वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

ग़ाज़ा में चेतावनी, वितरण के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध नहीं

ग़ाज़ा में भीषण बमबारी के बीच छोटे बच्चे भोजन मिलने का इन्तज़ार करते हुए.
Zagout
ग़ाज़ा में भीषण बमबारी के बीच छोटे बच्चे भोजन मिलने का इन्तज़ार करते हुए.

ग़ाज़ा में चेतावनी, वितरण के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध नहीं

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा पट्टी में चल रहा युद्ध, दक्षिणी शहर ख़ान यूनिस में "विशेष रूप से तीव्र" रहा है. फ़लस्तीनियों के लिए संयुक्त राष्ट्र सहायता एजेंसी - UNRWA ने बताया कि इसके आश्रय स्थल अब क्षमता से चार गुना अधिक भर चुके हैं.

UNRWA ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच – X पर एक सन्देश में कहा है, “बिल्कुल स्पष्ट है कि पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं है.”

एजेंसी ने इस सन्देश में एक तस्वीर साझा की है जिसमें लोगों को “बारिश और सर्दी में भी” खाद्य सामग्री प्राप्त करने के लिए क़तारों में खड़े हुए दिखाया गया है.

Tweet URL

संयुक्त राष्ट्र सहायता समन्वय एजेंसी - OCHA ओसीएचए ने सोमवार को बताया है कि ख़ान यूनिस में दो अस्पतालों के क़रीब भारी लड़ाई होने की ख़बरें हैं. ये हैं – नासिर अस्पताल - जहाँ बहुत से घायल मरीजों के लिए, "भारी युद्ध और बमबारी के बीच इलाज के लिए कोई अन्य विकल्प नहीं है". दूसरा अस्पताल है अल अमल फ़लस्तीनी रैड क्रैसेंट सोसायटी ने, उसके बिल्कुल आसपास के इलाक़ों में भारी युद्ध होने की ख़बरें दी हैं.

ओसीएचए ने बताया है कि फ़लस्तीनी लोग, दक्षिण में रफ़ाह की ओर जा रहे हैं, जहाँ पहले से ही अत्यधिक भीड़ एकत्र हो गई है. इस बीच, ग़ाज़ा में से दक्षिणी इसराइल में रॉकेट हमले किए जाने में कोई कमी नहीं देखी गई है.

मिलीभगत की जाँच

इसराइल के दक्षिणी हिस्से में, 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान, UNRWA के कुछ कर्मचारियों की हमास के साथ मिलीभगत के बेहद गम्भीर आरोपों के बीच, UNRWA ने ज़ोर देकर कहा कि वह ग़ाज़ा पट्टी में सबसे बड़े सहायता संगठन के रूप में, वहाँ के लोगों की मदद जारी रखने के लिए "यथा सम्भव कार्रवाई" करेगी.

संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च जाँच संस्था - आन्तरिक निरीक्षण सेवा कार्यालय (OIOS) ने पहले ही इन आरोपों की जाँच शुरू कर दी है. उधरसंयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार को ज़ोर देकर कहा कि "आतंकवादी कृत्यों में शामिल संयुक्त राष्ट्र के किसी भी कर्मचारी को जवाबदेह ठहराया जाएगा".

जिन 12 व्यक्तियों के ख़िलाफ़ आरोप लगाए गए हैं, उनमें से नौ की तत्काल पहचान कर ली गई और यूएनआरडब्ल्यूए के साथ उनके अनुबन्ध समाप्त कर दिए गए हैं. एक स्टाफ़ सदस्य की मौत की पुष्टि की गई और बाक़ी दो की पहचान की पुष्टि की जा रही है.

यूएनआरडब्ल्यूए कमिश्नर-जनरल फ़िलिपे लज़ारिनी ने 17 जनवरी को, एजेंसी की पूर्ण, स्वतंत्र समीक्षा की भी घोषणा की गई थी.

साथ ही, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएनआरडब्ल्यूए को सहायता धनराशि निलम्बित करने वाले देशों से, अपने इस आशय के निर्णयों पर पुनर्विचार करने की अपील की, ताकि कम से कम महत्वपूर्ण मानवीय सहायता कार्यों की निरन्तरता सुनिश्चित की जा सके.

अकाल का जोखिम

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी - विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टैड्रॉस ने रविवार को सोशल मीडिया म्च - एक्स पर एक सन्देश में कहा कि यूएनआरडब्ल्यूए को, सहायता धनराशि में कटौती करने से "ग़ाज़ा के लोगों को केवल नुकसान ही होगा".

ग़ाज़ा के लोग, लगभग चार महीने की इसरायली बमबारी के बाद, अकाल, बीमारी और विस्थापन के उभरते ख़तरे का सामना कर रहे हैं. इसराइल का आक्रमण, 7 अक्टूबर को इसराइल के दक्षिणी इलाक़े में, हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादी हमलों के जवाब में शुरू हुआ. 

हमास के उस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बन्धक बना लिया गया था. इसराइली आक्रमण में अभी तक 26 हज़ार से अधिक लोगों के मारे जाने की ख़बरें हैं.

फ़िलिपे लाज़ारिनी ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच - एक्स पर चेतावनी देते हुए कहा कि ग़ाज़ा में 20 लाख से अधिक लोग अपने अस्तित्व के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी पर निर्भर हैं, मगर एजेंसी का मानवीय सहायता अभियान "ढह रहा है".

यूएनआरडब्ल्यूए में लगभग 13 हज़ार कर्मचारी काम करते हैं जो ग़ाज़ा में फ़लस्तीनी समुदायों की सेवा कर रहे हैं. इस समय लगभग 3 हज़ार लोग युद्ध क्षेत्र में काम करना जारी रखे हुए हैं, जिन्हें दस लाख से अधिक लोगों के लिए आश्रय स्थल के संचालन, युद्ध की शुरुआत के बाद से सख़्त ज़रूरत वाले लोगों को भोजन और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का काम सौंपा गया है.

संयुक्त राष्ट्र की सहायता समन्वय एजेंसी - ओसीएचए ने, ग़ाज़ा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों का हवाला देते हुए बताया है कि 7 अक्टूबर से अब तक ग़ाज़ा में 26,420 से अधिक लोग मारे गए हैं. इसरायली सेना के अनुसार, युद्ध में लगभग 218 इसराइली सैनिक भी मारे गए हैं और 1,269 घायल हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष आपातकालीन मानवीय सहायता अधिकारी मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने रविवार को सोशल मीडिया मंच - एक्स पर कहा, "ग़ाज़ा के लोगों की ज़रूरतें अभूतपूर्व रूप से उच्च हैं, और उन्हें मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए हमारी मानवीय क्षमता पर इतना बड़ा जोखिम कभी नहीं रहा है. हमें ग़ाज़ा के लोगों को आशा का क्षण देने के लिए, अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करना होगा.”