IAEA प्रमुख का यूक्रेन दौरा, परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा पर ज़ोर

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक राफ़ाएल मारियानो ग्रोस्सी, यूक्रेन में परमाणु प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व ऐहतियाती उपायों के लिये समर्थन सुनिश्चित करने के इरादे से यूक्रेन के दौरे पर हैं, जहाँ उनका शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलने का भी कार्यक्रम है.
यूएन एजेंसी प्रमुख ने यूक्रेन में 24 फ़रवरी को रूसी आक्रमण के बाद से ही परमाणु प्रतिष्ठानों में ऐहतियात व सुरक्षा के बदतर होते हालात पर चिन्ता व्यक्त की है.
पिछले कुछ हफ़्तों में, परमाणु प्रतिष्ठानों में सुरक्षा स्थिति, वहाँ कार्यरत कर्मचारियों के बिना किसी दबाव में कार्य करने की क्षमता में अवरोध सहित अन्य चुनौतियाँ पैदा हुई हैं.
IAEA @RafaelMGrossi is in #Ukraine to start delivery of urgent technical assistance to ensure safety and security of country’s nuclear facilities and help avert the risk of an accident that could endanger people and the environment. https://t.co/DKTR6u2Axz pic.twitter.com/M3fnMUgN1l
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“कई बार हम बाल बाल बचे हैं. हम और समय खोने का जोखिम मोल नहीं ले सकते हैं. यह हिंसक टकराव पहले से ही अकल्पनीय मानव पीड़ा व विध्वंस की वजह बन रहा है.”
यूएन एजेंसी महानिदेशक अपनी इस यात्रा के दौरान, तत्काल तकनीकी सहायता मुहैया कराये जाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की परमाणु दुर्घटना से आमजन व पर्यावरण की रक्षा की जा सके.
यूक्रेन में योरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम हैं, और वहाँ ऐहतियात व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये IAEA की उपस्थिति, बेहद अहम बताई गई है.
महानिदेशक ग्रोस्सी ने कहा कि IAEA आवश्यक समर्थन मुहैया कराने के लिये तुरन्त तैयार हैं.
इन प्रयासों के तहत, परमाणु ऊर्जा एजेंसी के विशेषज्ञों को प्राथमिकता वाले परमाणु संयंत्रों के लिये रवाना किया जाएगा.
साथ ही, निगरानी व आपात उपकरणों समेत ऐहतियात व सुरक्षा के लिये महत्वपूर्ण सामग्री की खेप भेजी जाएगी.
महानिदेशक ग्रोस्सी ने कहा, “यूक्रेन में सैन्य संघर्ष से परमाणु ऊर्जा संयंत्रों व रेडियोएक्टिव पदार्थ के अन्य प्रतिष्ठानों के लिये अभूतपूर्व ख़तरा पैदा हो गया है.”
“हमें जल्द कार्रवाई करनी होगी ताकि उनमें सुरक्षा व ऐहतियात के साथ कामकाज सुनिश्चित किया जा सके और एक ऐसी परमाणु दुर्घटना के जोखिम को कम किया जा सके, जिससे यूक्रेन और उससे परे स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिये गम्भीर असर होता हो.”
इस सप्ताह अपनी यात्रा के दौरान, यूएन एजेंसी के महानिदेशक यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान का भी दौरा करेंगे.
बताया गया है कि यूएन एजेंसी ने यूक्रेन में परमाणु केंद्रों में ऐहतियात व सुरक्षा सहायता के लिये ठोस व विस्तृत योजनाएं तैयार की हैं.
इनमें, चार संयंत्रों में 15 परमाणु ऊर्जा रिएक्टर के साथ-साथ चेरनॉबिल भी हैं, जहाँ वर्ष 1986 की दुर्घटना के बाद रेडियोएक्टिव अपशिष्ट प्रबन्धन की सुविधा मौजूद है.
महानिदेशक ग्रोस्सी ने कहा कि, “यूक्रेन ने सुरक्षा व ऐहतियात के लिये हमसे सहायता का अनुरोध किया है. अब इसे प्रदान करने की शुरुआत करेंगे.”
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में एक परमाणु दुर्घटना होने के जोखिम को टालने के लिये, यूएन एजेंसी की विशेषज्ञता और क्षमता की आवश्यकता है.