2024, भरोसे और आशा की बहाली का साल - महासचिव का नव वर्ष सन्देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नव वर्ष पर जारी अपने सन्देश में वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर केन्द्रित साझा समाधानों की ख़ातिर, मतभेदों को दूर करके, एकजुट होने का आहवान किया है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि 2024, विश्वास के पुनर्निर्माण और आशा की बहाली का साल होना चाहिए.
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने अपने वीडियो सन्देश में ध्यान दिलाया कि वर्ष 2023 गम्भीर पीड़ा, हिंसा और जलवायु अराजकता का साल रहा है.
“मानवता पीड़ा में है. हमारा ग्रह ख़तरे है. 2023 रिकॉर्ड में दर्ज सबसे गर्म साल रहा है.”
“लोग बढ़ती निर्धनता और भोजन अभाव से पिस रहे हैं.”
महासचिव गुटेरेश ने चिन्ता जताई कि युद्धों की संख्या और तीव्रता बढ़ती जा रही है और आपसी विश्वास घट रहा है.
मगर, उन्होंने सचेत किया कि एक-दूसरे पर उंगली उठाने और बन्दूक तानने से कुछ नहीं होगा. “जब हम एक साथ खड़े होते हैं, तो मानवता मज़बूत होती है.”
आशा की बहाली का वर्ष
इस पृष्ठभूमि में उन्होंने नव वर्ष 2024 को विश्वास के पुनर्निर्माण और आशा की बहाली का साल बनाने की पुकार लगाई.उन्होंने कहा कि हमें साझा समाधानों की ख़ातिर, मतभेदों को दूर करके, एकजुट होना चाहिए.
जलवायु कार्रवाई, आर्थिक अवसरों और एक निष्पक्ष वैश्विक वित्तीय प्रणाली के लिए, जिसका लाभ सर्वजन को पहुँचाया जा सके.
“हमें साथ मिलकर, उस भेदभाव और नफ़रत के ख़िलाफ़ खड़ा होना चाहिए, जो देशों और समुदायों के बीच सम्बन्धों में ज़हर घोल रहे हैं. और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) जैसी नई प्रौद्योगिकियों से, कल्याण सुनिश्चित हो.”
यूएन प्रमुख ने भरोसा दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र, दुनिया को शान्ति, सतत विकास और मानवाधिकारों के लिए एकजुट करने के प्रयास जारी रखेगा.
“आइए 2024 को, उन सभी चीज़ों में विश्वास और आशा पैदा करने का वर्ष बनाने का संकल्प लें, जिन्हें हम साथ मिलकर पूरा कर सकते हैं.”