भारत: यूएन दिवस के अवसर पर, हरित समाधानों व जलवायु कार्रवाई पर ज़ोर
भारत में संयुक्त राष्ट्र ने 24 अक्टूबर को यूएन दिवस के अवसर पर, एक जलवायु कार्रवाई उत्सव का आयोजन किया, जिसमें युवाओं द्वारा विकसित अभिनव, पर्यावरण अनुकूल समाधानों को दर्शाया गया. इस कार्यक्रम में यूएन अधिकारियों के साथ-साथ, युवा जलवायु चैम्पियनों और नीति-निर्धारकों ने भी शिरकत की.
भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र की साझीदारी, संगठन की स्थापना के सात दशकों से चली आ रही है.
26 जून 1945 को सैन फ्रांसिस्को में, संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर करने वाले संस्थापक देशों में से एक भारत भी था.
यह चार्टर, 24 अक्तूबर 1945 को लागू हुआ था और तब से हर वर्ष उसी तिथि को विश्व भर में, संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जाता है.
यूएन की स्थापना के 76 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित जलवायु कार्रवाई उत्सव के दौरान, भारत सरकार और स्थानीय जनता के साथ, संयुक्त राष्ट्र की साझीदारी की अहमियत पर बल दिया गया.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) कार्यालय की प्रतिनिधि डॉक्टर यास्मीन अली हक़ ने यूएन की ओर से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा, “भारत ने सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में असाधारण प्रगति की है.”
“अब भारत जलवायु कार्रवाई की दिशा में भी इतिहास रचने को तत्पर है और हम उसके योगदान के प्रति उत्सुक हैं.”
केन्द्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री, भगवन्त खूबा ने वैश्विक शान्ति एवं टिकाऊ विकास प्राप्ति के साझा लक्ष्यों की दिशा में, भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच निकट सहयोग को रेखांकित किया.
उन्होंने सचेत किया कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिये अभूतपूर्व कार्रवाई की आवश्यकता है, और इस क्रम में, संयुक्त राष्ट्र दिवस पर जलवायु कार्रवाई विषय बहुत उपयुक्त है.
संयुक्त राष्ट्र दिवस का यह आयोजन, जलवायु कार्रवाई की दिशा में भारत के नेतृत्व को रेखांकित करने के इरादे से, अन्तरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के साथ मिलकर किया गया था.
नवीकरणीय ऊर्जा पर बल
अक्षय ऊर्जा के उपयोग की भारत की आकाँक्षा एवं 2030 एजेण्डा के प्रति संकल्प के प्रतीक के रूप में, अन्तरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISO) के मुख्यालय, ‘सूर्य भवन’ को टिकाऊ विकास लक्ष्यों के रंगों से प्रकाशमान किया गया.
अन्तरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के महानिदेशक, डॉक्टर अजय माथुर ने कहा, “सौर ऊर्जा विश्व के अनेक हिस्सों में सबसे सस्ती बिजली प्रदान करती है. आगामी कॉप (जलवायु सम्मेलन) में अन्तरराष्ट्रीय गठजोड़ बनाना होगा, जिससे किफ़ायती रूप से, 24 घंटे सौर बिजली मिल सके.”
बताया गया है कि नवीकरणीय ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता के मामले में, भारत 141 गीगावॉट के साथ विश्व में चौथे स्थान पर है – यह देश की कुल क्षमता का लगभग 37 फ़ीसदी है.
इस अवसर पर, भारत के जलवायु लक्ष्य हासिल करने में, युवाओं की रचनात्मक भूमिका को भी रेखांकित किया गया.
संयुक्त राष्ट्र दिवस आयोजन के साथ ही भारत में संयुक्त राष्ट्र का #WeTheChangeNow अभियान भी सम्पन्न हुआ, जिसमें युवाओं द्वारा अभिनव एवं व्यवहारिक जलवायु समाधान प्रदर्शित किए गए.