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रूसी सेनाओं के हाथों, यूक्रेन के युद्धबन्दियों का उत्पीड़न किए जाने के 'ठोस आरोप'

यूक्रेन के इज़युम में बमबारी से ध्वस्त हुई इमारतें.
© UNICEF/Pashkina
यूक्रेन के इज़युम में बमबारी से ध्वस्त हुई इमारतें.

रूसी सेनाओं के हाथों, यूक्रेन के युद्धबन्दियों का उत्पीड़न किए जाने के 'ठोस आरोप'

मानवाधिकार

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार निगरानी मिशन (HRMMU) ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि रूसी सेनाओं द्वारा पकड़े गए यूक्रेन के युद्धबन्दियों का उत्पीड़न किए जाने और उनकी ज़िन्दगियाँ ख़त्म किए जाने के, विश्वसनीय आरोपों में बढ़ोत्तरी हुई है.

इस निगरानी मिशन के अनुसार, यूक्रेन के हाल ही में रिहा किए गए 60 युद्धबन्दियों के साथ की गई बातचीत में, रूसी हिरासत के दौरान उनके साथ किए गए भयानक बर्ताव का ब्यौरा सामने आया है.

मिशन की मुखिया डैनियेले बैल का कहना है कि जिन युद्धबन्दियों के साथ बातचीत की गई, उनमें से लगभग सभी युद्धबन्दियों ने यही कहा कि रूसै सैनिकों या अधिकारियों ने, उन्हें हिरासत में रखे जाने के दौरान किस तरह से प्रताड़ित किया. 

इस उत्पीड़न में युद्धबन्दियों के साथ बार-बार मारपीट की गई, बिजली के झटके लगाए गए, मौत की धमकियाँ दी गईं, लम्बे समय तक दर्दनाक स्थितियों में रखा गया और कृत्रिम मौत का भी बर्ताव किया गया. 

इन युद्धबन्दियों की लगभग आधी संख्या के साथ यौन हिंसा भी की गई.

ठोस आरोप

मिशन की रिपोर्ट में ऐसे “ठोस आरोपों” का आलेखन किया गया है जिनमें यूक्रेन के कम से कम 32 युद्धबन्दियों की ज़िन्दगियाँ, दिसम्बर 2023 से फ़रवरी 2024 के दौरान, 12 अलग-अलग घटनाओं में, ख़त्म करने की बातें सामने आई हैं.

इस मिशन ने, इनमें से तीन घटनाओं की, स्वतंत्र रूप से पुष्टि की है.

रूस के नियंत्रण वाले इलाक़ों में मानवाधिकार हनन

रिपोर्ट में, यूक्रेन में रूस के क़ब्ज़े वाले इलाक़ों में, आम लोगों के साथ की गई हिंसा का भी विस्तृत ब्यौरा शामिल किया गया है. 

रिपोर्ट में मानवाधिकार हनन के अन्य मामलों का भी ज़िक्र किया गया है जिनमें हत्याएँ, लोगों को मनमाने तरीक़े से हिरासत में लिए जाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबन्दियाँ भी शामिल हैं.

रिपोर्ट में यूक्रेन सरकार द्वारा ऐसे लोगों पर मुक़दमा चलाए जाने और उन्हें दोषी साबित किए जाने के मामलों को भी रेखांकित किया गया है जिन पर रूसी क़ब्ज़ा के दौरान, कथित तौर पर गतिविधियाँ करने के आरोप हैं.

दिसम्बर 2023 और फ़रवरी 2024 के दौरान, आम लोगों के हताहत होने के मामलों की दर काफ़ी ऊँची रही, जिनमें युद्ध सम्बनधी हिंसा में 429 लोग मारे गए और 1,374 लोग घायल हुए.

यूक्रेनी नगरों पर हमले

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वय कार्यालय – OCHA ने बताया है कि यूक्रेन में दक्षिणी और पूर्वी इलाक़ों में सोमवार और मंगलवार को भी हमले जारी रहे, जिनमें आम लोग और सिविल बुनियादी ढाँचे प्रभावित हुए हैं.

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, ओडेसा और ख़ारकीव शहरों में अनेक लोग घायल हुए हैं.

मुख्य रूप से ओडेसा और ख़ारकीव क्षेत्रों में, लाखों लोगों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है.

अधिकारियों का अनुमान है कि बिजली आपूर्ति को पूरी क्षमता के स्तर पर बहाल करने में कई महीने का समय लग सकता है.

उन इलाक़ों में मौजूद, मानवीय सहायता संगठन, प्रभावित लोगों को आपात सहायता मुहैया करा रहे हैं.