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हिंसक अतिवाद रोकथाम दिवस: अभूतपूर्व सतर्कता बरतने की पुकार

बहुत से देश, आतंकवादी ख़तरों और जोखिमों का सामना कर रहे हैं.
Photo: UNODC
बहुत से देश, आतंकवादी ख़तरों और जोखिमों का सामना कर रहे हैं.

हिंसक अतिवाद रोकथाम दिवस: अभूतपूर्व सतर्कता बरतने की पुकार

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने रविवार को कहा है कि ऐसे में जबकि अतिवादी गुट अपनी पहुँच बढ़ा रहे हैं, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय, आतंकवाद के विरुद्ध अपनी चौकसी को ढीली नहीं पड़ने दे सकता.

यूएन प्रमुख ने, अतिवाद को आतंकवाद के लिए अनुकूल बनने देने से रोकथाम के लिए प्रथम अन्तरराष्ट्रीय दिवस के अवसर उनके सन्देश में ये अपील की है.

ये दिवस, यूएन महासभा ने दिसम्बर 2022 में स्थापित किया है.

एंतोनियो गुटेरेश ने आतंकवाद को इनसानियत के लिए एक अपमान क़रार दिया क्योंकि ये हम सभी को एक साथ जोड़ने वाले मूल्यों की अहमियत को कम करता है.

आतंकवाद - शान्ति व सुरक्षा को प्रोत्साहन देने, मानवाधिकारों की रक्षा, मानवीय सहायता मुहैया कराने, और टिकाऊ विकास को आगे बढ़ाने के सामूहिक प्रयासों के लिए भी जोखिम उत्पन्न करता है.

घृणा के लिए उपजाऊ धरातल

यूएन प्रमुख ने कहा, “हमें अभूतपूर्व रूप से सतर्क रहना होगा. आतंकवादी और हिंसक अतिवादी गुट, अपने विषैले विचार फैलाने के लिए, इंटरनेट पर उपजाऊ पा रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि नव-नाज़ी, श्वेत वर्चस्ववादी आन्दोलन, दिन ब दिन और भी ज़्यादा ख़तरनाक बनते जा रहे हैं, और अब अनेक देशों में उच्च आन्तरिक सुरक्षा जोखिम उत्पन्न कर रहे हैं, साथ ही वो बहुत तेज़ी से बढ़ भी रहे हैं.

रोकथाम और समावेश

यूएन महासचिव ने कहा कि देशों को इस चुनौती का सामना, रोकथाम के ज़रिए, और उन परिस्थितियों का हल निकालकर करना होगा जो, सर्वप्रथम आतंकवाद के पनपने में कारक बनती हैं.

उन्होंने समावेश और ये सुनिश्चित किए जाने की महत्ता को रेखांकित किया कि आतंकवाद-निरोधक रणनीतियों में, व्यापक दायरे वाली आवाज़ों और नज़रियों को शामिल किया जाए – विशेष रूप से अल्पसंख्यकों, महिलाओं, और युवजन की आवाज़ों को.

उन्होंने कहा कि मानवाधिकरों को, तमाम आतंकवाद-निरोधक नीतियों के केन्द्र में रखना ज़रूरी है.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “आज और प्रत्येक दिन, आइए हम सभी, एक अधिक शान्तिपूर्ण, समावेशी, और स्थिर समाजों के निर्माण की ख़ातिर काम करें, जहाँ आतंक और हिंसक अतिवाद के लिए कोई स्थान नहीं हो.”