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ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली हमलों में वृद्धि पर चिन्ताएँ, दो बन्धक भी बचाए गए

ग़ाज़ा में युद्ध से विस्थापित लोग, एक अस्थाई आश्रय स्थल के पास, खाद्य सामग्री के वितरण की प्रतीक्षा करते हुए.
© UNRWA/Ashraf Amra
ग़ाज़ा में युद्ध से विस्थापित लोग, एक अस्थाई आश्रय स्थल के पास, खाद्य सामग्री के वितरण की प्रतीक्षा करते हुए.

ग़ाज़ा: रफ़ाह में इसराइली हमलों में वृद्धि पर चिन्ताएँ, दो बन्धक भी बचाए गए

शान्ति और सुरक्षा

फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े – रफ़ाह में, इसराइल के हमलों में बढ़ोत्तरी से, इस घनी आबादी वाली इलाक़े में युद्ध में उछाल आने की चिन्ताएँ बढ़ गई हैं. रफ़ाह इलाक़े में क़रीब 15 लाख लोग पनाह लिए हुए हैं. उधर ख़बरों के अनुसार, इसराइली हमलों के बाद दो बन्धकों को रिहा किए जाने पर कुछ राहत महसूस की गई है, मगर यूएन एजेंसियों ने आगाह किया है कि ग़ाज़ा में मानवीय संकट का सामना करने के लिए, अब भी पर्याप्त सहायता आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

रफ़ाह शहर में इसराइली विशेष बलों के हमले के दौरान दो बन्धकों को बचाए जाने की सोमवार की ख़बरों के बीच, संयुक्त राष्ट्र विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने कहा है कि ग़ाज़ा में बढ़ते मानवीय संकट से निपटने के लिए, अब भी भी पर्याप्त सहायता नहीं मिल रही है.

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यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ऐडहेनॉम घेब्रेयेसस ने कहा है, "अब तक, हमने ग़ाज़ा में 447 मीट्रिक टन चिकित्सा आपूर्ति पहुँचाई है, लेकिन यह, हर दिन बढ़ती जा रहीं ज़रूरतों के आकार की तुलना में सागर में एक बून्द है."

संकट में हैं अस्पताल

डॉक्टर टैड्रॉस ने ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े में इसराइली सेना द्वारा लगातार तीव्र बमबारी की ताज़ा ख़बरों के बीच बताया कि ग़ाज़ा पट्टी में 36 में से केवल 15 अस्पताल अब भी "आंशिक रूप से या न्यूनतम रूप से ही कार्य कर पा रहे हैं.

इनमें, रफ़ाह की एक दो-मंज़िला इमारत से, दो इसराइली पुरुष बन्धकों का बचाव किए जाने की ख़बरें भी शामिल हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा, "स्वास्थ्य कार्यकर्ता असम्भव परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं." 

उन्होंने रफ़ाह पर हाल के हमलों के बारे में अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के बीच व्यापक चिन्ताओं को दोहराया, "जहाँ ग़ाज़ा की अधिकांश आबादी, उत्तरी इलाक़े में भीषण युद्ध से बचने के लिए, पनाह लिए हुए है."

इसराइली अधिकारियों के अनुसार, लगभग 134 इसराइली और विदेशी नागरिक ग़ाज़ा में अब भी बन्धक हैं; इनमें कथित तौर पर वे लोग भी शामिल हैं जिनके शव रोककर रखे गए हैं.

युद्ध में, 24 से 30 नवम्बर तक लागू किए गए मानवीय युद्ध-ठहराव के दौरान, 86 इसराइली और 24 विदेशी नागरिक बन्धकों को रिहा किया गया था.

ताज़ा अपील

डॉक्टर टैड्रॉस ने, दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए टेड्रोस ने, "WHO का, मानवीय सहायता कर्मियों और सहायता सामग्री की आपूर्ति के लिए सुरक्षित पहुँच का आहवान लगातार जारी है, हम हमास द्वारा बन्धक बनाए गए लोगों को रिहा करने का आहवान करते रहे हैं और हम युद्धविराम का आहवान करते रहे हैं."

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए, यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA ने, सप्ताहान्त के दौरान सम्बन्धित घटनाक्रम में बताया कि 11 लाख लोगों के लिए लक्षित एक खाद्य सामग्री क़ाफ़िला, इसराइली अधिकारियों द्वारा लगाए गए हालिया प्रतिबन्धों के कारण, "इसराइली बन्दरगाह पर फँसा हुआ" है.

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने एक ट्वीट सन्देश में कहा, "चावल, आटा, चना, चीनी और खाना पकाने के तेल के लगभग 1,049 बड़े बक्से ग़ाज़ा में फँसे हुए हैं, जबकि लाखों परिवार, भूख और खाद्य अभाव से पीड़ित हैं."

रफ़ाह पीड़ा

ग़ाज़ा पट्टी में महीनों के युद्ध भारी तबाही मचाई है, जिसमें लाखों लोगों, विशेष रूप में बच्चों पर अत्यधिक विनाशकारी असर पड़ा है.
© UNICEF/Eyad El Baba

यूएनडब्ल्यूआरए ने युद्ध पर अपनी नवीनतम जानकारी में बताया कि लगभग 15 लाख लोग, अब मिस्र की सीमा के क़रीब रफ़ाह इलाक़े में आश्रय लिए हए हैं. यह आबादी, इस इलाक़े की युद्ध से पहले की आबादी से छह गुना अधिक है.

यूएन एजेंसी ने, रफ़ाह में इसराइल के "बढ़े" हवाई हमलों की ख़बरों के साथ बताया कि ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़े में ख़ान यूनिस में और उसके आसपास तीव्र घातक लड़ाई जारी है. 

ग़ाज़ा पट्टी के दक्षिण में यूएनडब्ल्यूआरए के सबसे बड़े आश्रय स्थल, ख़ान यूनिस प्रशिक्षण केन्द्र को भारी नुक़सान पहुँचा है, जिससे हज़ारों लोग, रफ़ाह की तरफ़ जाने के लिए विवश हुए हैं.

ग़ाज़ा में यूएनआरडब्ल्यूए मामलों के निदेशक थॉमस व्हाइट का हवाला देते हुए एजेंसी ने कहा है कि, यह "इसराइली सेना के हमलों का सामना कर रहे शहर से, अपने सहायता अभियान, प्रभावी ढंग से या सुरक्षित रूप से नहीं चला सकेगी."

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने, ग़ाज़ा पट्टी में और अधिक मानवीय सहायता वितरण की सख़्त आवश्यकता को रेखांकित करते हुए ध्यान दिलाया कि इसराइल से ग़ाज़ा में खुलने वाली कैरेम शलॉम सीमा चौकी बुधवार, 7 फरवरी से बन्द है क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने इसे अवरुद्ध करना जारी रखा हुआ है.

यूएनडब्ल्यूआरए की स्थिति रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि खाद्य असुरक्षा का सामना करने के लिए खाद्य सामग्री की महत्वपूर्ण आपूर्ति, इसराइली अधिकारियों से अनुमति नहीं मिलने के कारण अवरुद्ध हो रही है.