सतत पर्यटन में निवेश को बढ़ावा, सर्वजन के लिए बेहतर भविष्य में सहायक
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ध्यान दिलाया है कि पर्यटन, पारस्परिक समझ व प्रगति के लिए एक शक्तिशाली बल है. मगर, यह ज़रूरी है कि इसमें निहित सम्भावनाओं का पूर्ण लाभ उठाने के लिए उसे पोषित किया जाए.
यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने बुधवार, 27 सितम्बर, को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के अवसर पर जारी अपने सन्देश में यह बात कही है.
पर्यटन, विश्व के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक सैक्टर में से एक है. यह हर 10 में से एक व्यक्ति को रोज़गार और करोड़ों अन्य लोगों को आजीविका का स्रोत प्रदान करता है.
अनेक देशों के लिए, उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन का योगदान 20 प्रतिशत से भी अधिक है. यह विश्व की विभिन्न संस्कृतियों, प्राकृतिक सम्पदा का अनुभव करने और साझा मानवता के तहत एक दूसरे के पास लाने का माध्यम है.
कोविड-19 महामारी के कारण पर्यटन सैक्टर में व्यवधान आया है, बड़ी संख्या में लोगों की आजीविका के साधनों पर असर हुआ और अनेक देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए चुनौतियाँ उत्पन्न हुईं.
इसके मद्देनज़र, पर्यटन में निवेश को हरित विकास की दिशा में मोड़े जाने पर बल दिया गया है, ताकि आमजन, पृथ्वी व समृद्धि के लिए सतत भविष्य सुनिश्चित का जा सके.
इस वर्ष, विश्व पर्यटन दिवस 2023 की थीम है: पर्यटन एवं हरित निवेश, जोकि टिकाऊ विकास लक्ष्यों के लिए लक्षित ढंग से निवेश किए जाने की ओर ध्यान आकर्षित करती है.
महासचिव गुटेरेश ने सचेत किया कि जलवायु आपात स्थिति से, अनेक पर्यटन स्थलों के लिए ख़तरा उपज रहा है और पर्यटन पर निर्भर समुदाय व अर्थव्यवस्थाएँ संकट में हैं.
“बदलती जलवायु से गम्भीर रूप से प्रभावित अनेक विकासशील देश भी जीवन-व्यापन की क़ीमत और निवेश में कमी के संकट का सामना कर रहे हैं, जोकि बढ़ता जा रहा है.”
उन्होंने इस दिवस पर हरित निवेश की अहमियत को रेखांकित किया ताकि आमजन व पृथ्वी की आशाओं को साकार करन वाले पर्यटन सैक्टर का निर्माण किया जा सके.
पर्यटन को बढ़ावा
यूएन प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि सरकारों और व्यवसायों को टिकाऊ व सहनसक्षम पर्यटन तौर-तरीक़ों में निवेश करना होगा.
“निजी पक्षों को शून्य-उत्सर्जन मार्गों को अपनाना होगा, अपनी ऊर्जा खपत में कमी लानी होगी और ऊर्जा के नवीकरणीय रूपों का लाभ उठाना होगा.”
यूएन महासचिव ने कहा कि हर किसी को जैवविविधता का संरक्षण करना होगा और सभी स्थलों पर पारिस्थितिकी तंत्र सन्तुलन को बनाए रखना होगा.
यूएन प्रमुख के अनुसार, लक्षित निवेश के ज़रिये रोज़गार सृजन और स्थानीय व्यवसायों को समर्थन प्रदान करना सम्भव है, जबकि पर्यटन के पर्यावरणीय प्रभावों में कमी लाई जा सकती है.
इसके अलावा, समुदायों का सशक्तिकरण, संस्कृति को बढ़ावा देना, और अति-आवश्यक सामाजिक संरक्षा प्रणालोयं में योगदान भी दिया जा सकता है.
महासचिव गुटेरेश ने अपने सन्देश के समापन में सर्वजन से, सतत पर्यटन में निहित सम्भावनाओं को संवारने के लिए और अधिक क़दम उठाने की बात कही.
उनके अनुसार, सतत पर्यटन में निवेश, सर्वजन के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने में निवेश है.