यूएन दिवस: ‘यूएन मूल्य – शान्ति, विकास और मानवाधिकार – सदैव प्रासंगिक'
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, यूएन दिवस के मौक़े पर कहा है कि यूएन चार्टर के संस्थापक मूल्य शान्ति, विकास और मानवाधिकार, चिरकालीन हैं और सदैव प्रासंगिक रहेंगे. यूएन दिवस, हर वर्ष 24 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस दिवस के मौक़े पर यूएन मुख्यालय में एक संगीत समारोह भी आयोजित किया गया.
हर वर्ष यूएन के स्थापना दिवस पर, इस विश्व संगठन के उद्देश्यों व सिद्धान्तों के लिये प्रतिबद्धता दोहराई जाती है, जो पिछले 76 वर्षों से रास्ता दिखाते रहे हैं.
24th October is #UnitedNationsDay! It marks the anniversary of the day in 1945 when the @UN Charter entered into force. #UNDay, celebrated every year, offers the opportunity to amplify our common agenda and reaffirm the purposes and principles of the #UNCharter. pic.twitter.com/zB2011zIlt
UNBonn
एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन दिवस पर सन्देश में कहा है कि कोविड-19 महामारी, संघर्ष, भूख, निर्धनता और जलवायु आपदा हमें याद दिला रहे हैं कि विश्व पर संकट के बादल अभी छँटे नहीं हैं. किन्तु वे यह भी बता रहे हैं कि एकजुटता ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.
उन्होंने कहा कि इन बड़ी-बड़ी चुनौतियों का सामना करने और सतत् विकास लक्ष्य हासिल करने के लिये हमें एकजुट होना होगा. यह सुनिश्चित करना होगा कि हर व्यक्ति को, हर जगह, जल्द से जल्द कोविड-19 महामारी की वैक्सीन मिल जाए.
"सभी लोगों- विशेषकर निर्धनतम एवं सबसे वंचित, लड़कियों व महिलाओं और बच्चों तथा युवाओं को उनके अधिकार दिलाने होंगे और उनका सम्मान करना होगा. विश्व को, घाव देने वाले संघर्ष ख़त्म कराने होंगे."
जलवायु संकट
यूएन प्रमुख ने, जलवायु संकट की गम्भीरता पर कहा कि अपनी पृथ्वी के संरक्षण हेतु साहसिक जलवायु संकल्प लेने होंगे और उनका निर्वाह करना होगा.
और ऐसी वैश्विक प्रशासन व्यवस्था स्थापित करनी होगी जो अधिक समावेशी, परस्पर जुड़ी हुई और असरदार हो- जिसका विवरण मेरी ताज़ा रिपोर्ट ‘अवर कॉमन एजेण्डा’ में है.
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर को पिछले 76 वर्ष से अनुप्राणित करने वाले मूल्य - शान्ति, विकास, मानव अधिकार एवं सबके लिये अवसर - चिरकालीन हैं और सदैव प्रासंगिक रहेंगे.
"संयुक्त राष्ट्र दिवस पर आइये, इन आदर्शों के प्रति एकजुट हों और संयुक्त राष्ट्र के पूर्ण वादे, क्षमता और उम्मीद को साकार करें."
संगीत समारोह
महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस वर्ष के यूएन दिवस के मौक़े पर गुरूवार 21 अक्टूबर को न्यूयॉर्क स्थित महासभा के विशाल सभागार में आयोजित संगीत समारोह - कॉन्सर्ट में कहा कि यूएन दिवस में एकजुटता और कार्रवाई की जो भावना नज़र आती है, वो, संगीत की ताक़त में बेहतरीन रूप में अभिव्यक्त होती है.
“संगीत के ज़रिये, दुनिया भर में भरपूर विविधता व संस्कृतियों का योगदान प्रदर्शित होते हैं. साथ ही, ये सार्वभौमिक भी है. एक ऐसी भाषा जो सभी तरह के विभाजनों के बीच की खाई को पाटती है.”
ऐसे में जबकि दुनिया आहिस्ता-आहिस्ता कोविड-19 महामारी से उबर रही है, तो वर्ष 2021 के संगीत समारोह, देशों व लोगों – दोनों के हितों की ख़ातिर, अन्तरराष्ट्रीय सहयोग मज़बूत किये जाने की पुकार का प्रतिनिधित्व करता है.
इसमें सभी के लिये एक ज़्यादा शान्तिपूर्ण व ख़ुशहाल भविष्य की पुकार भी समाई हुई है.
कार्रवाई के लिये प्रतीकात्मक पुकार
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “पिछले 20 महीने, मानव परिवार के लिये, असाधारण रूप से कठिनाई भरे रहे हैं और यहाँ तक कि अलग-थलग पड़ जाने वाले लम्हे भी.”
“आइये, आज हमें एक बनकर देखें, एक बनकर सुनें, और एक बनकर प्रेरणा हासिल करें. और आइये, हम एक बार फिर, यूएन चार्टर व उसके उन मूल्यों के लिये समर्पण दोहराएँ जो पिछले 76 वर्षों से इस चार्टर में जान फूँकते रहे हैं – सभी के लिये शान्ति, गरिमा और समृद्धि.”
इस वर्ष के कन्सर्ट में मिले-जुले रूप से कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए यानि, कुछ कार्यक्रम पहले से रिकॉर्ड करके प्रदर्शित किये गए और कुछ कार्यक्रम, कलाकारों ने सभागार में प्रस्तुत किये.
संगीत समारोह को देखने के लिये आए दर्शकों की संख्या भी कम ही रही और उन्होंने भी कोविड-19 के नियमों के तहत सामाजिक दूरी बनाए रखी.
इस संगीत समारोह में, विश्व की अनेक मशहूर हस्तियों ने अपनी संगीत कृतियाँ प्रस्तुत कीं.
आशा को आगे बढ़ाना
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने यूएन दिवस के मौक़े पर अपने सन्देश में कहा है कि 76 वर्ष पहले, संयुक्त राष्ट्र की स्थापना, “दूसरे विश्व युद्ध की विभीषिका से उबरने की कोशिश कर रही दुनिया के लिये, आशा वाहन के रूप में हुई थी”.
उन्होंने कहा, “आज, संयुक्त राष्ट्र की महिलाएँ और पुरुष, दुनिया भर में, इस उम्मीद को, दुनिया भर में आगे बढ़ा रहे हैं.”