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यूएन महासचिव ने तुवालु और दुनिया को डूबने से बचाने की अपील की

निचली तट रेखा वाले देश तुवालु का जायज़ा लेते महासचिव एंतोनियो गुटेरेश.
UN Photo/Mark Garten
निचली तट रेखा वाले देश तुवालु का जायज़ा लेते महासचिव एंतोनियो गुटेरेश.

यूएन महासचिव ने तुवालु और दुनिया को डूबने से बचाने की अपील की

जलवायु और पर्यावरण

तुवालु की यात्रा कर रहे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि समुद्र का जलस्तर बढ़ने से तुवालु के सामने अस्तित्व का संकट पनप रहा है. तुवालु में सबसे ऊंची जगह समुद्री लहरों से महज़ पांच मीटर ही ऊपर है. तुवालु को बचाने के लिए उन्होंने जलवायु परिवर्तन के ज़िम्मेदार देशों से कार्रवाई की अपील की है.

जलवायु परिवर्तन के संकट से जूझते तुवालु के समक्ष चुनौतियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि “समुद्र का बढ़ते जलस्तर से द्वीपीय देश के डुबने का ख़तरा पैदा हो रहा है – यह एक इशारा है कि भविष्य में हमारे लिए क्या छिपा है.” उन्होंने कहा है कि तुवालु और उसके साथ दुनिया को डूबने से बचाना होगा.

तुवालु के प्रधानमंत्री एनेले सोसेने सोपोआगा के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में यूएन प्रमुख ने कहा, “जलवायु परिवर्तन के विरूद्ध लड़ाई में आप अग्रिम मोर्चे पर हैं क्योंकि दुनिया में किसी भी स्थान की तुलना में तुवालु में इसके ज़्यादा नाटकीय प्रभाव देखने को मिल रहे हैं.”

पैसिफ़िक द्वीय देशों ने जिस ढंग से जलवायु परिवर्तन का प्रतिरोध करने का निर्णय लिया है और कार्बन उत्सर्जन में कटौती लाने और अनुकूलन प्रयासों को अपनाया है, यूएन महासचिव ने उसकी पुरज़ोर सराहना की है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पूरी दुनिया को उससे सीखने और उन्हें समर्थन देने की आवश्यकता है.

“लेकिन जो सरकारें उन समस्याओं के लिए ज़िम्मेदार हैं जिनसे तुवालु के लिए परेशानी खड़ी हो रही है, उन्हें समझना होगा कि बदलाव लाने की ज़रूरत है.”

तुवालु की यात्रा के दौरान उन्होंने तत्काल जलवायु कार्रवाई की अपील की है.
UN Photo/Mark Garten
तुवालु की यात्रा के दौरान उन्होंने तत्काल जलवायु कार्रवाई की अपील की है.

 

उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा ऊर्जा और परिवहन नीतियों को बदला जाना होगा, साथ ही शहरों के प्रबंधन के तरीकों और जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल में भी परिवर्तन लाने की आवश्यकता है ताकि “तुवालु पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को रोका जा सके.”

“तुवालु में जलवायु परिवर्तन को नहीं रोका जा सकता, इसे बाक़ी दुनिया में रोका जाना होगा.”

अपने देश को बचाने के लिए तुवालु की सरकार और स्थानीय लोग जो प्रयास कर रहे हैं उनके लिए महासचिव गुटेरेश ने गहरी एकजुटता दिखाते हुए पूरा समर्थन दिया है.

“जितनी गहराई से जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को मैंने तुवालु में देखा है वैसा कहीं नहीं देखा. मैं उन परिवारों से मिला जिनके घर समुद्री जल स्तर के लगातार बढ़ते जाने से ख़तरा झेल रहे हैं.”

अपने एक ट्वीट में यूएन प्रमुख ने लिखा है कि “तुवालु और दुनिया को बचाने के लिए हमें तत्काल जलवायु कार्रवाई करनी होगी.”

जलवायु कार्रवाई में महत्वाकांक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से ही इस साल सितंबर में यूएन प्रमुख न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में जलवायु शिखर वार्ता का आयोजन कर रहे हैं. बैठक से पहले उन्होंने वैश्विक नेताओं से आग्रह किया है कि उन्हें भाषण के साथ नहीं बल्कि ठोस कार्ययोजना के साथ आना होगा.