वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

कोविड-19 महामारी से मिले सबक़ को अमल में लाना होगा, यूएन प्रमुख

इंडोनेशिया में एक स्वास्थ्यकर्मी, मरीज़ के उपचार के लिए जाने से पहले संक्रमण से बचाव के उपाय को अपना रही है.
© Unsplash/Viki Mohamad
इंडोनेशिया में एक स्वास्थ्यकर्मी, मरीज़ के उपचार के लिए जाने से पहले संक्रमण से बचाव के उपाय को अपना रही है.

कोविड-19 महामारी से मिले सबक़ को अमल में लाना होगा, यूएन प्रमुख

स्वास्थ्य

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ध्यान दिलाया है कि दुनिया को अगली वैश्विक महामारी से निपटने के लिए तैयार रहना होगा और इस क्रम में, कोविड-19 महामारी से लिए गए सबक़ के आधार पर क़दम उठाए जाने होंगे.

यूएन प्रमुख ने बुधवार, 27 दिसम्बर, को महामारी से निपटने की तैयारी के अन्तरराष्ट्रीय दिवस पर जारी अपने सन्देश में यह बात कही है.

कोविड-19 महामारी से करोड़ों ज़िन्दगियों पर असर हुआ, लाखों लोगों की मौत हुई और मानवता पर भयावह असर हुआ.

2020 में महामारी शुरू होने के बाद, तीन वर्षों तक वैश्विक प्रयासों के बाद, इस वर्ष यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने 5 मई को अन्तरराष्ट्रीय चिन्ता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति के तौर पर कोविड-19 का अन्त होने की घोषणा की थी. 

मगर, महासचिव गुटेरेश ने सचेत किया कि इसका अर्थ यह नहीं है कि यह बीमारी अब वैश्विक ख़तरा नहीं है. 

“वैश्विक महामारी के कारण हुई आर्थिक क्षति अब भी है. अनेक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियाँ संघर्ष कर रही हैं. लाखों-करोड़ों बच्चों पर बचपन में नियमित टीकाकरण के दायरे से बाहर रह जाने की वजह से बीमारियों का ख़तरा है.”

कोविड-19 के सबक़

यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने ध्यान दिलाया कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए पहली वैक्सीन विकसित किए जाने के तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी, अरबों लोग अब भी इससे वंचित हैं. इनमें से अधिकाँश विकासशील देशों में हैं. 

“जब अगली वैश्विक महामारी फैले तो हमें बेहतर करना होगा. लेकिन हम अभी भी तैयार नहीं हैं. हमें तैयारी करनी होगी और कोविड-19 से लिए गए सबक़ पर काम करना होगा.”

एंतोनियो गुटेरेश ने बताया कि धनी देशों द्वारा स्वास्थ्य देखभाल आपूर्ति की जमाख़ोरी और नियंत्रण एक नैतिक व चिकित्सा आपदा थी, जिससे बचा जाना होगा.

साथ ही, यह सुनिश्चित करना होगा कि हर किसी के पास रोग निदान, उपचार और वैक्सीन की सुलभता हो.

साझा प्रयास

महासचिव गुटेरेश ने भविष्य में बेहतर कार्रवाई के लिए वैश्विक सहयोग पर बल दिया है. 

साथ ही, दुनिया को विषाणुओं की निगरानी बेहतर ढंग से करनी होगी, स्वास्थ्य प्रणालियों को मज़बूती प्रदान करनी होगी और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के वादे को साकार करना होगा.  

यूएन प्रमुख के अनुसार, इस दिशा में प्रगति दर्ज की जा रही है. सितम्बर 2023 में महामारी रोकथाम के लिए उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें एक राजनैतिक घोषणापत्र जारी किया गया और वैश्विक महामारियों से निपटने के उपायों पर लक्षित समझौते पर भी चर्चा हो रही है.

इस समझौते के ज़रिये, एक सुरक्षित व स्वस्थ दुनिया की ओर क़दम बढ़ाने के इरादे से अन्तरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियामन को मज़बूती प्रदान की योजना तैयार की जाएगी.

महासचिव गुटेरेश ने कहा कि यह समय कोविड-19 के दौरान लिए गए सबक़ को अमल में लाने, तैयारी करने और सर्वजन के लिए एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया को आकार देने का है.