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कोविड-19: सार्वजनिक स्थलों पर फ़ेस मास्क के इस्तेमाल की सिफ़ारिश

जापान के एक बाज़ार में विक्रेताओं ने फ़ेस मास्क पहना है.
Unsplash/Jérémy Stenuit
जापान के एक बाज़ार में विक्रेताओं ने फ़ेस मास्क पहना है.

कोविड-19: सार्वजनिक स्थलों पर फ़ेस मास्क के इस्तेमाल की सिफ़ारिश

स्वास्थ्य

जिन इलाक़ों में वैश्विक महामारी कोविड-19 व्यापक स्तर पर फैल रही है, वहाँ सरकारों को सार्वजनिक परिवहन, दुकानों और अन्य बन्द स्थानों पर फ़ेस मास्क के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहन देना होगा. ख़ासकर उन स्थानों पर जहाँ शारीरिक दूरी बरता जाना मुश्किल है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने संक्रमण से बचाव के लिए शुक्रवार को अपने दिशानिर्देशों में ताज़ा जानकारी जारी की है जिसमें फ़ेस मास्क के इस्तेमाल को बचाव उपायों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया गया है. 

नए अपडेट में जानकारी दी गई है कि फ़ेस मास्क किन लोगों को पहनने चाहिएँ, किन परिस्थितियों में पहने जाने चाहिएँ. और इनकी बनावट या सामग्री क्या होनी चाहिए.

जिन लोगों की उम्र 60 वर्ष से ज़्यादा है या फिर वे पहले से स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है, उन्हें ऐसे माहौल में मेडिकल मास्क पहनना अहम बताया गया है.

 

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साथ ही कोविड-19 से संक्रमित लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य केन्द्रों पर मरीज़ों की देखभाल में जुटे हर स्वास्थ्यकर्मी को भी फ़ेस मास्क का इस्तेमाल करना होगा.

लेकिन संगठन के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने आगाह किया है कि फ़ेस मास्क पर बहुत ज़्यादा भरोसा करने से भी बचना होगा. 

उनके मुताबिक फ़ेस मास्क इस बीमारी को हराने के लिए एक व्यापक रणनीति का हिस्सा भर हैं और अन्य ऐहतियाती उपाय अपनाना भी उतना ही अहम है. 

“मैं इसे और ज़्यादा स्पष्टता से नहीं बता सकता: महज़ मास्क का इस्तेमाल आपको कोविड-19 से नहीं बचाएगा.”

“शारीरिक दूरी बरतने, हाथों को साफ़ रखने और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा के अन्य उपायों की ज़रूरतों का विकल्प केवल मास्क नहीं हो सकते.” 

रक्षात्मक उपायों की तीन परतें

यूएन एजेंसी ने उपलब्ध तथ्यों और अन्तरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और नागरिक समाज संगठनों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद अपने दिशानिर्देशों में अपडेट जारी किया है. 

स्वास्थ्य संगठन ने नये शोध से मिली जानकारी बाद इनमें कपड़े और अन्य प्रकार के मास्क से सम्बन्धित जानकारी शामिल की है. 

फ़ेस मास्क को बाज़ार से ख़रीदा जा सकता है और घर में भी बनाया जा सकता है लेकिन उसमें तीन परतें होनी चाहिए: सूत का अस्तर (lining), पोलिएस्टर की बाहरी परत, और बीच में पोलिप्रोपायलीन की बनी ‘फ़िल्टर’ जैसी परत. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन में महामारी से जुड़े विषयों की विशेषज्ञ डॉक्टर मारिया वान कर्कहोव ने बताया कि इन तीन परतों से बने मास्क से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित है और इनका इस्तेमाल किया जाए तो संक्रमण से बचाव में मदद मिल सकती है. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी ये सिफ़ारिश दोहराई है कि कोविड-19 के लक्षणों से पीड़ित व्यक्ति को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए और चिकित्सा मदद हासिल करनी चाहिए.

साथ ही उनकी देखभाल में जुटे लोगों को एक मेडिकल मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए, ख़ासतौर पर जब वे संक्रमित व्यक्ति के साथ एक कमरे में हों.

डॉक्टर घेबरेयेसस ने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है कि जब भी कोई संक्रमित व्यक्ति या उनके सम्पर्क में आया व्यक्ति घर से बाहर जाए तो उन्होंने फ़ेस मास्क पहना हो.