं, जब रवांडा समर्थित एम23 विद्रोही समूह और अन्य हथियारबन्द समूहों ने, पूर्वी क्षेत्र में, एक बार फिर आम नागरिकों पर क्रूर हमलें तेज़ कर दिए हैं.

पूर्वी डीआर काँगो के गोमा शहर में जारी अशान्ति से लोग लगातार पलायन कर रहे हैं.
© WFP/Moses Sawasawa

डीआरसी और रवांडा के बीच हुए शान्ति समझौते का स्वागत

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) और रवांडा के बीच शुक्रवार को, अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में हुए शान्ति समझौते का स्वागत किया है.

रवांडा में 1994 में तुत्सी लोगों के विरुद्ध हुए नरसंहार की 31वीं वर्षगांठ के दौरान श्रद्धान्जलि दी गई.
UN Photo/Manuel Elias

रवांडा में तुत्सी समुदाय के विरुद्ध जनसंहार के पीड़ितों का स्मरण, अतीत से सबक़ लेने की अपील

संयुक्त राष्ट्र के शीर्षतम अधिकारी एंतोनियो गुटेरेश ने वर्ष 1994 में रवांडा में, तुत्सी समुदाय के विरुद्ध जनसंहार के पीड़ितों और जीवित बच गए व्यक्तियों के सम्मान में, एक न्यायसंगत व गरिमामय विश्व को आकार देने का आहवान किया है. न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इस जनसंहार की 31वीं बरसी पर सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान संकल्प लिया गया कि ऐसी त्रासदी को फिर कभी नहीं दोहराने दिया जाएगा.

काँगो में संयुक्त राष्ट्र बल (ONUC) की इकाइयों ने 1963 में एलिज़ाबेथविले की परिधि के बाहर का स्थान सुरक्षित किया. (फ़ाइल)
UN Photo/BZ

संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षक, 65 वर्षों से काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में क्यों तैनात हैं?

क्षेत्रीय संघर्ष, हत्यारे सशस्त्र गुट, प्राकृतिक संसाधनों का शोषण, अपने घर छोड़कर भागने के लिए मजबूर निर्दोष लोग: काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) का वर्तमान घटनाक्रम, इस मध्य अफ़्रीकी देश के अशान्ति भरे इतिहास का नवीनतम पन्ना है.

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य में, गोमा के निकट लाखों विस्थापित रहते रहे हैं.
UNHCR

DRC में संकट का दायरा फैलने की आशंका, कूटनैतिक प्रयास जारी रखने की भी पुकार

संयुक्त राष्ट्र के शान्तिरक्षा मामलों के मुखिया जियाँ पियर लैक्रोआ ने, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के पूर्वी हिस्से में मौजूदा संकट का अन्त करने और एक व्यापक टकराव की सम्भावनाओं को टालने के लिए कूटनैतिक प्रयास जारी रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने काँगो के पूर्वी हिस्से में सरकारी बलों और रवांडा समर्थित हथियारबन्द गुट एम23 के बीच लड़ाई बढ़ने के बीच, हिंसा को समाप्त करने का आहवान किया है.

डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र मिशन - MONUSCO के शान्तिरक्षक सरकारी बलों को समर्थन दे रहे हैं.
MONUSCO/Aubin Mukoni

DRC: अस्पतालों पर भारी बोझ, भोजन सामग्री की कमी, गोमा में भारी तबाही

काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के पूर्वी प्रान्त की राजधानी गोमा में, कई दिनों की सघन लड़ाई के बाद, मानवीय स्थिति, बेहद गम्भीर स्तर पर पहुँच गई है, जिसमें मानवीय सहायता की ज़रूरतें बहुत विशाल हो गई हैं और सहायता क्षमताओं पर बेतहाशा स्तर का बोझ हो गया है.

ब्रिटेन का नया विधेयक क़ानून बना तो, देश में शरण मांगने वाले लोगों को रवांडा भेजा जाएगा, जहाँ से कुछ शरणार्थी तो शायद कभी भी वापिस ब्रिटेन नहीं आ सकेंगे.
© UNICEF/Giovanni Diffidenti

ब्रिटेन-रवांडा शरण क़ानून: हानिकारक प्रभाव और नतीजों की चेतावनी

ब्रिटेन की संसद में रवांडा की सुरक्षा-यूके नामक विधेयक, मंगलवार को पारित होने के बाद, संयुक्त राष्ट्र के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों ने, वैश्विक स्तर पर साझेदारी की ज़िम्मेदारी, मानवाधिकारों और शरणार्थियों के संरक्षण पर, इस विधेयक के हानिकारक प्रभावों व नतीजों के बारे में फिर आगाह किया है.

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (मध्य) और अन्य प्रतिभागी यूएन महासभा में आयोजित स्मरण कार्यक्रम में मोमबत्तियाँ जला रहे हैं.
UN Photo/Eskinder Debebe

रवांडा: तुत्सी समुदाय के विरुद्ध अंजाम दिया गया जनसंहार, 'सामूहिक चेतना पर धब्बा'

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1994 में रवांडा में तुत्सी समुदाय के विरुद्ध हुए जनसंहार को कभी ना भुलाने का संकल्प व्यक्त किया है. इस भयावह घटना के 30 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुक्रवार को यूएन महासभा में आयोजित एक कार्यक्रम में शीर्ष अधिकारियों ने शिरकत की.

उत्तरी फ़्रांस के कैलेह में एक शिविर में प्रवासी, इंग्लैंड पहुँचने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. (फ़ाइल)
© UNICEF/Laurence Geai

ब्रिटेन: शरण पाने के इच्छुक लोगों को रवांडा भेजने के लिए बिल, ‘मानवाधिकारों पर प्रहार’

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) वोल्कर टर्क ने कहा है कि ब्रिटेन में शरण लेने के इच्छुक लोगों को जल्द से जल्द देश निकाला देने और उन्हें रवांडा भेजे जाने के लिए, ब्रिटेन सरकार द्वारा उठाए गए क़दम, क़ानून के राज के बुनियादी सिद्धान्तों के विपरीत और मानवाधिकारों पर एक गम्भीर प्रहार हैं.

मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) के एक इलाक़े में यूएन शान्तिरक्षकों की गश्त.
MINUSCA/Hervé Serefio

CAR: शान्तिरक्षकों पर हमले की तीखी निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (CAR) में, सोमवार को यूएन शान्तिरक्षकों के एक गश्ती दल पर हुए हमले की कड़ी भर्त्सना की है जिसमें रवांडा के एक शान्तिरक्षक की मौत हो गई.