ग़ाज़ा के अनफटे विस्फोटकों को हटाने में लग सकता है 14 वर्षों का समय
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने कहा है कि ग़ाज़ा में बिना फटे बमों को हटाने और उस स्थान को फिर से सुरक्षित बनाने में, 14 वर्षों तक की समय लग सकता है.
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने कहा है कि ग़ाज़ा में बिना फटे बमों को हटाने और उस स्थान को फिर से सुरक्षित बनाने में, 14 वर्षों तक की समय लग सकता है.
युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए एक नई व्यवस्था, अगले कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है. ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग ने कहा है कि नागरिक आबादी की विशाल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मानवीय सहायता आपूर्ति और वितरण की गुणवत्ता और तादाद को विशाल पैमाने पर बढ़ाया जाना होगा. उन्होंने यूएन न्यूज़ के साथ एक ख़ास बातचीत में कहा है कि इन प्रयासों को ठोस रूप में जारी रखने के लिए, राजनैतिक इच्छाशक्ति का कोई और विकल्प नहीं है. साथ ही उन्होंने, आवासों के पुनर्निर्माण की आवश्यकता,बच्चों को यथाशीघ्र स्कूल वापस लाने व लोगों को सदमे से उबरने में मदद करने की तात्कालिक आवश्यकता को रेखांकित किया. एक वीडियो इंटरव्यू...
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कर्मियों ने गुरूवार को कहा है कि पूरे ग़ाज़ा पट्टी क्षेत्र में झुलसा देने वाली गर्मी वृद्धि ने, वहाँ के लोगों की पहले से जारी भीषण पीड़ाओं को और बढ़ा दिया है और स्वच्छ पानी की समुचित उपलब्धता और कूड़े-कचरे के सुरक्षित निपटान के अभाव में बीमारियाँ फैलने का नया जोखिम उत्पन्न हो गया है.
युद्ध से तबाह ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति में समन्वय की ज़िम्मेदारी संभाल रहीं सिगरिड काग ने कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का ये कर्तव्य और ज़िम्मेदारी है कि वो ग़ाज़ा में जल्द से जल्द पुनर्बहाली के लिए काम करे, मगर, “हम वहाँ की आबादी से और इन्तज़ार करने को नहीं कह सके.”
युद्धग्रस्त ग़ाज़ा में जीवनरक्षक मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए एक नई व्यवस्था, अगले कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली है. ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की मानवीय और पुनर्निर्माण संयोजक सिगरिड काग ने, बुधवार को सुरक्षा परिषद में ये जानकारी दी है.
फ़लस्तीनी शरणार्थियों की सहायता एजेंसी – UNRWA ने युद्धग्रस्त ग़ाज़ा और पश्चिमी तट में अभूतपूर्व और असाधारण मानवीय संकट में विशालकाय ज़रूरतें पूरी करने के लिए रक़म जुटाने की ख़ातिर, $1.2 अरब की अपील जारी की है.
संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियों ने बुधवार को आगाह करते हुए कहा है कि वर्ष 2023 में दुनिया के विभिन्न 28 करोड़ 16 लाख लोगों को अत्यन्त गम्भीर खाद्य अभाव के ख़तरनाक स्तरों ने प्रभावित किया. खाद्य असुरक्षा के लगातार बदतर होने का यह पाँचवा साल रहा.
ग़ाज़ा में मिली सामूहिक क़ब्रों के बारे में भयभीत कर देने वाला विवरण सामने आ रहा है जिनमें फ़लस्तीनी लोगों को कथित रूप में निर्वस्त्र किया गया था और उनके हाथ बंधे हुए थे. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने मंगलवार को कहा है कि इस विवरण को देखकर, इसराइली हमलों में, युद्धापराधों को अंजाम दिए जाने के बारे में नई चिन्ताएँ उभरी हैं.
फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA के बारे में एक स्वतंत्र पैनल की रिपोर्ट सोमवार को जारी कर दी गई है जिसमें 50 सिफ़ारिशें पेश की गई हैं. इस रिपोर्ट में साथ ही यह भी ध्यान दिलाया गया है कि इसराइल ने अपने इन दावों के बारे में अभी कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराए हैं कि इस एजेंसी के कुछ कर्मचारी, आतंकवादी संगठनों के साथ मिले हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने सोमवार को, फ़लस्तीनी जन की सहायता के लिए यूएन एजेंसी – UNRWA को 'सक्रिय समर्थन' देने की अपील जारी की है. उन्होंने इस एजेंसी की नियम व्यवस्था और संचालन प्रणाली की एक स्वतंत्र जाँच के अन्तिम निष्कर्षों को भी स्वीकार करने की बात कही है.