2021 में रिकॉर्ड उछाल के बाद, वैश्विक व्यापार धीमा होने का अनुमान

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, विश्व की सभी प्रमुख व्यापारिक अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में, वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में आयात व निर्यात आँकड़ों में बढ़ोत्तरी, महामारी से पहले के स्तर से भी ऊपर पहुँच गई. वैश्विक व्यापार ने 2021 में साढ़े 28 हज़ार अरब डॉलर के रिकॉर्ड आँकड़े को छुआ, मगर अब इसकी रफ़्तार धीमी होने का अनुमान है.
यूएन एजेंसी ने गुरूवार को अपना ‘Global Trade Update’ जारी किया है जिसमें माल आधारित व्यापार में मज़बूती जारी है, और सेवा व्यापार भी कोविड-19 के पहले के स्तर पर लौट आया है.
Good news... 🌍 global trade is up. It reached a record $28.5 trillion in 2021, @UNCTAD’s new Global Trade Update says, an increase of ±13% relative to pre-pandemic levels.But trade growth in 2022 is still likely to be lower than expected. Explore why: https://t.co/ocgVh5Zpju pic.twitter.com/TxkJqCsa5g
UNCTAD
रिपोर्ट बताती है कि वैश्विक व्यापार पिछले वर्ष साढ़े 28 हज़ार अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया, जोकि वर्ष 2020 की तुलना में 25 प्रतिशत और 2019 की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
वैश्विक व्यापार में अधिकांश वृद्धि, 2021 की पहली छमाही में दर्ज की गई है, मगर दूसरी छमाही में भी प्रगति बरक़रार रही.
पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही में अपेक्षाकृत सुस्ती के बाद, चौथी तिमाही में व्यापार में फिर तेज़ी देखी गई और माल व्यापार में क़रीब 200 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई, और पाँच हज़ार 800 अरब डॉलर के आँकड़े को छुआ गया.
सेवा व्यापार में भी 50 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है और अब एक हज़ार 600 अरब डॉलर के स्तर पर, जोकि महामारी के पूर्व के स्तर से कुछ अधिक है.
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में सभी अग्रणी व्यापारिक अर्थव्यवस्थाओं में आयात व निर्यात में उछाल नज़र आया है, और यह 2019 में महामारी के पूर्व के स्तर से अधिक है.
विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों में यह वृद्धि अधिक मज़बूत देखी गई है.
उदाहरणस्वरूप, विकासशील देशों के निर्यात, 2020 के दौरान उसी अवधि के मुक़ाबले 30 फ़ीसदी अधिक रहे हैं, जबकि सम्पदा-सम्पन्न देशों के लिये यह 15 प्रतिशत ज़्यादा था.
वर्ष 2021 की अन्तिम तिमाही के दौरान, अर्थव्यवस्था के सभी सैक्टरों में व्यापार के मूल्य में परिवहन उपकरणों को छोड़कर, ठोस वृद्धि देखी गई है.
ऊर्जा सैक्टर में व्यापार मूल्य में तेज़ बढ़ोत्तरी की वजह ईंधन की ऊँची क़ीमतों का होना है. धातुओं और रसायन के लिये व्यापार बढ़ोत्तरी औसत से अधिक आँकी गई है.
लेकिन सेमीकण्डक्टर की वैश्विक क़िल्लत के परिणामस्वरूप, संचार उपकरणों, सड़क वाहनों और सटीक उपकरणों में व्यापार वृद्धि मन्द रही.
यूएन एजेंसी की रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि वर्ष 2022 की पहली छमाही में व्यापार वृद्धि की रफ़्तार धीमी रहने के संकेत हैं.
माल एवं सेवा व्यापार में वृद्धि दर सकारात्मक रहने के बावजूद, यह 2021 के अन्तिम तीन महीनों के स्तर के आस-पास ही रहने की सम्भावना है.
यूएन विशेषज्ञों का कहना है कि अन्तरराष्ट्रीय व्यापार में पिछले साल दर्ज किये गए सकारात्मक रुझान की वजह, वस्तुओं के दामों में बढ़ोत्तरी, महामारी सम्बन्धी पाबन्दियों में कमी, और आर्थिक स्फूर्ति पैकेजों के कारण मांग में तेज़ी रही है.
ये रुझान वर्ष 2022 में थमने की सम्भावना है, इसलिये अन्तरराष्ट्रीय व्यापार रुझान भी सामान्य स्तर पर लौटने का अनुमान जताया गया है.
अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने विश्व आर्थिक प्रगति के अपने पुर्वानुमान में बदलाव किया है और अब यह आधा प्रतिशत कम रहने की सम्भावना व्यक्त की गई है.
इसकी वजह अमेरिका में मुद्रास्फीति का बरक़रार रहना और चीन में अचल सम्पत्ति सैक्टर के सम्बन्ध में उपजी चिन्ताएँ हैं.
साथ ही, ढाँचागत सैक्टर में जारी व्यवधान और ऊर्जा की ऊँची क़ीमतों की पृष्ठभूमि में, आपूर्ति श्रंखला को लघु बनाने और आपूर्तिकर्ताओं में विविधता लाने के प्रयासों से भी इस वर्ष व्यापार रुझान प्रभावित हो सकते हैं.