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हेती में अपने घर से विस्थापित हुए लोगों ने राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स के एक बॉक्सिंग परिसर में शरण ली है.

हेती को हिंसा व अस्थिरता से उबारने के लिए यूएन किस प्रकार से प्रयासरत है?

© UNOCHA/Giles Clarke
हेती में अपने घर से विस्थापित हुए लोगों ने राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स के एक बॉक्सिंग परिसर में शरण ली है.

हेती को हिंसा व अस्थिरता से उबारने के लिए यूएन किस प्रकार से प्रयासरत है?

शान्ति और सुरक्षा

हेती व्यापक पैमाने पर आपराधिक गुटों की हिंसा की चपेट में है. देश की संस्थाएँ ध्वस्त होने के कगार पर हैं और आम नागरिकों को दैनिक गुज़र-बसर करने के लिए चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है. देश में गहरे सुरक्षा व मानवीय संकट के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियाँ ज़रूरतमन्द आबादी तक महत्वपूर्ण सहायता पहुँचाने के प्रयासों में जुटी हुई हैं.

1. सन्दर्भ: अराजकता और भय का राज

हेती में हालात को लम्बे समय से अराजकता के रूप में परिभाषित किया गया है, जहाँ राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स के अधिकाँश हिस्से में शक्तिशाली आपराधिक गुटों का क़ब्ज़ा है.

पिछले दो वर्षों में जनवरी और फ़रवरी 2024 के महीने सबसे हिंसक साबित हुए हैं. ढाई हज़ार से अधिक लोगों की जान गई, उन्हें अगवा किया गया या फिर वे घायल हुए. देश के प्रधानमंत्री ऐरियल ऑनरी ने मार्च 2024 में अपने पद से हटने का निर्णय लिया, जिसके बाद स्थिति और अधिक जटिल हो गई है.

हेती में यूएन मानवतावादी समन्वयक उलरिक रिचर्डसन ने 21 मार्च को चेतावनी जारी की है कि हिंसा अब राजधानी में नए इलाक़ों को अपनी जद में ले रही है. पिछले कुछ हफ़्तों में आपराधिक गुटों ने बन्दीगृहों, बन्दरगाहों और अस्पतालों पर हमले किए हैं.  

यूएन अधिकारी के अनुसार, बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन हुआ है, यौन हिंसा मामलों को अंजाम दिया गया है, महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार व उन्हें प्रताड़ित किए जाने की घटनाएँ भी हुई हैं.

उलरिक रिचर्डसन ने आगाह किया कि देश में मानवीय संकट गहराता जा रहा है और तीन लाख 62 हज़ार लोग अब विस्थापित हैं. स्वच्छ पानी का अभाव है और राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में केवल आधी संख्या में ही स्वास्थ्य केन्द्रों में सामान्य क्षमता पर कामकाज हो पा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थिक एक नए आकलन के अनुसार देश में भूख संकट अभूतपूर्व स्तर पर पहुँच गया है और 49 लाख लोग संकट या उससे बदतरीन स्तर पर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं. 16 लाख से अधिक लोग आपात स्तर पर खाद्य संकट से जूझ रहे हैं.

अधिक से अधिक संख्या में लोग अब हेती की राजधानी छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे हैं और उन इलाक़ों से गुज़रने के लिए मजबूर हैं जहाँ आपराधिक गुटों का नियंत्रण है.

कम से कम 33 हज़ार लोगों ने अन्य इलाक़ों में शरण लेने के लिए अपने घर छोड़ दिए हैं, और बड़ी संख्या में लोगों ने ग्रैन्ड सुड डिपार्टमेंट्स का रुख़ किया है. इस क्षेत्र में पहले से ही एक लाख 16 हज़ार विस्थापित मौजूद हैं.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में सड़कों पर आगज़नी.
© UNOCHA/Giles Clarke
हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में सड़कों पर आगज़नी.

2. सहायता कार्रवाई: हिंसा के साए में मदद

हेती में नवीनतम संकट के शुरू होने के बाद से ही, फ़रवरी के अन्त में सिलसिलेवार ढंग से पोर्त-ओ-प्रिन्स में आपराधिक गुटों ने हमले किए हैं, जिसके बाद देश में आपातकाल लागू कर दिया गया और अन्तत: प्रधानमंत्री ऐरियल ऑनरी को इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर होना पड़ा.

संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों ने जोखिम भरी सुरक्षा परिस्थितियों में भी नागरिक आबादी तक मदद पहुँचाने का काम जारी रखा है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने गर्म भोजन के एक लाख 60 हज़ार पैकेट वितरित किए हैं. वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विविध प्रकार की स्वास्थ्य आपूर्ति की है, जबकि यूएन मानवतावादी विमान सेवा (UNHAS) के ज़रिये 800 किलोग्राम रक्त पैकेट रवाना किए गए हैं.

संयुक्त राष्ट्र अपने साझेदार संगठनों के साथ मिलकर स्वच्छ जल के अभाव से निपटने में जुटा है. 16-18 मार्च के दौरान, यूएन बाल कोष ने ग़ैर-सरकारी ‘Solidarités International’ के साथ मिलकर 20 हज़ार गैलन से अधिक जल को चार स्थलों पर वितरित किया है जहाँ 12 हज़ार विस्थापितों ने शरण ली हुई है.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने 17-20 मार्च के दौरान, दो स्थलों पर 16 हज़ार गैलन जल का वितरण किया था. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) और अन्य साझेदार संगठनों की ओर से लिंग-आधारित हिंसा के पीड़ितों को समर्थन प्रदान किया गया है.

