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यूक्रेन: परमाणु संयंत्र हिंसा की चपेट में, अलबत्ता रेडियोएक्टिव रिसाव नहीं

यूक्रेन की एक इमारत को सूरजमुखी के फूल और झण्डे के रंगों में पेंट किया गया है.
Unsplash/Marjan Blan
यूक्रेन की एक इमारत को सूरजमुखी के फूल और झण्डे के रंगों में पेंट किया गया है.

यूक्रेन: परमाणु संयंत्र हिंसा की चपेट में, अलबत्ता रेडियोएक्टिव रिसाव नहीं

शान्ति और सुरक्षा

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख रफ़ाएल मारियानो ग्रॉस्सी ने यूक्रेन में झैपरोझिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर गुरूवार रात रूसी सैन्य बलों के नियंत्रण के बाद कहा है कि संयंत्र से रेडियोएक्टिव पदार्थ का रिसाव नहीं हुआ है और प्लाण्ट के कर्मचारियों उसकी देखरेख कर रहे हैं. उन्होंने यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में स्थित, योरोप के इस सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्लाण्ट में उपजे हालात पर चिन्ता जताई है.

यूएन एजेंसी के महानिदेशक रफ़ाएल मारियानो ग्रॉस्सी ने शुक्रवार को जारी अपने एक वक्तव्य में कहा, “यूक्रेनी समकक्षों ने IAEA को सूचित किया है कि संयंत्र की एक रियेक्टर यूनिट के पास एक प्रशिक्षण इमारत से एक प्रक्षेप्य टकराने के कारण, वहाँ आग लग गई, जिसे बाद में बुझा लिया गया.”

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यूएन एजेंसी के शीर्ष अधिकारी ने भरोसा दिलाया है कि योरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा में स्थित छह रिएक्टर्स की सुरक्षा प्रणाली पर कोई असर नहीं हुआ है.

परमाणु ऊर्जा एजेंसी के मुताबिक़, किसी प्रकार के रेडियोधर्मी पदार्थ का रिसाव नहीं हुआ है और विकिरण निगरानी प्रणाली सुचारू रूप से काम कर रही हैं.

चुनौतीपूर्ण हालात

हालाँकि, उन्होंने बताया कि परमाणु प्लाण्ट संचालकों के अनुसार फ़िलहाल हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं और सभी सुरक्षा प्रणालियों में सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने के लिये स्थल का जायज़ा ले पाना सम्भव नहीं है.

प्लाण्ट की रिएक्टर इकाइयों में, यूनिट 1 मरम्मत के लिये बन्द है, यूनिट 2 और 3 को नियंत्रित ढंग से बन्द किया गया है, यूनिट 4 अपनी क्षमता का 60 फ़ीसदी काम कर रही है.

यूनिट 5 और 6 में निम्न ऊर्जा अन्दाज़ में आरक्षित रखा गया है. ख़बरों के अनुसार दो लोग घायल हुए हैं.

अधिकतम सतर्कता

यूएन एजेंसी में घटना व आपात स्थिति केन्द्र (IAEA Incident and Emergency Centre / IEC) झैपरोझिया परमाणु प्लाण्ट में उपजी परिस्थितियों के कारण पूरी तरह से सक्रिय हो गई है.

“IEC में चौबीसो घण्टे काम होगा ताकि घटनाक्रम के सम्बन्ध में निरन्तर जानकारी की प्राप्ति, उसका आकलन व प्रसार किया जा सके.”

महानिदेशक ग्रोस्सी ने कहा कि परमाणु ऊर्जा प्लाण्ट में मौजूदा हालात पर उन्हें गम्भीर चिन्ता है.

“मैं झैपरोझिया परमाणु ऊर्जा प्लाण्ट में परिस्थितियों और वहाँ रात में हुई घटनाओं पर बहुत चिन्तित हूँ.”

उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र के इलाक़े में गोले दागे जाना, उस बुनियादी सिद्धान्त का उल्लंघन है, जिसके अनुसार परमाणु केन्द्रों की हर समय देखरेख और सुरक्षा सुनिश्चित की जानी होगी.

यूएन एजेंसी ने बताया कि इस समय सर्वोपरि प्राथमिकता संयंत्र, ऊर्जा आपूर्ति और वहाँ कार्यरत लोगों की की सुरक्षा व देखरेख सुनिश्चित करना है.