यूक्रेन: परमाणु संयंत्र में हालात की समीक्षा के लिये, IAEA टीम पहुँची ज़ैपोरिझिझिया

यूक्रेन में जारी भीषण हिंसक टकराव और उसके कारण ज़ैपोरिझिझिया शहर में स्थित परमाणु संयंत्र की सुरक्षा के प्रति बढ़ती चिन्ताओं के बीच, अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के विशेषज्ञों की एक टीम, मौजूदा हालात की समीक्षा के लिये बुधवार को वहाँ पहुँची है.
यूएन एजेंसी के प्रमुख रफ़ाएल मारियानो ग्रोस्सी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भरोसा जताया कि IAEA टीम के लिये अपने तकनीकी मिशन को सुरक्षित ढँग से संचालित कर पाना सम्भव होगा.
👷 @RafaelMGrossi and a team of experts & inspectors have set off for the IAEA Support & Assistance Mission to #Zaporizhzhya (ISAMZ), to help ensure nuclear safety and security at #Ukraine's Zaporizhzhya NPP and undertake vital safeguards activities.👉 https://t.co/IrcPxHuukI pic.twitter.com/0IzcLDYsxO
iaeaorg
पिछले कई महीनों से विचार-विमर्श के बाद यह मिशन आगे बढ़ा है जिसके तहत परमाणु विशेषज्ञ ज़ैपोरिझिझिया स्थित संयंत्र में हालात का जायज़ा लेंगे.
इस वर्ष फ़रवरी महीने में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से ही योरोप के इस सबसे पड़े परमाणु केन्द्र की सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए हैं और लड़ाई के कारण वहाँ तबाही की आशंका जताई जाती रही है.
परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने बताया कि उनका मिशन कुछ दिनों तक जारी रहने की सम्भावना है लेकिन परमाणु केन्द्र पर निरन्तर उपस्थिति स्थापित होने की स्थिति में यह अवधि बढ़ भी सकती है.
ग़ौरतलब है कि रूसी सैन्य बलों ने हिंसक टकराव के शुरुआत के कुछ समय बाद संयंत्र को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था और उसके बाद से यहाँ बार-बार गोलाबारी की घटनाएँ होती रही हैं.
यूएन एजेंसी के प्रमुख से जब परमाणु संयंत्र में वास्तविक गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिये, रूस द्वारा अनुमति दिये जाने के सिलसिले में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम में बेहद अनुभवी लोग शामिल हैं.
“मैं यहाँ सुरक्षा, बचाव, सुरक्षा उपाय मामलों में सर्वश्रेष्ठ व निपुण लोगों को अपने साथ लाया हूँ और हमें अच्छे से जानकारी है कि यहाँ क्या हो रहा है.”
परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक से ज़ैपोरिझिझिया संयंत्र को नुक़सान पहुँचने की आशंका पर भी सवाल किया गया.
रफ़ाएल मारियानो ग्रोस्सी ने ज़ोरे देकर कहा कि यह राजनैतिक इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है.
“यह एक ऐसा विषय है जोकि इस टकराव में शामिल देशों से जुड़ा है, विशेष रूप से रूसी महासंघ से, जिसने यहाँ क़ब्ज़ा किया हुआ है.”
यूएन एजेंसी महानिदेशक इस मिशन के लिये वियेना स्थित मुख्यालय से 13 सदस्यों की टीम के साथ यहाँ आए हैं.
यह टीम सोमवार को यूक्रेन पहुँची जिसके बाद राजधानी कीव में राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेन्स्की से उनकी मुलाक़ात हुई.
IAEA टीम की प्राथमिकता संयंत्र में परमाणु सुरक्षा व बचाव उपाय सुनिश्चित करना, मौजूदा गतिविधियों में निहित जोखिमों में कमी लाना और वहाँ कार्यरत यूक्रेनी कर्मचारियों के लिये कामकाजी हालात की समीक्षा करना है.