कोविड-19: यूएन का कामकाज जारी, ‘सेवा के लिए प्रतिबद्धता अटल’
विश्व भर में कोरोनावायरस - कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने अपने कर्मचारियों और दुनिया भर में इसके कार्यालयों का इस्तेमाल करने वालों की सुरक्षा के उपाय बढ़ा दिए हैं. इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस विश्व संगठन का अपरिहार्य कामकाज सामान्य रूप से जारी रहे और इसे मिला मैंडेट पूरा होता रहे और ज़रूरतमंदों को जीवनरक्षक सहायता भी मुहैया कराई जाती रहे.
संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने शुक्रवार रात को स्टाफ़ के नाम भेजे एक ईमेल संदेश में ज़ोर देकर कहा कि ये विश्व संगठन “सामान्य कामकाज के लिए खुला हुआ है”, मगर “हमारा कामकाज विभिन्न तरह की टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करके विभिन्न स्थानों से किया जाता रहेगा”.
The #COVID19 pandemic is a crisis that affects everyone. We must all play our part by showing solidarity with the most vulnerable – the elderly, the sick, those without reliable healthcare.Together, we can overcome the #coronavirus threat.
antonioguterres
यूएन प्रमुख ने ईमेल संदेश में लिखा कि यूएन मुख्यालय में मौजूद रहने वाले कर्मचारियों की संख्या में कमी की जा रही है और मुख्यालय से अलग स्थानों से काम करने को अनिवार्य बना दिया गया है.
यदि किसी कर्मचारी को अपरिहार्य कामकाज के लिए मुख्यालय में आना आवश्यक है तो इसके लिए अपवाद रखा गया है.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि मुख्यालय में मौजूद रहने वाले कर्मचारियों की संख्या मे कमी करने के इस फ़ैसले की तीन सप्ताह बाद समीक्षा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय का स्टाफ़ विश्व संगठन के अन्य कार्यालयों – जिनीवा, नैरोबी और विएना दफ़्तरों के साथ-साथ फ़ील्ड मिशनों को ज़रूरी मदद मुहैया कराता रहेगा. साथ ही अंतरसरकारी कामकाज भी जारी रहेगा, जैसे कि सुरक्षा परिषद की कार्यवाही.
“अगले कुछ दिनों और सप्ताहों में, हम एक दूसरे पर अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने और पेशेवर रुख़ पर अभूतपूर्व रूप से निर्भर करेंगे.”
“मुझे एक दूसरे को महफ़ूज़ रखने और जिन लोगों की सेवा के लिए ये विश्व संगठन मौजूद है, उन्हें श्रेष्ठ सेवाएँ मुहैया कराने में यूएन स्टाफ़ की प्रतिबद्धता में अटूट विश्वास है.”

संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने भी इसी संदर्भ में शुक्रवार को न्यूयॉर्क में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा था कि मुख्य रूप से दो प्राथमिकताएँ हैं.
प्रथम ये कि जो भी लोग यूएन परिसर में काम करते हैं, या जो लोग कामकाज के सामान्य घंटों के दौरान परिसर का दौरा करते हैं, उन्हें सुरक्षित रखा जाए, और कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव पर क़ाबू पाने में न्यूयॉर्क शहर के प्रशासन की मदद करना.
“इसके समानान्तर ही दूसरी प्राथमिकता ये है कि संयुक्त राष्ट्र का कामकाज सामान्य रूप से जारी रहे. संयुक्त राष्ट्र के लगभग एक लाख शांतिरक्षक अनेक स्थानों पर तैनात हैं, लाखों मानवीय सहायताकर्मी भी अपना कामकाज जारी रखेंगे. और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि ... सभी वरिष्ठ पदाधिकारी ये सुनिश्चित करने में लगे हैं कि सामान्य कामकाज और सहायता व समर्थन सामान्य रूप से जारी रहे.”
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यालयों व दफ़्तरों से बाहर अनेक स्थानों पर मौजूद मानवीय सहायताकर्मी कोरोनावायरस के संक्रमण को सीमित करने के उपाय करने में सक्रिय हैं, इनमें बहुत से बेहद नाज़ुक स्थान भी शामिल हैं: इसी तरह की स्थिति शांतिरक्षकों के साथ भी है... इसीलिए शांतिरक्षकों की अदला-बदली में बदलाव किया जा रहा है, अदला-बदली को सीमित किया जा रहा है और कुछ स्थानों पर अदला-बदली में कुछ देरी भी की जा रही है.
“हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो स्वास्थ्य रूप से कमज़ोर हालात में हैं, उनकी सबसे लंबे समय तक हिफ़ाज़त की जाए.”
जिनीवा में यूएन कार्यालय में लगभग 1600 कर्मचारी काम करते हैं और न्यूयॉर्क के बाद यूएन का दूसरा सबसे बड़ा कार्यालय है.
जिनीवा कार्यालय की महानिदेशक तातियाना वलोवाया ने भी शनिवार को यूएन प्रमुख के संदेश को लागू कर दिया जिसमें सप्ताह के पाँचों दिन टैक्नॉलॉजी के ज़रिए दफ़्तरों से दूर के स्थानों से कामकाज करना होगा.
उन्होंने कहा कि कामकाज के लिए कुछ दफ़्तर तो खुले रहेंगे लेकिन कामकाज अलग तरीक़ों से किया जाएगा.
जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र सूचना सेवा की निदेशक अलेस्सान्द्रा वेलुची ने कहा कि कर्मचारियों ने यूएन प्रमुक का संदेश स्पष्ट रूप में सुन लिया है कि कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव की इन कठिन परिस्थितियों में संयुक्त राष्ट्र भी अपनी भूमिका निभाएगा.
उन्होंने कहा, “जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र परिसर में कोविड-19 संक्रमण के कुच मामलों के मद्देनज़र सभी यूएन स्टाफ़ 16 मार्च से यूएन परिसर से बाहर के स्थानों से कामकाज करेंगे, बशर्ते कि किसी अपरिहार्य कामकाज के लिए परिसर में उनकी मौजूदगी की आवश्यकता ना हो.”
“लेकिन जिनीवा में यूएन परिवार प्रवासियों और शरणार्थियों संबंधी संकटों पर अपना कामकाज जारी रखेगा, टिकाऊ विकास से संबंधित परियोजनाएँ लागू की जाती रहेंगी, मानवाधिकार मुद्दों पर चर्चा जारी रहेगी और व्यापार संबंधी उपायों के साथ-साथ इस विश्व व्यापी महामारी के ख़िलाफ़ लड़ाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन और उसके साझीदार संगठनों के प्रयासों को मज़बूती देना जारी रखा जाएगा.”
विएना में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए), औद्योगिक विकास संगठन और मादक पदार्थों पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय के साथ-साथ अनेक अन्य कार्यालय भी स्थित हैं और वहाँ भी 16 मार्च से कार्यालय परिसर से इतर स्थानों से कामकाज के नियम लागू कर दिए गए हैं.
यूएन प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने शुक्रवार को बताया कि संयुक्त राष्ट्र का अफ्रीका मुख्यालय नैरोबी में स्थित है और वहाँ भी कामकाज को सामान्य रूप से जारी रखने की प्रतिबद्धता के तहत कार्यालय परिसर से इतर स्थानों से कामकाज करने की नीति लागू की जा रही है.