वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

यूक्रेन: कृषि भूमि से बारूदी सुरंगों को हटाए जाने के लिए साझा पहल

यूक्रेन में कृषि-योग्य भूमि का एक बड़ा हिस्सा बारूदी सुरंग और अन्य आयुद्ध सामग्री से दूषित है.
© FAO/Viacheslav Ratynskyi
यूक्रेन में कृषि-योग्य भूमि का एक बड़ा हिस्सा बारूदी सुरंग और अन्य आयुद्ध सामग्री से दूषित है.

यूक्रेन: कृषि भूमि से बारूदी सुरंगों को हटाए जाने के लिए साझा पहल

शान्ति और सुरक्षा

यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से ही बारूदी सुरंग के इस्तेमाल और बिना विस्फोट हुई आयुद्ध सामग्री के बिखरे होने से कृषि सैक्टर को भीषण क्षति पहुँची है. अब संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों के सहयोग से एक नई योजना की घोषणा की गई है, जोकि खेतीबाड़ी को लिए फिर से सुरक्षित बनाने और खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने पर लक्षित है. 

खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने हिंसक टकराव से सर्वाधिक प्रभावित लघु किसानों और ग्रामीण परिवारों के लिए संयुक्त रूप से एक नए नया कार्यक्रम तैयार किया है. 

इस कार्यक्रम का उद्देश्य युद्ध से प्रभावित कृषि भूमि को बारूदी सुरंगों व आयुद्ध सामग्री से मुक्त करना है, ताकि वहाँ फिर से सुरक्षापूर्वक फ़सलों को उगाया जा सके.

Tweet URL

इस क्रम में, यूएन एजेंसियाँ जिनीवा में स्थित एक ग़ैर-सरकारी संगठन, Fondation Suisse de Déminage, के साथ मिलकर काम कर रही हैं, जिसका मुख्य काम ज़मीन से बारूदी सामग्री को साफ़ करना है.

संयुक्त राष्ट्र और साझेदार संगठनों ने फ़रवरी में अपने एक आकलन में बताया था कि यूक्रेन पर रूस द्वारा आक्रमण किए जाने के बाद, अनाज और तेल बीजों के उत्पादन में 37 प्रतिशत तक की कमी आई है.

यूएन कृषि एजेंसी ने यूक्रेन में एक सर्वेक्षण के आधार पर बताया कि देश में 90 फ़ीसदी लघु किसानों ने आय में कमी आने की बात कही है.

कृषि को समर्थन

हर चार में से एक किसान ने या तो कृषि गतिविधि को पूरी तरह से रोक दिया है या फिर उसमें काफ़ी हद तक कमी आई है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों की इस साझा पहल से, कृषि सैक्टर को फिर से पटरी पर लाने में मदद मिलने की उम्मीद है.

इस कार्यक्रम को ख़ारकीव में पहले से ही शुरू कर दिया गया है, जिसका बाद में मायकोलाइव और ख़ेरसॉन क्षेत्रों में विस्तार किए जाने की बात कही गई है. 

इस कार्यक्रम में 300 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों में अपना भोजन स्वयं उगाने वाले लोगों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा. 

यूक्रेन में खाद्य एवं कृषि संगठन कार्यालय ने बताया कि अनेक परिवार और लघु किसान इस मौसम में बुआई ना करने पर विचार कर रहे हैं, चूँकि वे जानते हैं कि कृषि भूमि फ़िलहाल ख़तरनाक है और वे आयुद्ध सामग्री से दूषित मिट्टी में अपनी जान को जोखिम में नहीं डालना चाहते हैं.

यूएन एजेंसी ने आशा जताई है कि कृषि-योग्य भूमि को फिर से तैयार करके, लोगों को खेतीबाड़ी में लौटने में मदद की जा सकती है और घरेलू व अन्तरराष्ट्रीय बाज़ारों में उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सकता है.

क़दम-दर-क़दम

यूएन एजेंसियों और साझेदार संगठन द्वारा सैटेलाइट तस्वीरों के इस्तेमाल से बारूदी सुरंगों और आयुध सामग्री से दूषित इलाक़ों की शिनाख़्त की जाएगी और फिर उन प्लॉट को प्राथमिकता दी जाएगी, जिन्हें जल्द सुरक्षित बनाया ज सकता है.

साथ ही, विस्फोटक हथियारों के इस्तेमाल के कारण हुए दूषण की जाँच के लिए मृदा परीक्षण किया जाएगा.

यूएन एजेंसियों ने लघु किसानों और ग्रामीण परिवारों का सर्वेक्षण किए जाने की बात कही है, ताकि कृषि उत्पादन को फिर से शुरू करने के लिए उनकी आवश्यकताओं को निर्धारित किया जा सके.

इसके आधार पर उन्हें सीधे तौर पर ज़रूरी मदद या फिर नक़दी समर्थन मुहैया कराया जाएगा. स्थानीय समुदायों, प्राधिकरण और यूक्रेन के खाद्य मंत्रालय के साथ साझेदारी में प्रयास किए जाने की सम्भावना है.

दीर्घकाल के लिए तैयारी

इस परियोजना के लिए लगभग 10 करोड़ डॉलर का बजट रखा गया है, लेकिन फ़िलहाल 9 करोड़ डॉलर की कमी बताई गई है. 

यूएन एजेंसियों ने बताया कि इस परियोजना को सफलतापूर्वक लागू किए जाने की स्थिति में ग्रामीण समुदायों को दी जाने वाली प्रत्यक्ष खाद्य सहायता में छह करोड़ डॉवर की वार्षित बचत की जा सकेगी. 

संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत कोष व अन्य निजी दानदाताओं के समर्थन से इस परियोजना को समर्थन मिला है, जिससे क्षेत्रीय व वैश्विक बाज़ारों के लिए नकारात्मक दुष्परिणामों से निपटने में मदद मिलेगी.