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हेती में 'प्रलयकारी स्थिति' से निपटने के लिए, साहसिक कार्रवाई पर ज़ोर

हेती में गैंग-युद्ध ने बड़ी आबादी पर भीषण प्रभाव छोड़ा है. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आबादी को ताज़ा भोजन व पानी वितरित किया है.
© CAPAC/Jean Vadler Presume
हेती में गैंग-युद्ध ने बड़ी आबादी पर भीषण प्रभाव छोड़ा है. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने आबादी को ताज़ा भोजन व पानी वितरित किया है.

हेती में 'प्रलयकारी स्थिति' से निपटने के लिए, साहसिक कार्रवाई पर ज़ोर

क़ानून और अपराध रोकथाम

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने, हेती में गैंग युद्ध के कारण उत्पन्न "प्रलयकारी स्थिति" का सामना करने के लिए, तुरन्त और साहसिक कार्रवाई किए जाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है.

यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की, गुरूवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार, दंडमुक्ति, जर्जर सरकार व्यवस्था के साथ-साथ, जटिल गैंग-युद्ध ने, हेती में क़ानून के शासन को ख़त्म कर दिया है और सरकारी संस्थाओं को ठप होने के नज़दीक पहुँचा दिया है.

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आम बन चुकी गम्भीर असुरक्षा की स्थिति का, आबादी पर बहुत भीषण प्रभाव पड़ रहा है और यह स्थिति लगातार बदतर हो रही है, जिससे मानवाधिकार भी प्रभावित हो रहे हैं.

पीड़ाओं को रोकना होगा

यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर टर्क ने कहा है कि आबादी को संरक्षण मुहैया कराने और आगे मानव पीड़ाओं को रोकने के लिए, असुरक्षा की स्थिति से निपटने की कार्रवाई को प्राथमिकता देनी होगी.

साथ ही यह भी बहुत अहम है कि क़ानून के शासन के लिए अहम संस्थानों को संरक्षण मुहैया कराया जाए, जिन पर हमले करके, उन्हें तार-तार कर दिया गया है.

इस रिपोर्ट में 25 सितम्बर 2023 से 29 फ़रवरी 2024 तक की अवधि का बारे में जानकारी मुहैया कराई गई है.

हत्याएँ और यौन हिंसा

वर्ष 2023 के दौरान गैंग-युद्ध में हताहत होने वाले लोगों की संख्या में बहुत तेज़ी दर्ज की गई है. बीते वर्ष में 4 हज़ार 451 लोग मारे गए और एक हज़ार 668 लोग घायल हुए.

वर्ष 2024 की पहली तिमाही में भी, गैंग-युद्ध के पीड़ितों की संख्या में तेज़ उछाल आया है और 22 मार्च तक एक हज़ार 554 लोग मारे गए थे व 826 लोग घायल हुए थे.

रिपोर्ट में कहा गया है अपराधी गुट, लोगों में दहशत फैलाने, उन्हें दंडित करने और उन पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए, यौन हिंसा का प्रयोग कर रहे हैं. 

बस्तियों पर अपराधी गुटों के हमलों के दौरान, महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया है. बहुत से मामलों में तो महिलाओं को, अपने पतियों की हत्याएँ देखने के बाद, बलात्कार का शिकार बनाया गया.

कुछ महिलाओं को, अपराधी गुटों के सदस्यों के साथ, शोषणकारी यौन सम्बन्ध बनाने के लिए विवश किया गया है.

इनके अलावा बन्धक बनाई गई महिलाओं के साथ बलात्कार को, उनके परिवारों से, फिरौती वसूलने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.

रिपोर्ट कहती है कि यौन हिंसा के मामलों को बहुत कम रिपोर्ट या दर्ज किया गया है और आमतौर पर उसके अपराधियों को दंडित भी नहीं किया गया है.

बच्चों की भर्ती

अपराधी गुट, बच्चों की भर्ती और उनका शोषण करना जारी रखे हुए हैं, जिनमें लड़के और लड़कियाँ दोनों हैं. ये लड़के और लड़कियाँ, बदले की कार्रवाई के डर से, फिर उन अपराधी गुटों से बाहर नहीं निकल पाते हैं. कुछ मामलों में अपराधी गुटों के युवा सदस्यों को, वहाँ से निकलकर भागने की कोशिश करते समय मार दिया गया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि गहराते गैंग-युद्ध के बीच और राष्ट्रीय पुलिस द्वारा उस पर क़ाबू करने में नाका म रहने के हालात में, कुछ तथाकथित “आत्म-रक्षा ब्रिगेड” वजूद में आ रहे हैं और न्याय को अपने हाथों में ले रहे हैं.

वर्ष 2023 में, लोगों को सरेआम पीट-पीटकर मार देने के कम से कम 528 मामले दर्ज किए गए थे, और वर्ष 2024 के इन शुरूआती महीनों में, ऐरसे 59 मामले दर्ज किए जा चुके हैं.

यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय की रिपोर्ट में, हेती में सीमा पार से आने वाले हथियारों पर, कड़े राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय नियंत्रण की पुकार लगाई गई है.

साथ ही, देश में बेक़ाबू होती असुरक्षा स्थिति का सामना करने के लिए, एक बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन की तैनाती की ज़रूरत को भी दोहराया गया है.

यूएन सुरक्षा परिषद ने, इस तरह की मिशन की तैनाती को, अक्टूबर 2023 में स्वीकृति दी थी, और केनया ने, उस मिशन का नेतृत्व करने की पेशकश भी की थी.