यूक्रेन: ज़ैपोरिझझिया परमाणु संयंत्र की ‘ढाँचागत अखण्डता का अनेक बार उल्लंघन’
अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख रफ़ाएल मारियानो ग्रॉस्सी ने सचेत किया है कि यूक्रेन में जारी युद्ध की चपेट में आए ज़ैपोरिझिझिया परमाणु संयंत्र को और अधिक नुक़सान पहुँचने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
यूएन परमाणु एजेंसी के महानिदेशक ने अन्य विशेषज्ञों के साथ गुरूवार को योरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र का दौरा करने के बाद यह बात कही.
ग़ौरतलब है कि रूसी सैन्य बलों ने युद्ध की शुरुआत के कुछ समय बाद ही संयंत्र को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था.
इसके बाद से यहाँ बार-बार गोलाबारी की घटनाएँ होती रही हैं, जिसके लिये दोनों पक्षों ने एक दूसरे को ज़िम्मेदार ठहराया है. मौजूदा हालात में एक बड़ी त्रासदी घटित होने की आशंका भी व्यक्त की गई है.
महानिदेशक ग्रॉस्सी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि परमाणु संयंत्र और उसकी ढाँचागत अखण्डता का अनेक बार उल्लंघन हुआ है.
“चाहे वह जानबूझकर हुआ या अनजाने में, यह समीक्षा करने के लिये हमारे पास पर्याप्त जानकारी नहीं है. लेकिन यह ऐसी वास्तविकता है जिसे हमें पहचानना होगा, और यह ऐसी बात है जो जारी नहीं रह सकती है.”
उन्होंने कहा, “आप जहाँ कहीं भी रहें, जो भी मानते हों, आप जो कुछ इस युद्ध के बारे में सोचते हैं, यह कुछ ऐसा है, जो घटित नहीं हो सकता है.”
“इसलिये हम कुछ निश्चित ढाँचागत और हमारे लोगों की वहाँ व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि हालात में बेहतरी लाई जा सके.”
यूक्रेन में कुल 15 परमाणु रिएक्टर्स में से छह ज़ैपोरिझिझिया स्थित संयंत्र में हैं.
यूएन टीम का मिशन
अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के विशेषज्ञों की टीम, कई महीनों से जारी कूटनैतिक प्रयासों के परिणामस्वरूप, गुरूवार को वहाँ पहुँची.
यूएन एजेंसी के महानिदेशक ने ट्विटर पर साझा किये गए अपने वीडियो में बताया कि विशेषज्ञों ने परमाणु संयंत्र का शुरुआती दौरा पूरा कर लिया है, लेकिन अभी और काम बाक़ी है.
यूएन एजेंसी के प्रमुख रफ़ाएल मारियानो ग्रॉस्सी के अनुसार, उनकी टीम अभी वहाँ और रुकेगी, और “सबसे अहम बात यह है कि हम IAEA से यहाँ अपनी निरन्तर उपस्थिति स्थापित कर रहे हैं.“
यूएन एजेंसी महानिदेशक इस मिशन के लिये वियेना स्थित मुख्यालय से 13 सदस्यों की टीम के साथ यहाँ मिशन पर थे.
यह टीम सोमवार को यूक्रेन पहुँची जिसके बाद राजधानी कीव में राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेंस्की से उनकी मुलाक़ात हुई.
IAEA टीम की प्राथमिकता संयंत्र में परमाणु सुरक्षा व बचाव उपाय सुनिश्चित करना, मौजूदा गतिविधियों में निहित जोखिमों में कमी लाना और वहाँ कार्यरत यूक्रेनी कर्मचारियों के लिये कामकाजी हालात की समीक्षा करना है.