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रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरॉफ़, यूएन महासभा के 78वें सत्र की उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए (23 सितम्बर 2023).

UNGA78: रूस की, पश्चिम के ‘झूठ के साम्राज्य’ पर चोट

UN Photo/Cia Pak
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरॉफ़, यूएन महासभा के 78वें सत्र की उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए (23 सितम्बर 2023).

UNGA78: रूस की, पश्चिम के ‘झूठ के साम्राज्य’ पर चोट

यूएन मामले

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरॉफ़ ने शनिवार को, यूएन महासभा के 78वें सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा है कि नव-औपनिवेशिक अल्पसंख्यक और वैश्विक बहुलता के दरम्यान संघर्ष में से, एक नई विश्व व्यवस्था जन्म ले रही है, जो दशकों के पश्चिमी आधिपत्य का ख़ात्मा करने की चाह रखती है.

सर्गेई लैवरॉफ़ ने उच्च स्तरीय जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए कहा कि पुरानी व्यवस्था के हाथों से सत्ता फ़िसल रही है, जिस पर संयुक्त राज्य अमेरिका का आधिपत्य रहा है, और जिसने समानता के सिद्धान्त को लम्बे समय तक नकारा है.

उन्होंने यूएन महासभा में मौजूद प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी और योरोपीय, “तमाम तरह के वादे करते हैं... और फिर उन्हें बिल्कुल भी पूरा नहीं करते.”

सर्गेई लैवरॉफ़ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का सन्दर्भ देते हए कहा कि “पश्चिम असल में झूठ का साम्राज्य है”, जिसने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाज़ीवाद के विरुद्ध लड़ाई में भी, अपने सोवियत सहयोगियों के ख़िलाफ़ आक्रमण की साज़िश रची थी.

सोवियत और रूसी नेताओं को, नैटो के सैन्य गठबन्धन का विस्तार पूर्व तक नहीं किए जाने के बारे में राजनैतिक आश्वासन दिए गए थे, जोकि पूरी तरह से धोखा साबित हुए.

अमेरिका और योरोप ने, वैश्विक दक्षिण और पूर्व पर अपना आधिपत्य जमाने के लिए, अपने हितों और गठबन्धनों का बिना रुके विस्तार किया है, और इसमें आपसी सुरक्षा गारंटियों की, रूस की इच्छा को नकारा है.

हमारे देश के विरुद्ध पश्चिम का ‘हाइब्रिड’ युद्ध

रूसी विदेश मंत्री ने यूक्रेन के ज़िक्र करते हुए कहा के पश्चिम ने, रूस को बदनाम करने वाले शासन का सैन्यकरण करना जारी रखा है, जिसे वर्ष 2014 में एक रक्तरंजित विद्रोह के ज़रिए सत्ता पर बिठाया गया और उसमें से, “हमारे देश के विरुद्ध एक हाइब्रिड युद्ध चलाने का” मौक़ा निकाला.

उन्होंने दलील देते हुए कहा कि उसके बाद से रूस की रणनैतिक हार मक़सद रहा है जिसमें अमेरिका के नेतृत्व वाला आक्रमण अब, बाहरी अन्तरिक्ष और ऑनलाइन पर दुष्प्रचार तक पहुँच रहा है. 

सर्गेई लैवरॉफ़ ने कहा कि यहाँ तक कि संस्कृति की बात करें तो, उपनिवेश-विरोधी “वैश्विक बहुलता” भी अब पश्चिम के दमन और अपने धर्मों, पारम्पिक मूल्यों व सम्प्रभुता पर हमलों से तंग आ चुकी है.

‘ज़बरदस्ती वाले उपाय’

रूसी विदेश मंत्री ने अमेरिका के नेतृत्व में एकतरफ़ा प्रतिबन्धों और बल आधारित उपायों की निन्दा की और क्यूबा, वेनेज़ुएला, सीरिया व अन्य देशों की हिमायत की. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, अन्तरराष्ट्रीय एजेंडा का यूक्रेनीकरण करना जारी रखे हुए है.

सर्गेई लैवरॉफ़ ने कहा कि अब सही समय है – वैश्विक प्रशासनिक ढाँचे में सुधार करने का, जिसमें यूएन के नेतृत्व वाल अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणालियों और संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख संस्थाएँ शामिल हैं. उन्होंने यूएन सचिवालय को, नैटो देशों व योरोपीय संघ के हित में पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया, और उसमें भी सुधार की हिमायत की.

बड़े पैमाने के युद्ध से बचें

सर्गेई लैवरॉफ़ ने अपने सम्बोधन का समापन, समायोजन की अपील के साथ करते हुए कहा कि “मानवता एक चौराहे पर है... गहरे गर्त में ले जाने वाले बड़े पैमाने के युद्ध की रोकथाम करना, हमारे ही साझा हित में है.”