वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां
सऊदी अरब के विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान अल फ़ुरहान अल सऊदी, 78वीं यूएन महासभा की उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए (23 सितम्बर 2023).

UNGA78: सऊदी अरब ने पेश किया - एक बेहतर, हरित मध्य का ख़ाका

UN Photo/Cia Pak
सऊदी अरब के विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान अल फ़ुरहान अल सऊदी, 78वीं यूएन महासभा की उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए (23 सितम्बर 2023).

UNGA78: सऊदी अरब ने पेश किया - एक बेहतर, हरित मध्य का ख़ाका

यूएन मामले

सऊदी अरब के विदेश मंत्री फ़ैसल बिन फ़रहान अल फ़ुरहान अल-सऊद ने यूएन महासभा की वार्षिक उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए कहा है कि तमाम देशों को यूएन चार्टर का सम्मान करने की ज़रूरत है जिसमें बल प्रयोग की निषिद्धता और मानवाधिकारों क सम्मान शामिल है.

फ़ैसल बिन फ़रहान अल फ़ुरहान अल-सऊद ने 2030 की राष्ट्रीय विकास दृष्टि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये भविष्य की पीढ़ियों के भविष्य की ख़ातिर विकास को प्रोत्साहन देने और महिला और युवजन की रचनात्मकता का विकास करके, उनके सशक्तिकरण पर केन्द्रित है.

उन्होंने कहा कि मानवाधिकार अति-महत्वपूर्ण हैं और सऊदी अरब ने अपने नागरिकों के संरक्षण की ख़ातिर क़ानून बनाए हैं, और साथ ही उनका देश, मध्य पूर्व में एक बेहतर भविष्य बनाने पर भी काम कर रहा है.

सुरक्षा हे सहयोग से सम्बन्धित

सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा क लिए, फ़लस्तीनी मुद्दे का एक न्यायपूर्ण समाधान निकाले जाने की ज़रूरत है जिसमें एक स्वतंत्र फ़लस्तीनी देश की स्थापना का प्रावधान हो.

उन्होंने ऐसे तमाम क़दमों व उपायों की निन्दा की जो अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का हनन करते हों. 

फ़ैसल बिन फ़रहान ने कहा कि सऊदी अरब सीरियाई संकट का हल तलाश करने के प्रयास भी कर रहा है और यमन में भी शान्तिपूर्ण समाधान तलाश किया जा रहा है.

उन्होंने अन्य सुरक्षा चिन्ताओं का रुख़ करते हुए, सूडान में संकट को सुलझाए जाने का आहवान किया, और लीबिया से तमाम विदेशी सेनाएँ हटाए जाने की पुकार लगाई.

अफ़ग़ानिस्तान के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि ये देश, आतंकवादी संगठनों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना नहीं बनना चाहिए, और उन्होंने अफ़ग़ान लोगों की तकलीफ़ें दूर करने की ख़ातिर, क्षेत्रीय और अन्तरराष्ट्रीय सहायता प्रयास तेज़ करने का आहवान किया.

फ़ैसल बिन फ़रहान ने यूक्रेन का ज़िक्र करते हुए कहा कि विश्व को एक शान्तिपूर्ण समाधान तलाश करने के लिए कोई क़सर बाक़ी नहीं छोड़नी चाहिए.

फ़ैसल बिन फ़रहान ने परमाणु हथियारों के बारे में चिन्ताएँ  व्यक्त करते हुए कहा कि इन शस्त्रों का उन्मूलन बहुत ज़रूर है.

उन्होंने ज़ोर देकर कहा, “ये विनाशकारी हथियार हासिल करने की दौड़ को रोकने के लिए, देशों के दरम्यान सहयोग व समन्वय के बिना, सुरक्षा और स्थिरता सम्भव नहीं है.” 

फ़ैसल बिन फ़रहान ने आतंकवाद और अतिवाद का मुक़ाबला करने के प्रयासों पर ज़ोर देते, इस्लामोफ़ोबिया के उभार और मुसलमानों पर हमलों के विरुद्ध आगाह भी किया. इस सम्बन्ध में उन्होंने धार्मिक नफ़रत का मुक़ाबला करने के लिए यूएन मानवाधिकार परिषद द्वारा अपनाए गए रुख़ का स्वागत भी किया.

जलवायु कार्रवाई

उन्होंन कहा कि आर्थिक प्रगति क लिए, वैश्विक ऊर्जा बाज़ार की स्थिरता एक कुंजी है. सऊदी अरब अपनी, वैश्विक स्तर पर उपभोक्ताओं और उत्पादकों की आवश्यकताएँ पूरी करने के लिए, अपनी तरफ़ से समुचित भूमिका निभा रहा है और तेल निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) के साथ मिलकर काम कर रहा है.

उन्होंने कहा कि सऊदी रब जलवायु अनुकूलन उपायों और कार्बन उत्सर्जन की दिशा में भी काम कर रहा है. उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा की तरफ़ वास्तविक बदलाव का आहवान किया. अलबत्ता, सतत विकास से सम्बन्धित राष्ट्रीय और क्षेत्रीय परिस्थितियों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए.

फ़ैसल बिन फ़रहान ने कार्बन उत्सर्जन कम करने और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए, हरित सऊदी अरब और हरित मध्य पूर्व अभियानों की शुरुआत किए जाने ज़िक्र करते हुए कि उनका देश, कार्बन तटस्थता के लिए, चक्र अर्थव्यवस्था का तरीक़ा अपना रहा है.

इसके अलावा बेहतर प्रशासन और जल संसाधनों को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा, “हमारे पास भविष्य की दिशा के लिए भी एक महत्वाकांक्षी नीति है.”

अरबी भाषा में पूर्ण वक्तव्य यहाँ उपलब्ध है.