यूएन परिसर पर हमला अंतरराष्ट्रीय 'मानवीय क़ानूनों का उल्लंघन माना जाएगा'

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है. गुटेरेश के मुताबिक़ जानबूझकर यूएन कर्मचारियों पर हमला करना अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों के उल्लंघन की नज़र से देखा जाएगा.
मोर्टार से दागे गए सात गोले यूएन परिसर में आकर गिरे जिससे दो यूएन कर्मचारी सहित तीन लोग ज़ख्मी हुए हैं. महासचिव ने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है और सोमाली प्रशासन से हमले की जांच करने और दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
महासचिव गुटेरेश ने ठोस शब्दों में कहा कि संयुक्त राष्ट्र सोमालिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने और लोगों और सरकार के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है और इस तरह की हरक़तें मनोबल नहीं तोड़ सकतीं.
अल शबाब संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी लेने का दावा किया है.
इस बीच सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि और स्थानीय सहायता मिशन के प्रमुख निकोलस हेसम ने भी हमले की गहरी निंदा की है. कर्मचारियों के ख़िलाफ़ हुए हमले की भर्त्सना करते हुए हेसम ने कहा, "शांति और सरकारी तंत्र की मज़बूती के लिए काम कर रहे अंतरराष्ट्रीय संगठन के कर्मचारियों पर जानबझकर हमला करने और हिंसा से किसी भी समस्या का राजनीतिक समाधान नहीं निकल सकता."
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सोमाली सरकार ने निकोलस हेसम को अवांछित घोषित कर दिया है और उन्हें देश छोड़ने के लिए कहा है. सरकार का मानना है कि राष्ट्रीय संप्रभुता के मामलों में दख़ल देकर हेसम ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के नियमों का उल्लंघन किया है.
ग़ौरतलब है कि सोमवार को विशेष प्रतिनिधि निकोलस हेसम ने सोमाली सरकार को लिखे एक पत्र में अल शबाब संगठन के पूर्व नेता मुख़्तार रोबो को गिरफ़्तार करने का क़ानूनी आधार जानना चाहा था. मुख़्तार रोबो क्षेत्रीय चुनाव में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे थे.