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अफ़ग़ानिस्तान: कड़ाके की सर्दी से मानवीय संकट बढ़ा

अफ़ग़ानिस्तान में कड़ाके की ठण्ड के दौरान, विस्थापितों के शिविरों की चिमनियों से धुआँ उठता हुआ.
© UNICEF/ Siegfred Modola
अफ़ग़ानिस्तान में कड़ाके की ठण्ड के दौरान, विस्थापितों के शिविरों की चिमनियों से धुआँ उठता हुआ.

अफ़ग़ानिस्तान: कड़ाके की सर्दी से मानवीय संकट बढ़ा

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अफ़ग़ानिस्तान में लाखों लोगों के सामने पहले से ही मौजूद गम्भीर परिस्थितियाँ, कड़ाके की सर्दी के कारण और ज़्यादा ख़राब हो रही हैं.

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) के अनुसार, पिछले 24 घण्टो में भारी बर्फ़बारी और बारिश से अनेक क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जिससे काबुल हवाई अड्डे से आने-जाने वाली विमान उड़ानें भी बाधित हुई हैं.

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता, स्तेफ़ान दुजैरिक ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संवाददाताओं की दैनिक वार्ता में बताया, "आने वाले दिनों में और हिमपात होने व तापमान घटने का अनुमान है."

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राहत में बढ़ोत्तरी

अगस्त 2021 में तालेबान बलों द्वारा सत्ता अधिग्रहण के बाद, सहायता पर रोक लगने एवं कई देशों और अन्तरराष्ट्रीय संगठनों की सम्पत्ति पर रोक लगाए जाने के कारण, अफ़ग़ानिस्तान में उपजी गम्भीर मानवीय स्थिति अब अधिक ख़राब होती जा रही है. 

दिसम्बर 2021 के अन्त में, सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें सहायता राशि को तालेबान से बचाकर, ज़रूरतमन्द अफ़गान लोगों तक राहत पहुँचाने का रास्ता बनाया गया.

OCHA के प्रमुख ने इस फ़ैसले को "मील का पत्थर" मानते हुए इस क़दम का स्वागत किया और कहा कि यह एक ऐसा "निर्णय है जो ज़िन्दगियों की रक्षा करेगा.”

इस बीच, मानवीय साझीदार सहायता और आपूर्ति पहुँचाने के लिये पुरज़ोर मेहनत कर रहे हैं – जिससे बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के वादों पर अमल किया जा सके.

स्तेफ़ान दुजैरिक ने कहा, "दिसम्बर के दौरान, हमारे मानवीय सहयोगियों ने, देश भर में 70 लाख लोगों तक खाद्य राहत सामग्री पहुँचाई है."

"देश के विभिन्न हिस्सों में, ठण्ड के मौसम के लिये नक़दी और ग़ैर-खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति मुहैया करवाने की भी कोशिशें चल रही हैं."

2021 में, दानदाताओं ने दो मानवीय सहायता अपीलों पर, डेढ़ अरब डॉलर प्रदान किए. इसमें यूएन महासचिव द्वारा सितम्बर में की गई 60 करोड़ 60 लाख डॉलर की तात्कालिक अपील के  बाद, 77 करोड़ 60 लाख डॉलर, और मानवीय कार्रवाई योजना के लिये मांगे गए 86 करोड़ 90 लाख डॉलर के जवाब में हासिल हुई, 73 करोड़ डॉलर की धनराशि शामिल है.

निरन्तर राहत की ज़रूरत

प्रवासन के लिये अन्तरराष्ट्रीय संगठन, आईओएम (IOM), अफ़ग़ानिस्तान में आन्तरिक रूप से विस्थापित लाखों लोगों के लिये निरन्तर चिन्ता जताता रहा है.

जबकि संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, UNHCR, समय पर शीतकालीन सहायता पहुँचाने के लिये अपनी कार्रवाई बढ़ा रही है - विशेष रूप से विस्थापित परिवारों के सबसे कमज़ोर लोगों के लिये.

यूएन शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि वह लोगों की गर्माहट बनाए रखने और सुरक्षा की तात्कालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिये, बहुउद्देशीय नक़दी सहायता भी प्रदान कर रहा है.

एजेंसी ने ट्वीट सन्देश में कहा, "निरन्तर सहायता देते रहना बहुत महत्वपूर्ण हैं."

वहीं, अफ़ग़ानिस्तान में खाद्य और कृषि संगठन (एफ़एओ) के राष्ट्रीय आपातकालीन समन्वयक, इज़ातुल्लाह नूरी ने बताया कि पाँच साल में सूखे का यह तीसरा मौसम है.

उन्होंने चेतावनी दी, "अगर समय पर कृषि क्षेत्र को मदद नहीं दी गई, तो अफ़गान अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ ग़ायब हो जाएगा."

सहायता आँकड़े

अफ़गानिस्तान में, एक सितम्बर से अब तक मानवीय साझीदारों ने निम्न सहायता पहुँचाई है:

• 90 लाख लोगों को खाद्य सहायता.
• गम्भीर कुपोषण से पीड़ित 2 लाख 1000 बच्चों का इलाज.
• 40 लाख लोगों को स्वास्थ्य देखभाल.

अफ़ग़ानिस्तान के काबुल शहर में, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) पर भारी बर्फ़बारी का मंज़र.
OCHA/Pierre Peron
अफ़ग़ानिस्तान के काबुल शहर में, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) पर भारी बर्फ़बारी का मंज़र.