इसके तहत मनोसामाजिक सहायता के लिए ‘हॉटलाइन’ की व्यवस्था की गई है और यौन व प्रजनन स्वास्थ्य और लिंग-आधारित हिंसा के लिए मोबाइल क्लीनिक खोला गया है.

यूएन सुरक्षा परिषद ने, हेती में बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन की स्वीकृति देने वाला एक प्रस्ताव, रिकॉर्ड मतों से पारित किया. (2 अक्टूबर 2023)
UN Photo/Paulo Filgueiras
यूएन सुरक्षा परिषद ने, हेती में बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन की स्वीकृति देने वाला एक प्रस्ताव, रिकॉर्ड मतों से पारित किया. (2 अक्टूबर 2023)

3. बहुपक्षीय राहत अभियान

हेती संकट के समाधान की तलाश, संयुक्त राष्ट्र में आयोजित हुई कई बैठकों में एक अहम विषय रहा है. 21 मार्च को सुरक्षा परिषद में, यूएन सुरक्षा परिषद ने एक प्रैस वक्तव्य जारी किया, जिसमें हेती के नागरिकों के नेतृत्व व स्वामित्व में राजनैतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए समर्थन व्यक्त किया गया.

साथ ही, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से आम नागरिकों के लिए मानवीय सहायता को दोगुना करने और हेती की राष्ट्रीय पुलिस फ़ोर्स को मज़बूती देने की बात कही गई है.

सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने हेती में हथियारों और आयुध सामग्री का प्रवाह जारी रखने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है, जोकि उनके अनुसार हिंसा व अस्थिरता की एक बड़ी वजह है.

अक्टूबर 2023 में, सुरक्षा परिषद ने हेती सरकार के अनुरोध पर देश में एक बहुराष्ट्रीय सुरक्षा समर्थन मिशन के लिए हरी झंडी दी थी, मगर अभी इस मिशन की तैनाती नहीं हो पाई है. 

4. वित्त पोषण: एक विशाल खाई

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने हेती के लिए मानवीय राहत प्रयासों को मज़बूती देने के इरादे से सहायता धनराशि में वृद्धि करने की अपील की है.

मानवतावादी समन्वयक उलरिक रिचर्डसन ने गुरूवार को बताया कि हेती के लिए मानवतावादी अभियान योजना को 67.4 करोड़ डॉलर की आवश्यकता है, मगर फ़िलहाल इसकी छह प्रतिशत रक़म का ही प्रबन्ध हो पाया है. 

उन्होंने सचेत किया है कि लोगों तक मदद पहुँचाने का समय तेज़ी से बीता जा रहा है.

इससे पहले, मार्च महीने में, यूएन खाद्य कार्यक्रम की प्रमुख सिंडी मैक्केन ने चेतावनी जारी की थी कि सहायता प्रयासों के लिए धनराशि ख़त्म होती जा रही है.

हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में गैंग हमलों के कारण विस्थापित लोगों ने एक स्कूल में शरण ली हुई है.
© IOM/Antoine Lemonnier
हेती की राजधानी पोर्त-ओ-प्रिन्स में गैंग हमलों के कारण विस्थापित लोगों ने एक स्कूल में शरण ली हुई है.

5. एक अनिश्चित भविष्य

हेती में बहुराष्ट्रीय समर्थन मिशन का उद्देश्य, राष्ट्रीय पुलिस को समर्थन प्रदान करना है, जोकि अल्प संसाधनों से ग्रस्त है और कर्मचारियों की क़िल्लत से जूझ रही है.

इस मिशन का नेतृत्व केनया द्वारा किए जाने की सम्भावना है और अनेक अन्य कैरीबियाई देशों ने अपनी सैन्य टुकड़ियों को भेजने की बात कही है. समाचार माध्यमों के अनुसार, अमेरिका ने 30 करोड़ डॉलर की सहायता देने का संकल्प लिया है.

यह संयुक्त राष्ट्र मिशन नहीं है, हालांकि यूएन सुरक्षा परिषद ने इसे स्वीकृति दी है.

यह स्पष्ट है कि हेती में जल्द से जल्द शान्ति, सुरक्षा व स्थिरता स्थापित करने की आवश्यकता है. मगर प्रधानमंत्री ऐरियल ऑनरी के त्यागपत्र के बाद इस मिशन की तैनाती में देरी हुई है.

केनया ने घोषणा की है कि हेती में नई सरकार की घोषणा होने तक सुरक्षा मिशन की तैनाती को टालने की बात कही है. मीडिया के अनुसार, राजनैतिक समूह एक संक्रमणकालीन परिषद पर सहमति बनाने के नज़दीक हैं जिसके पास चुनाव होने तक राष्ट्रपति के अधिकार मौजूद होंगे. 

मगर यह स्पष्ट नहीं है कि यह परिषद कब सत्ता संभालेगी या हेती की भूमि पर सुरक्षा मिशन कब आरम्भ होगा.